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गैंगस्‍टर विक्‍की गोंडर ने एक बार आैर पुलिस को दिया चकमा, घेरा तोड़ हुआ रफ्फू चक्‍कर

पंजाब का कुख्‍यात गैंगस्‍टर विक्‍की गोंडर ने एक बार फिर पुलिस को चकमा दे दिया। वह हरियाणा के यमुनानगर में पुलिस का घेरा तोड़कर भागने में कामयाब रहा।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Updated: Wed, 13 Dec 2017 06:58 PM (IST)
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गैंगस्‍टर विक्‍की गोंडर ने एक बार आैर पुलिस को दिया चकमा, घेरा तोड़ हुआ रफ्फू चक्‍कर

जेएनएन, चंडीगढ़/यमुनानगर। पंजाब के पटियाला जिले की नाभा जेल से कुख्यात अपराधियों के साथ फरार विक्‍की गोंडर हरियाणा के यमुनानगर में पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया। पुलिस ने उसके तीन साथियाें को काबू किया है। पुलिस उनसे पूछताछ किया जा रहा है और गाेंडर के बारे में जानकारी प्राप्‍त करने की कोशिश कर रही है।

यमुनानगर के एसपी राजेश कालिया ने यहां पत्रकारों से बातचीत में कहा कि पंजाब का गैंगस्‍टर विक्की गोंडर पुलिस को यमुनानगर क्षेत्र में आ रहा है। इस पर नाकाबंदी की गई। पुलिस के उसे दबोचने के लिए पूरी तैयारी कर ली थी। यह भी जानकारी मिली कि विक्की गोंडर के पास एके-47 राइफल जैसे खतरनाक हथियार थे। पु‍लिस ने पूरे क्षेत्र की नाकेबंदी कर दी थी, लेकिन वह पुलिस की सारी योजना को विफल कर भाग निकलने में कामयाब रहा।

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उन्‍हाेंने बताया कि रातभर पुलिस टीम उसकी तलाश करती रही, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं लगा। उन्‍हाेंने बताया कि सीआइए-वन ने 10 दिसंबर को छछरौली में शेरपुर मोड़ से छछरौली निवासी दर्शन सिंह उर्फ भूरा को पकड़ा था। तलाशी लेने पर उसके पास से एक पिस्टल व चार कारतूस मिले थे। सीआइए ने जब उससे पूछताछ की तो उसके मोबाइल से पंजाब पुलिस के मोस्ट वांटेड विक्की गोंडर के साथियों के नाम व मोबाइल नंबर मिले।

बताया जाता है कि विक्की गाेंडर अपने कुछ साथियों के साथ दर्शन सिंह के फार्म पर भी आया था। पुलिस ने दो दिन पहले एक फोर्च्‍यूनर गाड़ी भी बरामद की। यह गाड़ी बुरी तरह से क्षतिग्रस्त थी। इसी गाड़ी में आरोपी आए थे। यह गाड़ी छछरौली रोड पर तेज गति के कारण अनियंत्रित होकर पलटी थी। इस गाड़ी में सवार लोगों को भी चोट आई थी, लेकिन ज्यादा चोट नहीं लगने से वे इसमें से निकल कर चले गए।

बताया जाता है कि यह गाड़ी पलटी उन्होंने किसी से गन प्वाइंट पर छीनी थी। इस गाड़ी को ठीक कराने की जिम्मेदारी दर्शन सिंह को दी गई थी। विक्की गाेंडर अपनी इस कार को वापस ले जाना चाहता था। इसके लिए उसने दर्शन सिंह उर्फ भूरा से संपर्क किया। पुलिस ने पूरी प्लानिंग के साथ दर्शन सिंह के मार्फत विक्की को सोमवार रात छछरौली में बुलाया। पुलिस ने गोंडर को पकड़ने की पूरी तैयारी कर ली।

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रात को विक्की अपने तीन-चार साथियों के साथ छछरौली में पहुंच गया। कहा जा रहा है कि विक्की ने साथियों के साथ एक ढाबे पर खाना भी खाया। पुलिस को इसकी भनक लगी तो उसे वहां दबोचने की प्लानिंग बनाई, लेकिन ढाबे से भाग जाने के कारण पुलिस को अपना प्लान बदलना पड़ा।

पुलिस चाहती थी कि उसे हाइवे पर पकड़ा जाए। पुलिस की टीमें आठ से ज्यादा वाहनों में थी। ढाबे से जब विक्की निकला तो पुलिस की गाड़ियों ने उसे घेरना शुरू कर दिया, लेकिन मोस्टवांटेड पुलिस को चकमा देते हुए भाग निकला। पुलिस ने उसका काफी पीछा किया, लेकिन वह पकड़ में नहीं आ सका।

पिछले साल जेल से भागा था आरोपी

हत्या व अन्य अपराधों में संलिप्त विक्की गोंडर पंजाब के पटियाला जिले की नाभा जेल में बंद था। 27 नवंबर 2016 को वह हैरी मजीठिया, ज्ञान खराल, सुख बिखरीवाला, गोपी कोरवा जैसे आतंकियों व गैंगस्‍टरों के साथ जेल से भाग गया था। आतंकियों व गैंगस्‍टरों को डर था कि पंजाब पुलिस उनका एनकाउंटर कर सकती है। जेल से भागने के अगले ही दिन उन्‍होंने सोशल मीडिया पर धमकी दी थी कि यदि पंजाब पुलिस ने उनका एनकाउंटर करने की कोशिश की तो इसका अंजाम भुगतना पड़ेगा। जेल से निकलने के कुछ समय बाद ही आरोपियों ने गुरदासपुर में तीन युवकों की गोलियों से भून दिया था, जिसमें दो की मौत हो गई थी।

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