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Guru Nanak Jayanti: कार्तिक पूर्णिमा के दिन क्यों मनाते हैं गुरु नानक जयंती? प्रकाश पर्व से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें

इस वर्ष गुरु नानक देव जी की 555वीं जयंती (Guru Nanak Dev Jayanti) है। गुरु नानक देव जी ने सिख धर्म की नींव रखी और उनके विचार आज भी लाखों लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं। गुरु नानक देव जी ने मानवता को एकजुट करने का प्रयास किया। गुरु नानक देव जी की जयंती को प्रकाश पर्व या गुरु पर्व भी कहा जाता है।

By Rajiv Mishra Edited By: Rajiv Mishra Updated: Thu, 14 Nov 2024 07:44 AM (IST)
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इस वर्ष गुरु नानक देव जी की 555वीं जयंती है (फाइल फोटो)
डिजिटल डेस्क, चंडीगढ़। गुरु नानक जयंती (Guru Nanak Jayanti 2024) सिख धर्म के पहले गुरु श्री नानक देव जी की जयंती के रूप में मनाई जाती है। यह त्योहार हर साल कार्तिक मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है।

गुरु नानक देव जी का जन्म 15 अप्रैल 1469 को पंजाब के तलवंडी में हुआ था। वे एक महान संत, विचारक और समाज सुधारक थे, जिन्होंने मानवता के लिए समानता, प्रेम और सेवा का संदेश दिया। इस वर्ष गुरु नानक देव जी की 555वीं जयंती है।

प्रेरणा का स्रोत हैं गुरु नानक देव जी के विचार

गुरु नानक देव जी ने सिख धर्म की नींव रखी और उनके विचार आज भी लाखों लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं। गुरु नानक देव जी सिख धर्म के पहले गुरु हैं। उन्होंने ईश्वर की एकता का प्रचार किया, इस बात पर जोर दिया कि केवल एक दिव्य इकाई है जो धार्मिक सीमाओं से परे है।

उनकी शिक्षाएं समानता, करुणा और सामाजिक न्याय पर केंद्रित थीं। उन्होंने जाति-आधारित भेदभाव और रीति-रिवाजों का पुरजोर विरोध किया और ईश्वर के साथ सच्चे और हार्दिक संबंध बनाने के बारे में लोगों को शिक्षाएं दीं।

इस दिन क्या करते हैं लोग? 

गुरु नानक जयंती के अवसर पर, लोग अपने घरों में गुरु नानक देव जी की तस्वीर के सामने दीये जलाते हैं और उनकी शिक्षाओं को याद करते हैं। वे अपने परिवार और दोस्तों के साथ मिलकर गुरुद्वारे में जाते हैं और गुरु नानक देव जी की शिक्षाओं पर आधारित कार्यक्रमों में भाग लेते हैं। बता दें कि इस वर्ष की कार्तिक पूर्णिमा तिथि 15 नवंबर को सुबह 6:19 बजे से शुरू होगी और 16 नवंबर सुबह 02:58 बजे तक रहेगी।

इसे प्रकाश पर्व या गुरु पर्व भी कहते हैं

श्री गुरु नानक देव जी ने समाज से अज्ञानता को भगाने के लिए ज्ञान का प्रकाश किया, इसलिए गुरु नानक देव जी की जयंती को प्रकाश पर्व भी कहा जाता है। नानक देव जी की जयंती को 'गुरु पर्व' भी कहा जाता है।

गुरु नानक देव जी की प्रमुख शिक्षाएं

  • समानता और सामाजिक न्याय: गुरु नानक देव जी ने समानता और सामाजिक न्याय का संदेश दिया, जो आज भी प्रासंगिक है।
  • ईश्वर की एकता: उन्होंने ईश्वर की एकता का प्रचार किया, जो सभी धर्मों के लोगों को एक साथ लाने में मदद करता है।
  • सेवा और भक्ति: गुरु नानक देव जी ने सेवा और भक्ति का महत्व बताया, जो हमें दूसरों की सेवा करने और ईश्वर के साथ जुड़ने में मदद करता है।
यह भी पढ़ें- Guru Nanak Jayanti 2024: कौन थे गुरु नानक देव जी? जिन्होंने की थी सिख धर्म की स्थापना

अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं।

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