Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

हरियाणा SIT ने राबर्ट वाड्रा के भूमि खरीद मामले में जुटाए रिकार्ड, हाई कोर्ट ने केस में देरी पर जताई चिंता

राबर्ट वाड्रा और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के खिलाफ हरियाणा एसआईटी ने रिकॉर्ड जुटा लिए है। इस मामले में दर्ज एफआइआर से संबंधित जांच में एसआईटी ने हाई कोर्ट को बताया गया कि यूनियन बैंक और स्टेंडर्ड चार्टर्ड बैंक से रिकॉर्ड हासिल कर लिए हैं और उसका विश्लेषण जारी है। इस पर हाई कोर्ट ने मामले में तेजी लाने के आदेश दिए हैं।

By Dayanand SharmaEdited By: Shoyeb AhmedUpdated: Tue, 07 Nov 2023 06:39 PM (IST)
Hero Image
हरियाणा SIT ने रॉबर्ट वाड्रा के भूमि खरीद मामले में जुटाए रिकार्ड

राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। माननीयों पर लंबित आपराधिक मामलों के जल्द निपटाने के लिए पंजाब-हरियाणा हाई कोर्ट (Punjab-Haryana High Court) के संज्ञान लेने के बावजूद इसमें देरी पर हाईकोर्ट ने चिंता जताई है।

कांग्रेस नेता सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) के दामाद राबर्ट वाड्रा (Robert Vadra) और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा (Bhupendra Singh Hooda) के खिलाफ दर्ज एफआईआर से संबंधित जांच में हाई कोर्ट को बताया गया कि एसआईटी ने यूनियन बैंक और स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक से कुछ रिकार्ड हासिल कर लिया है और उसका विश्लेषण जारी है।

हाई कोर्ट में दायर हलफनामे में दी गई यह जानकारी

हरियाणा के एडीजीपी अपराध अजय सिंघल ने हाई कोर्ट में एक हलफनामा दायर कर यह जानकारी दी है। हाई कोर्ट को बताया गया कि एसआईटी ने राजस्व विभाग से इस बाबत जमीन सौदे का व अन्य रिकार्ड हासिल कर जांच शुरू कर दी है। एसआईटी ने मैसर्स स्काई लाइट हास्पिटेलिटी एंड रियलिटी, मैसर्स आरटैक्स, मैसर्स ब्लू ब्रिज का रिकार्ड यूनियन बैंक से हासिल कर लिया है।

एसआईटी ने मामले से जुडे कंपनियों व सरकारी अधिकारियों को बुलाया था जांच के लिए

एसआईटी ने इस मामले से जुडे कंपनियों व सरकारी अधिकारियों को जांच के लिए बुलाया था और सभी जांच में शामिल हो गए हैं। इससे पहले हाई कोर्ट को बताया गया कि जांच टीम को पता चला कि वाड्रा की कंपनी के वित्तीय लेनदेन से संबंधित महत्वपूर्ण रिकार्ड बैंक की शाखा में पानी के कारण नष्ट हो गया है।

दस्तावेजों के अनुसार मामले की जांच कर रही हरियाणा पुलिस की एसआईटी ने मैसर्स स्काई लाइट हॉस्पिटेलिटी (जिसके निदेशक राबर्ट वाड्रा थे) के खाते में वित्तीय लेनदेन के बारे में जानकारी मांगने के लिए यूनियन बैंक आफ इंडिया को एक पत्र लिखा था।

ये है मामला

हालांकि एसआईटी को 26 मई को बैंक से इस आशय का जवाब मिला कि वर्ष 2008 और 2012 का उक्त रिकॉर्ड शाखा के बेसमेंट में पानी भर जाने के कारण नष्ट हो गया है।

महत्वपूर्ण बात यह है कि हरियाणा में मनोहर लाल के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार ने एक सितंबर, 2018 को गुरुग्राम के खेड़की दौला पुलिस स्टेशन में हुड्डा, राबर्ट वाड्रा, डीएलएफ, ओंकारेश्वर प्रापर्टीज और वाड्रा की स्काई लाइट हास्पिटेलिटी के खिलाफ इस मामले में एफआइआर दर्ज की थी।

ये भी पढ़ें- स्कूल चले हम: करनाल में एक छात्र ने मनोहर लाल से की थी बस चलाने की मांग, सीएम ने निभाया अपना वादा

ये लगे थे आरोप

आरोपों में से एक यह है कि राबर्ट वाड्रा की कंपनी स्काई लाइट हास्पिटेलिटी ने फरवरी 2008 में ओंकारेश्वर प्रापर्टीज से गुरुग्राम के शिकोहपुर में विवादास्पद 3.5 एकड़ जमीन 7.5 करोड़ रुपये में खरीदी थी और वाणिज्यिक लाइसेंस प्राप्त करने के बाद उसी संपत्ति को 58 करोड़ रुपये में डीएलएफ को बेच दिया था। आगे आरोप यह भी है कि बदले में तत्कालीन हुड्डा सरकार ने डीएलएफ को गुरुग्राम के वजीराबाद में 350 एकड़ जमीन आवंटित की थी।

कोर्ट ने जांच में तेजी के दिए आदेश

इसके अलावा हाई कोर्ट को राज्य में अन्य माननीयों के खिलाफ चल रहे केस की जानकारी भी दी गई। हाई कोर्ट ने देखा कि कलानौर, झज्जर व गुरुग्राम के खेड़की दौला पुलिस स्टेशन में माननीयों के खिलाफ दर्ज एफआईआर की जांच में देरी हो रही है। इस पर कोर्ट ने जांच दल को इन मामले की तेजी से जांच करने का आदेश दिया।

सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट को हरियाणा सरकार ने हाईकोर्ट को बताया कि पिछली स्टेटस रिपोर्ट के अनुसार माननीयों पर 16 मामले निचली अदालतों में विचाराधीन थे। अब 14 मामले विचाराधीन रह गए हैं, क्योंकि नागल चौधरी से पूर्व विधायक राव बहादुर सिंह व राजौंद से पूर्व विधायक सतविंदर राणा को अदालत ने बरी कर दिया है।

ये भी पढे़ं- अभय चौटाला की शैक्षणिक योग्यता और संपत्ति पर हाई कोर्ट ने चुनाव आयोग से मांगा जवाब