Punjab News: सिखों में पगड़ी का क्या है महत्व, श्री आनंदपुर साहिब के संग्रहालय में बताई जाएगी अहमियत
सिखों में पगड़ी को लेकर काफी महत्व है सिख अपनी पगड़ी को अपने स्वाभिमान सम्मान से जोड़ते हैं। वहीं श्री आनंदपुर साहिब में एक संग्रहालय का निर्माण किया जा रहा है जिसमें पगड़ी के महत्व को बताया जाएगा। इससे लोग देश विदेश तक पगड़ी के बारे में जान पाएंगे। संग्रहालय बनाने के लिए बड़े स्तर पर काम किया जा रहा है।
रोहित कुमार, चंडीगढ़। पंजाब की संस्कृति में पगड़ी का क्या महत्व है। इसे समझाने के लिए श्री आनंदपुर साहिब में पगड़ी संग्रहालय बनाने का प्रयास किया जा रहा है। इस संग्रहालय में पगड़ी के महत्व को प्रदर्शित किया जाएगा।
वित्त मंत्री हरपाल चीमा ने बताया कि बजट में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए विशेष फोकस किया गया है। विश्व भर से आने वाले लोगों को पता चलेगा कि पगड़ी का क्या महत्व है। संग्रहालय बनाने के लिए बड़े स्तर पर काम किया जा रहा है।
आखिर क्या है पगड़ी का महत्व
सिखों में पगड़ी को गुरू का उपहार माना जाता है। बैसाखी के दिन सिख गुरू, गुरू गोबिंद सिंह ने लोगों को एक तोहफे के रूप में दिया था। सिख पगड़ी अमृतधारी सिख जिन्हें खालसा भी कहा जाता है, पहनते हैं। पगड़ी आस्था के साथ ही सम्मान, स्वाभिमान, आध्यात्मिक, पवित्रता और साहस का प्रतीक माना जाता है।
पर्यटन के लिए 166 करोड़ रुपये का बजट
पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए 2024-25 के बजट में 166 करोड़ रुपये के बजट रखा गया है। इस बजट में स्मारकों का निर्माण, रख रखाव संरक्षण के लिए 30 करोड़, पर्यटन की ब्रांडिंग के लिए 30 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए 22 मेलों का हो चुका आयोजन
वहीं, राज्य में इको टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए 25 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। इस राशि से विभिन्न वन्यजीव क्षेत्रों, राज्य के बीडों में इकोटूरिज्म गतिविधियों के नाम से प्रोजेक्ट तैयार किया गया है। जोकि आगामी तीन वर्षों में लागू किया जाएगा। राज्य की जीवंत संस्कृति और समृद्ध विरासत को प्रदर्शित करने के लिए अब तक 22 मेलों का आयोजन किया जा चुका है।
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