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अंडर-19 वर्ल्ड कप फाइनल: कोच पिता ने बेटे राज अंगद बावा को दिया जीत का गुरु मंत्र, बोले- जीतेगी टीम इंडिया

U-19 World Cup Final Today अंडर-19 विश्व कप का फाइनल आज भारत और इंग्लैंड के बीच खेला जाएगा। मुकाबले से पहले चंडीगढ़ के खिलाड़ी राजअंगद बावा के पिता सुखविंदर बावा ने बेटे को जीत के गुरु मंत्र दिए हैं।

By Ankesh ThakurEdited By: Updated: Sat, 05 Feb 2022 01:58 PM (IST)
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पिता सुखविंदर सिंह बावा के साथ राजअंगद बावा।

वैभव शर्मा, चंडीगढ़। U-19 World Cup Final Today: अंडर-19 विश्व कप का फाइनल आज खेला जाएगा। फाइनल में भारत के सामने इंग्लैंड टीम है। दोनों ही टीमों ने अपने अपने ग्रुप में टॉप स्थान हासिल कर फाइनल में जगह बनाई। ट्रॉफी जीतने के लिए फाइनल का मंच तैयार हो चुका है और शाम 6:00 बजे से विश्व कप ट्रॉफी के लिए इन दोनों टीमों में भिड़ंत होगी। इस बार भारतीय टीम में चंडीगढ़ के दो धुरंधर खेल रहे हैं, जिनमें ओपनर बल्लेबाज हरनूर सिंह और ऑलराउंड राज अंगद बावा हैं।

फाइनल मैच से पहले राज अंगद बावा के पिता व कोच सुखविंदर सिंह बावा ने बेटे को गुरु मंत्र देते हुए कहा कि जैसे अभी तक वह पूरे टूर्नामेंट में खेलता आया है फाइनल में भी वैसे ही खेले। उन्होंने कहा कि भारतीय टीम इस पूरे टूर्नामेंट में शानदार खेली है और उन्हें पूरी उम्मीद है कि भारत विश्व चैंपियन बनेगा। पिछली बार हुए अंडर-19 विश्व कप फाइनल में भारतीय टीम को बांग्लादेश के हाथों हार का सामना करना पड़ा था लेकिन इस बार ऐसी कोई भी गलती करने की गुंजाइश नहीं है।

उन्होंने बेटे राज अंगद को आशीर्वाद देते हुए कहा कि वह पूरे टूर्नामेंट में शानदार खेला है। टीम में राज बावा तीन भूमिकाएं निभा रहा है। बल्लेबाजी के दौरान टीम की क्या सिचुएशन है उस हिसाब से उसे बल्लेबाजी करनी है। फिर इसके बाद गेंदबाजी और क्षेत्ररक्षण की भूमिका भी राज बावा बखूबी निभा रहा है। उन्होंने कहा कि जरूरी नहीं है कि एक गेंदबाज विकेट ले, लेकिन मुश्किल समय में अगर वह एक्नॉमिकल गेंदबाजी करता है तो भी उसके लिए यह संतुष्ट जैसा होगा।

उन्होंने कहा कि यह चंडीगढ़ के लिए बहुत अच्छी बात है की अंडर-19 विश्व कप में चंडीगढ़ के दो खिलाड़ी टीम में खेल रहे हैं। हरनूर एक आक्रामक बल्लेबाज है जो फाइनल में टीम को बेहतरीन और तेज शुरुआत दे सकता है। कोच बावा ने ये भी कहा कि दोनों टीमों का अगर आकलन करें तो भारतीय टीम का पलड़ा थोड़ा भारी लगता है लेकिन फाइनल एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जिसका दवाब हर किसी खिलाड़ी के साथ टीम मैनेजमेंट पर रहता।

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