Move to Jagran APP

पंजाब के पूर्व वन मंत्री की गिरफ्तारी के बाद कई अधिकारी विजिलेंस की रडार पर, ठेकेदार ने रिमांड में किए कई खुलासे

नयागांव के मसौल गांव में फार्म हाउस मालिक से रिश्वत मांगने के आरोप में मोहाली वन विभाग के डीएफओ गुरअमनप्रीत सिंह और एक ठेकेदार को विजिलेंस विभाग गिरफ्तार कर चुका है। दोनों से 4 दिन के रिमांड पर लेकर पूछताछ की गई।

By Ankesh ThakurEdited By: Updated: Wed, 08 Jun 2022 04:43 PM (IST)
Hero Image
पंजाब के पूर्व वन मंत्री साधु सिंह धर्मसोत और मोहाली डीएफओ गुरअमनप्रीत सिंह।
संवाद सहयोगी, नयागांव/मोहाली। मोहाली जिले के अधीन आने वाले क्षेत्र नयागांव, मुल्लांपुर, सिसवां आदि में रसूखदार एवं नेताओं के बड़े-बड़े फार्म हाउस जांच के दायरे में आ रहे हैं। पंजाब की आप सरकार इन इलाकों में वन विभाग के अधिकारियों की भूमिका की भी जांच कर रही है कि आखिरकार जंगलात विभाग की जमीन और पहाड़ों को काटकर कैसे इन इलाकों में बड़े बड़े फार्म हाउस बनाए गए। वहीं पंजाब सरकार ने संबंधित विभागों को ऐसे लोगों पर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं, जिन्होंने अवैध रूप से सरकारी जमीनों पर कब्जा किया है।

मुख्यमंत्री भगवंत मान कई बार इन इलाकों में पूर्व मंत्रियों की जमीनों की जांच करवाने की बात कह चुके हैं। वहीं रिश्वत मामले में पूर्व वन मंत्री और फारेस्ट विभाग के अधिकारी की गिरफ्तारी के बाद इलाके में चर्चा है कि कई रसूखदारों ने सरकारी जमीनों पर कब्जा कर फार्म हाउस बनाए हुए हैं। लोग इन जमीनों की जांच की मांग कर रहे हैं। अगर ऐसा होता है तो कई नामी लोग जांच के घेरे में आ सकते हैं।

डीएफओ और ठेकेदार की गिरफ्तारी के बाद बढ़ा जांच का दायरा        

नयागांव के मसौल गांव में फार्म हाउस मालिक से रिश्वत मांगने के आरोप में मोहाली वन विभाग के डीएफओ गुरअमनप्रीत सिंह और एक ठेकेदार को विजिलेंस विभाग गिरफ्तार कर चुका है। दोनों से 4 दिन के रिमांड पर लेकर पूछताछ की गई। ठेकेदार हरमोहिंदर सिंह उर्फ हम्मी लकड़ी का ठेकेदार है। उसने रिमांड के दौरान इस बात का खुलासा किया है कि उसने 2017 से लेकर अब तक वन विभाग के कई अधिकारियों को करोड़ों रुपये की रिश्वत दी है। ठेकेदार हम्मी ने वन मंडल अधिकारी और फारेस्ट गार्ड को खैर के पेड़ों की कटाई का परमिट हासिल करने के लिए रिश्वत दी थी। इसके इलावा प्रत्येक पेड़ की कटाई पर 500 रुपये की रकम उस वक्त के वन मंत्री साधू सिंह धर्मसोत के कर्ता-धर्ता कमलजीत सिंह एवं खन्ना के पत्रकार द्वारा मंत्री तक पहुंचाई जाती थी। ठेकेदार ने रिमांड के दौरान और भी कई खुलासे किए हैं, जिससे वन विभाग के अधिकारियों पर जांच की तलवार लटक गई है। 

गांव नाडा के जंगलों में खैर की कटाई में हुआ घपला                   

लकड़ी ठेकेदार हम्मी ने पूछताछ के दौरान बताया कि उसे नयागांव गांव नाडा के जंगल में खैर की कटाई के लिए परमिट मिला था। इसके लिए उसने वन मंत्री संगत सिंह गिलजिया को उस समय के डीएफओ अमित चौहान और कुलविंदर सिंह के जरिये 5 लाख रुपये दिए थे। डीएफओ अमित चौहान के साथ मिलकर पंचायत की जमीन पर खेर के पेड़ों की कम गिनती दिखा कर अधिक पेड़ों की कटाई की जाती थी। बाद में ठेकेदार के साथ मिलकर पैसों को आपस में बांट लिया जाता था। इस घपलेबाजी के कारण गांव की पंचायत को काफी घाटा दिखाया जाता था। इस बात के उजागर होने के बाद अब गांववासी अपने हिस्से में आने वाली रकम का मुआवजा मांगने लगे हैं। वहीं विजिलेंस ब्यूरो द्वारा ठेकेदार हम्मी के बयानों के आधार पर अमित चौहान आइएफएस, गुर अमनप्रीत सिंह वन अधिकारी मोहाली,  दिलप्रीत सिंह,  साधु सिंह धर्मसोत पूर्व वन मंत्री, संगत सिंह गिलजिया पूर्व वन मंत्री, चमकौर सिंह, कमलजीत सिंह, कुलविंदर सिंह शेरगिल, सचिन कुमार इन 9 लोगों के खिलाफ केस दर्ज कार्रवाई शुरू की जा चुकी है। 

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।