मोहाली में ताबड़तोड़ चली गोलियां, पुलिस के साथ एनकाउंटर के बाद बदमाश गिरफ्तार; पिस्टल और नशीला पदार्थ भी बरामद
मोहाली में पुलिस ने खरड़-लुधियाना रोड पर भूपेंद्र सिंह नामक एक बदमाश का एनकाउंटर किया। मुठभेड़ में उसके पैर में गोली लगी जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस को सूचना मिली थी कि आरोपी खरड़ में घूम रहा है। भागने की कोशिश में उसने पुलिस पर फायरिंग की। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने उसे घायल कर दिया। मौके से हथियार और नशीला पदार्थ बरामद हुए।
जागरण संवाददाता, मोहाली। पुलिस ने खरड़ लुधियाना रोड पर एक बदमाश का एनकाउंटर किया है। एनकाउंटर के दौरान उसके दाएं पैर पर गोली लगी है। मौके से पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर इलाज के लिए अस्पताल में दाखिल करवा दिया है। बदमाश की पहचान लुधियाना निवासी भूपेंद्र सिंह के रूप में हुई है।
पुलिस को सोमवार को सूचना मिली थी कि आरोपित खरड़ के इलाके में घूम रहा है। जब पुलिस ने उसका पीछा किया तो उसने अपनी मोटरसाइकिल भगा ली। खरड़ लुधियाना रोड पर गांव रुड़की के पास आरोपित का मोटरसाइकिल फिसल गया। इसके बाद एंटी स्नैचिंग विंग के थाना प्रभारी गब्बर सिंह ने उसे सरेंडर करने के लिए कहा तो उसने पुलिस पर फायरिंग कर दी।
आरोपित की तरफ से दो राउंड फायर किए गए हैं, जो कि थाना प्रभारी की सरकारी गाड़ी पर जाकर लगे। जवाबी कार्रवाई करते हुए गब्बर सिंह की तरफ से पैर पर गोली चलाई। जिसके बाद वह घायल हो गया। पुलिस ने मौके से 0.32 बोर का पिस्टल, आरोपित की मोटरसाइकिल और कुछ नशीला पदार्थ मौके से बरामद किया है।
यह था मामला
मामले की जानकारी देते हुए मोहाली पुलिस के एसपी जांच सौरभ जिंदल ने बताया कि 17 अगस्त रात करीब 10:00 बजे लांडरां झंजेड़ी रोड पर एक निजी यूनिवर्सिटी के दो मुलाजिम तारा सिंह और तुषार शर्मा ड्यूटी पर आ रहे थे।
तभी डिजायर कार में सवार होकर चार बदमाशों ने उनकी गाड़ी रोक ली और हथियार के दम पर उनके साथ मारपीट कर आई-20 गाड़ी को छीन लिया था। इस मामले में पुलिस ने थाना सदर खरड़ में मुकदमा नंबर 260 विभिन्न धाराओं में दर्ज किया था।
इस मामले की अलग-अलग टीम बनाकर पुलिस जांच कर रही थी, तभी रविवार को पुलिस ने आरोपित के तीन साथियों को गिरफ्तार किया था। इनमें प्रगट सिंह, तरनजीत सिंह और एक अन्य साथी शामिल थे। यह तीनों पंजाब के मलेरकोटला के रहने वाले हैं। इस चौथे आरोपित की पुलिस को तलाश थी।
पहले से कई वारदातों में शामिल
पुलिस की प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि सभी आरोपितों पर पंजाब के कई जिलों में अलग-अलग मामले दर्ज हैं। यह लोग काफी समय से इसी तरह की लूटपाट की घटनाओं को अंजाम दे रहे थे। सभी आरोपितों पर लगभग चार-चार मुकदमे पहले से चल रहे हैं। यह लोग सुनसान जगह पर इसी तरह से लूटपाट की वारदातों को अंजाम देते थे।
भूपेंद्र सिंह के बारे में भी पुलिस को रविवार को गिरफ्तार हुए तीन साथियों के बारे में ही पता चला था और पुलिस ने उसे भी इस मामले में नाम जोड़ कर लिया था। जब भूपेंद्र सिंह को अपने तीन साथियों के गिरफ्तार होने के बारे में पता चला तो वह मोहाली से लुधियाना की तरफ भागने की कोशिश कर रहा था।
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