'AAP-कांग्रेस गठजोड़ से सहमत नहीं तो दे दो इस्तीफा', MP बिट्टू की वड़िंग और बाजवा को दोटूक; अब सियासी बवाल तय!
पंजाब कांग्रेस के नेताओं के बयान काफी अलग-अलग नजर आ रहे हैं। कांग्रेस और आप गठजोड़ को लेकर अब सांसद रवनीत बिट्टू ने बड़ा बयान दिया है। रवनीत बिट्टू ने कहा है कि राजा वड़िंग और प्रताप सिंह बाजवा कांग्रेस और आप के समझौते से सहमत नहीं हैं तो उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए। बिट्टू ने कहा कि नेताओं को पार्टी कार्यकर्ताओं को गुमराह नहीं करना चाहिए।
By Rohit KumarEdited By: Rajat MouryaUpdated: Wed, 13 Sep 2023 05:50 PM (IST)
चंडीगढ़, जय सिंह छिब्बर। AAP And Congress Alliance In Punjab बेशक पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वाड़िंग और विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा समेत अन्य नेता दावा कर रहे हैं कि आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए आम आदमी पार्टी के साथ कोई चुनावी गठबंधन नहीं होगा और वे अकेले ही चुनाव लड़ेंगे। लेकिन दूसरी ओर लुधियाना से कांग्रेस सांसद रवनीत सिंह बिट्टू ने साफ कहा कि कांग्रेस का आम आदमी पार्टी से समझौता हो गया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेताओं को पार्टी कार्यकर्ताओं और लोगों को गुमराह नहीं करना चाहिए।
बिट्टू ने कहा कि गठबंधन को लेकर दोनों पार्टियों ने बाकायदा कमेटियां बनाई हैं। कांग्रेस पार्टी की ओर से गठित उपसमिति में कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल और आप के राज्यसभा सदस्य राघव चड्ढा को सदस्य बनाया गया है। बिट्टू ने कहा कि अगर कांग्रेस अध्यक्ष और विपक्ष के नेता या किसी अन्य को पार्टी आलाकमान का फैसला मंजूर नहीं है तो उन्हें अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। उन्होंने कहा कि पद का आनंद लेना और पार्टी के फैसले को न मानना, ऐसी दोहरी बातें नहीं चलेंगी।
'अगर समझौता ठीक नहीं है तो...'
सांसद रवनीत सिंह बिट्टू ने आगे कहा कि आज वह कांग्रेस की बदौलत संसद सदस्य हैं। इसी तरह, अगर कोई प्रदेश अध्यक्ष या विपक्ष का नेता है, तो यह कांग्रेस पार्टी के कारण है। समझौते के खिलाफ बोलने वाले नेताओं को आईना दिखाते हुए बिट्टू ने कहा कि पार्टी कार्यकर्ताओं को गुमराह न करें, अगर समझौता ठीक नहीं है तो इस्तीफा दे दें।ये भी पढ़ें- अमृतसर में AAP का चुनावी शंखनाद; केजरीवाल ने BJP को 'वन नेशन-वन इलेक्शन' पर घेरा, बोले- ये देश को कर देगा तबाह
पंजाब में सत्ता से बाहर होने के बारे में बिट्टू ने कहा कि पहले कुछ नेता पार्टी हाईकमान के फैसले के खिलाफ तत्कालीन मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के खिलाफ हो गए थे। जब पार्टी ने चरणजीत सिंह चन्नी को मुख्यमंत्री बनाया तो उनके फैसलों की आलोचना शुरू कर दी। उन्होंने कहा कि ऐसी बातें अच्छी नहीं हैं।
'बीच में न पड़ें, अगर पार्टी का फैसला सही है तो...'
उन्होंने साफ कहा कि बीच में न पड़ें, अगर पार्टी का फैसला सही है तो पार्टी का फैसला स्वीकार करें, नहीं तो इस्तीफा देकर चले जाएं। संसद सदस्य ने कहा कि दोनों पार्टियों के वरिष्ठ नेता दिल्ली में बैठकें कर रहे हैं। आने वाले दिनों में आईएनडीआईए गठजोड़ (I.N.D.I.A Alliance) की ओर से भोपाल, दिल्ली, राजस्थान समेत कुछ अन्य महत्वपूर्ण शहरों में बड़ी रैलियां की जाएंगी।
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