Chandigarh News: 14 साल बाद सुलझी नेहा अहलावत मर्डर मिस्ट्री, आरोपी ने कबूला जुर्म; पहले से ही दर्ज हैं कई मामले
Chandigarh Crime News चंडीगढ़ में 14 साल पहले हुई नेहा अहलावत की हत्या की गुत्थी आखिकार सुलझ गई है। आरोपी ने खुद ही अपना जुर्म कबूल लिया है। आरोपित ने दरिंदगी की जो कहानी सुनाई है वह रोंगटे खड़े कर देने वाली है। सिर में चोट लगने से मौत होने के बाद भी उसने शव के साथ हैवानियत की थी।
आरोपी ने खुद सुनाई कहानी
आरोपित ने दरिंदगी की जो कहानी सुनाई है, वह रोंगटे खड़े कर देने वाली है। सिर में चोट लगने से मौत होने के बाद भी उसने शव के साथ हैवानियत की थी। इस मामले को पुलिस 2020 में अनसुलझा मानते हुए जिला अदालत में स्टेटस रिपोर्ट भी दाखिल कर चुकी थी। आरोपित ने दो हत्याओं की बात कबूली है। दोनों में ही उनका दुष्कर्म भी किया गया और पैटर्न भी एक जैसा ही था। इससे पहले भी उस पर कई मुकदमे अलग-अलग थानों में दर्ज हैं।इंदर सिंह ने मलोया थाने में दी थी शिकायत
नग्न अवस्था में मिला था शव
करीब 10-15 मिनट बाद जब वह बाजार लौटा तो उसकी पत्नी उसे नहीं मिली। जब घर पहुंचा तो वह वहां भी नहीं थी। काफी तलाश करने के बाद भी जब पत्नी नहीं मिली तो पुलिस को शिकायत दी। अगले दिन 12 जनवरी को घर के पास जंगल क्षेत्र में उसकी पत्नी का नग्न अवस्था में शव मिला। उसके मुंह में जुराब ठूंसी हुई थी। पुलिस ने शिकायत के आधार पर अज्ञात के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया।दुष्कर्म के बाद की थी हत्या
मेडिकल रिपोर्ट से पता चला कि महिला के साथ दुष्कर्म करके उसकी हत्या की गई थी। पुलिस ने इस मामले में शक के आधार पर करीब 300 संदिग्ध लोगों से पूछताछ की। इसके बावजूद केस नहीं सुलझा तो पुलिस ने कुछ आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों के डीएनए सैंपल जांच के लिए भेजे। आरोपित मोनू कुमार का सैंपल मनदीप कौर हत्या मामले में मैच हो गया। इस पर पुलिस ने उसे बुधवार को गिरफ्तार कर लिया। उसने बताया कि वह मनदीप कौर को बहला-फुसलाकर झाड़ियों में ले गया था। वहां उसके साथ जबरदस्ती का प्रयास किया तो मनदीप कौर ने विरोध शुरू कर दिया। इस पर मोनू कुमार ने उसके सिर में ईंट दे मारी। इसके बाद वह लहूलुहान हालत में गिर गई और उसने मनदीप कौर के साथ दुष्कर्म किया। बाद में मनदीप कौर की मौत हो गई।बारिश से बचने के लिए सड़क किनारे खड़ी हुई थी नेहा
आरोपित मोनू से जब पूछताछ की गई तो उसने बताया कि उस दिन हल्की बारिश हो रही थी। बारिश से बचने के लिए नेहा अपनी स्कूटी को रोककर सड़क किनारे खड़ी हो गई थी। मोनू कुमार ने पीछे से आकर उसे सिर में पत्थर से वार किया। इससे उसका मुंह एक्टिवा के शीशे पर लगा। लहूलुहान हालत में ही वह नेहा को खींचते हुए जंगल में ले गया। वहां उसने दुष्कर्म किया। यह भी पढ़ें: Punjab News: अकाली दल और AAP पर आचार संहिता के उल्लंघन का आरोप, राज्य चुनाव आयोग की ओर से जारी चेतावनी इस दौरान नेहा अहलावत की मौत हो चुकी थी। वह उसका मोबाइल ले गया था और एक दुकान पर बेच दिया था। बाद में नेहा का शव जंगल में अर्धनग्न हालत में मिला था। इस हत्याकांड में पुलिस ने करीब 500 संदिग्ध व अपराधी किस्म के लोगों से पूछताछ कर उनके डीएनए की भी जांच करवाई। मगर आज तक मामला अनसुलझा हुआ था।डीएनए रिपोर्ट के मिलान से हुआ खुलसा
नेहा अहलावत हत्याकांड को सुलझाने के लिए पुलिस ने मौके से लिए गए फोरेंसिक नमूनों से मोनू कुमार के डीएनए की जांच की गई तो उसका मिलान हो गया। मनदीप कौर और नेहा अहलावत मामले का पैटर्न एक जैसा होने पर पुलिस को संदेह हुआ था। सैंपल का मिलान होने पर इस बात की पुष्टी हो गई कि उसी ने नेहा अहलावत की हत्या की थी। इससे पहले उस पर हिमाचल प्रदेश के खेरी में भी एक महिला से दुष्कर्म के बाद उसकी हत्या करने का केस दर्ज हुआ था। हालांकि उस मामले में वह बरी हो चुका है।बुजुर्ग महिला की हत्या अभी भी अनट्रेस
मलोया थाना क्षेत्र में करीब चार महीने पहले एक बुजुर्ग महिला की दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी गई थी। उसका शव भी चंडीगढ़-मोहाली बार्डर पर झाड़ियों में अर्धनग्न हालत में मिली थी। उसके सिर पर भी किसी भारी चीज से वार किया गया था। जो पैटर्न नेहा अहलावत और मनदीप कौर की हत्या में अपनाया गया था, उसी पैटर्न से बुजुर्ग महिला की भी हत्या की गई थी।आरोपी पर पहले भी दुष्कर्म, हत्या सहित चोरी व स्नेचिंग के मामले दर्ज
- केस एफआईआर नंबर-54/2008 धारा 302, 364 आईपीसी, थाना खेरी, हिमाचल प्रदेश।
- केस एफआईआर नंबर-346/2011 धारा 379, 411 आईपीसी, पीएस-11 के तहत।
- केस एफआईआर नंबर-153/2012 धारा 379, 411 आईपीसी, पीएस-39 के तहत।
- केस एफआईआर नंबर-138/2012, धारा 379, 411 आईपीसी, पीएस-39 के तहत।
- मामला एफआईआर नंबर-378/2011 धारा 379, 411 आईपीसी, पीएस-39 के तहत।
- केस एफआईआर नंबर-153/2014 धारा 379, 411 आईपीसी, पीएस-39 के तहत।
- मामला एफआईआर नंबर-124/2018 धारा 299 ए आईपीसी, पीएस औद्योगिक क्षेत्र के तहत।
- केस एफआईआर नंबर-119/2020 धारा 379-बी, 511 आईपीसी, पीएस मलोया के तहत।
इस मामले में साउथ डीएसपी चरणजीत सिंह विर्क, मलोया थाना एसएचओ जसपाल सिंह व सीएफएसएल की जांच टीम ने दो ब्लाइंड मर्डर मामलों की गुत्थी को सुलझाते हुए सीरियल किलर को गिरफ्तार किया है। इस आरोपित पर पहले भी चोरी, स्नेचिंग के कई मामले दर्ज है। इसने तीन महिलाओं के साथ पहले दुष्कर्म किया और बाद में उनकी हत्या कर दी। आरोपित को मृतका मनदीप कौर के डीएनए के साथ रिपोर्ट मैच होने पर गिरफ्तार किया गया और पूछताछ में उसने 14 साल पुराने नेहा हत्याकांड की वारदात भी कबूली है। आरोपित से अभी पूछताछ जारी है। -आइपीएस कंवरदीप कौर, एसएसपी, चंडीगढ़।