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Punjab News: जालंधर-चिंतपूर्णी हाईवे का मुआवजा वितरण घोटाला में नया मोड, 42 नए आरोपित नामजद; आठ गिरफ्तार

जालंधर-चिंतपूर्णी हाईवे का मुआवजा वितरण घोटाला में नया मोड आया है। घोटाले में 42 आरोपितों को नामजद किया गया है। आठ आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया है जबकि बाकी आरोपितों की तलाश जारी है। ध्यान रहे कि इस बहु-करोड़ी घोटाले की जांच विजिलेंस ब्यूरो की तरफ से गठित तीन सदस्यीय विशेष जांच टीम (एसआइटी) की ओर से की जा रही है।

By Inderpreet Singh Edited By: Himani SharmaUpdated: Sun, 19 Nov 2023 08:46 AM (IST)
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आठ आरोपित गिरफ्तार बाकी आरोपितों की तलाश जारी
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। जालंधर-चिंतपूर्णी हाईवे के लिए अधिग्रहित की जमीन के लिए केंद्र सरकार से प्राप्त करोड़ों रुपए के मुआवजा वितरण घोटाले में 42 आरोपितों को नामजद किया गया है। आठ आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया है जबकि बाकी आरोपितों की तलाश जारी है। ध्यान रहे कि इस बहु-करोड़ी घोटाले की जांच विजिलेंस ब्यूरो की तरफ से गठित तीन सदस्यीय विशेष जांच टीम (एसआइटी) की ओर से की जा रही है।

दफ्तरों में से काफी रिकॉर्ड पाये गए गायब

एसआइटी ने जांच में एसडीएम होशियारपुर और तहसीलदार होशियारपुर के दफ्तरों में से काफी रिकॉर्ड गायब पाये गए। तत्कालीन एसडीएम आनंद सागर ने लुईस बर्जर कंपनी की तरफ से तैयार की ड्राफ्ट 3-ए शेड्यूल योजना को गलत तरीके से बदल दिया।

जमीन का 64 करोड़ रुपए का मुआवजा अपने परिचतों को उसकी तरफ से इस नइ सड़क के साथ खरीदी जमीन के लिए जारी कर दिया। इससे पहले आनंद सागर शर्मा सहित 13 आरोपितों को गिरफ्तार किया जा चुका है।

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जांच में पता चला है कि आनंद सागर शर्मा ने पांच गांवों खवासपुर, डिगाना कलां, डिगाना खुर्द, हरदो खानपुर और खसरा बस्सी जोना, चोहली के हाईवे अलाइनमेंट को बदल दिया।

राजस्व अधिकारियों की मिलीभुगत से जमीनें खरीदी गई

बाद में, केंद्र सरकार की तरफ से कुल 286, 36, 13, 620 रुपए मुआवजा राशि के तौर पर प्राप्त किये गए, जो आरोपित की तरफ से आपराधिक साजिश के अंतर्गत भू-माफिया के साथ मिलीभुगत करके कृषि जमीन की जगह रिहायशी दरों पर 64, 13, 66, 399 रुपए गैर कानूनी तरीके से मुआवजा वितरित कर दिया। उक्त पांच गांवों के बदले असली जमीन मालिकों की गुप्त सूचना अपने नजदीकी साथियों को देने के बाद आरोपित ने राजस्व अधिकारियों की मिलीभुगत से जमीनें खरीद ली गई।

नंबरदार होने की झूठी गवाही दी

इस मामले में मुलजिम प्रदीप गुप्ता निवासी चर्च रोड, सिविल लाइन होशियारपुर ने आरोपित हरपिंदर सिंह के साथ अपने पुत्रों प्रतीक गुप्ता और अमृतप्रीत सिंह के नाम गांव खवासपुर में 9 कनाल 4 मरले जमीन कालोनी रेट 6 63, 39, 000 में खरीदी और अपने पुत्र प्रतीक गुप्ता के बैंक खाते में 6 63, 39, 000 रुपए की मुआवजा राशि प्राप्त की। आरोपित सन्नी कुमार नंबरदार निवासी गांव खवासपुर ने रजिस्ट्री के समय सुरजीत सिंह के उपस्थित न होने के बावजूद आरोपितों के साथ उस गांव का नंबरदार होने की झूठी गवाही दी।

परिचितों के नाम पर जमीन की रजिस्टरी करवाई

आरोपित दलविंदर कुमार निवासी गांव खवासपुर ने अपने परिचित हरपिंदर सिंह के साथ मिलकर साजिश रची। खरीददार के तौर पर हरपिंदर सिंह के परिचितों के नाम पर जमीन की रजिस्टरी करवा दी। मुलजिम हरदीप कौर पत्नी रुपिंदर सिंह गिल निवासी गुरू तेग बहादुर नगर, जालंधर ने अपने पति और अपने जीजा मुलजिम हरपिंदर सिंह के साथ मिलकर साजिश के अंतर्गत 4 कनाल 17 मरले जमीन अपने नाम करवा ली और उसका मुआवजा 2 42, 89, 200 रुपऐ अपने बैंक खाते में डलवा लिया।

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आरोपित तजिंदर सिंह निवासी कुंज एक्स्टेन्शन, जालंधर ने अपने परिचित हरपिन्दर सिंह के साथ साजिश रच कर 18 मरले 1 सरसायी जमीन अपने नाम पर रजिस्टर्ड करवा के बैंक खाते में 56, 16, 000 रुपए बतौर मुआवजा निगल लिए। आराेपित मोहित गुप्ता, निवासी मिलरगंज ओवरलाक रोड, लुधियाना ने 27, 00, 000 रुपए बतौर मुआवजा अपने खाते में ट्रांसफर किया।

खरीदी जमीन का तबादला

आरोपित रामजी डीड राईटर तहसील कांप्लेक्स होशियारपुर, निवासी गांव मरूली ब्राह्मण ने तहसीलदार, नायब- तहसीलदार, रजिस्टरी क्लर्क और मुलजिम खरीददारों की मिलीभुगत के साथ 31 रजिस्टरियां लिखवा कर असली मालिकों के साथ धोखा किया है। आरोपित जसविंदर सिंह पटवारी (अब सेवामुक्त), राजस्व हलका डिगाना कलां, डिगाना खुर्द और हरदोखानपुर ने असली जमीन मालिकों के साथ धोखा कर फजीZ खरीददारों के साथ मिल करके नोटिफिकेशन के बाद खरीदी जमीन का तबादला करवा दिया।

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