ट्रैफिक की तरह कूड़ा फेंकने पर होगा आनलाइन चालान, चंडीगढ़ में स्वच्छता पर नया कदम, 11 हजार का फाइन
चंडीगढ़ को गंदा करने वालों की अब खेर नहीं। क्योंकि नगर निगम शहर में इधर-उधर कूड़ा फेंकने वालों पर नजर रखने के लिए सीसीटीवी कैमरे से निगरानी करेगा। पकड़े जाने पर घर पर ट्रैफिक चालान की तरह आनलाइन चालान पहुंच जाएगा।
By Rajesh DhallEdited By: Ankesh ThakurUpdated: Tue, 11 Oct 2022 01:00 PM (IST)
राजेश ढल्ल, चंडीगढ़। सिटी ब्यूटीफुल चंडीगढ़ में गंदगी फैलाने वालों की अब खेर नहीं। अगर आपको भी इधर उधर कूड़ा कर्कट फेंकने की आदत है तो सुधार लिजिए। ऐसा करने पर एक नहीं दो नहीं सीधा साढ़े 11 हजार रुपये का जुर्माना भरना पड़ेगा।
अगर आप किसी सुनसान और खाली जगह पर कचरा फेंकते हैं और लगता है कि आपको कोई नहीं देख रहा तो इस भ्रम को मन से निकाल दें। क्योंकि ऐसा करने पर ट्रैफिक चालान की तरह घर पर भारी भरकम चालान आ जाएगा। गंदगी फैलाने का नगर निगम की ओर से 11 हजार 567 रुपये का जुर्माना तय गया है। इस समय नगर निगम की ओर से शहर के ऐसे 35 जगह चिन्हित की गई हैं, जहां पर लोग बार बार कचरा गिरा रहे हैं। लोगों को बार बार मौखिक तौर पर समझाया जा चुका है बावजूद वह मान नहीं रहे हैं।
चंडीगढ़ नगर निगम की ओर से शहर की 37 ऐसी जगहों पर एडवांस सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे, जिनमें चिप भी लगी हाेगी। सीसीटीवी कैमरों को लगाने के लिए टेंडर जल्द ही निकाला जा रहा है। इन कैमरों को इंटिग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर के साथ जोड़ा जाएगा। कचरा गिराने पर सेंटर पर अलर्ट पहुंच जाएगा। इन जगहों पर अलार्म सिस्टम भी लगाया जाएगा। 39.96 लाख रुपये के यह कैमरे लगाए जाएंगे। दिसंबर तक इन कैमरों को फिट कर दिया जाएगा।
टाप-5 में आने के लिए किए जा रहे प्रयास
स्वच्छ सर्वेक्षण रैंकिंग में चंडीगढ़ 12वीं नंबर पर आया है। साल 2023 के सर्वेक्षण में नगर निगम का शहर को टाप-5 में लाने का टारगेट है। इसलिए निगम की तरफ से कई कदम उठाए जाएंगे। इसके साथ ही नगर निगम ने शहर की अंदरूनी सड़कों की भी मैकेनिकल स्पीपिंग करने का निर्णय लिया है, इसके लिए पांच मशीन खरीदी जा रही हैं। निगम ने शहर में वायु प्रदूषण को खत्म करने के लिए भी यंत्र लगाने का निर्णय लिया है।
शहर से उठाए गए सभी बड़े डस्टबीन
शहर से अभी सभी बड़े डस्टबीन उठा दिए गए हैं। अब सारा कचरा डोर टू डोर गारबेज कलेक्टर्स की ओर से लोगों के घरों से उठाया जाता है। ऐसे में कोई भी शहरवासी बाहर कचरा नहीं फेंक सकता। अब चाहे कोई कचरा कलेक्टर्स को न दे लेकिन फिर भी पानी के बिल में गारबेज कलेक्शन चार्जेस जुड़कर आते हैं।पांच करोड़ 14 लाख रुपये का किया जाएगा खर्चा
इन सब कामों के लिए नगर निगम को पांच करोड़ 14 लाख रुपये का फंड मिला है। पॉल्यूशन कंट्रोल कमेटी की ओर से नेशनल क्लीन एयर कार्यक्रम के तहत यह फंड जारी किया गया है। निगम ने सीसीटीवी कैमरों के अलावा पांच स्वीपिंग मशीन और प्रदूषण कम करने के लिए शहर में पौधरोपण भी किया जाएगा। इसके साथ ही नगर निगम के अनुसार औद्योगिक क्षेत्र में मलबा प्रोसेसिंग प्लांट लगा हुआ है। यहां पर प्रदूषण ज्यादा होता है। ऐसे में यहां पर हवा में प्रदूषण कम करने का यंत्र लगाया जाएगा। नगर निगम के अनुसार गाेबर को प्रोसेस करके ब्रिक्स बनाने के लिए भी एडवांस मशीनें खरीदी जाएगी। इसका प्रयोग ईंधन के लिए किया जाएगा। इन्हें नगर निगम की ओर से बेचा भी जा रहा है। इस समय नगर निगम ब्रिक्स मैनुअल तरीके से बना रहा है।
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