पंजाब में आम आदमी क्लीनिक से हो रहा लोगों का इलाज, विश्व स्तर पर भी मिल रही सराहना
पंजाब में अभी तक 842 आम आदमी क्लीनिक खोले जा चुके हैं। इसकी सफलता का अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता हैं कि आम आदमी क्लीनिक में 2 करोड़ के करीब मरीजों ने इलाज करवाया है। आम आदमी क्लीनिक में रुटीन में होने वाली बीमारी जिसे मेडिकल की भाषा में प्राइमरी हेल्थ सेवाएं कहा जाता है जिसमें बुखार खांसी शुगर ब्लड प्रेशर की जांच आदि शामिल है।
डिजिटल टीम, चंडीगढ़। प्राथमिक स्वास्थ्य सेवा लोगों के घर के पास मुहैया करवाने का आम आदमी क्लीनिक का सपना पंजाब में पंजाब सरकार ने 2022 में देखा था। आज आम आदमी क्लीनिक के माडल की सराहना देश ही नहीं विदेशों में भी हो रही है। कीनिया की राजधानी नैरोबी में हुई ग्लोबल हेल्थ सप्लाई समिट में भी पंजाब के आम आदमी क्लीनिक की सराहना की गई। समिट में आम आदमी क्लीनिक माडल को विश्व का सबसे सर्वश्रेष्ठ बताया गया। इस समिट में विश्व भर के 85 देशों ने हिस्सा लिया था जिसमें से 40 देशों ने इसे अपने यहां अपनाने का भी फैसला लिया है।
2 करोड़ के करीब मरीजों को मिला इलाज
पंजाब में अभी तक 842 आम आदमी क्लीनिक खोले जा चुके हैं। इसकी सफलता का अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता हैं कि आम आदमी क्लीनिक में 2 करोड़ के करीब मरीजों ने अपना इलाज करवाया है। आम आदमी क्लीनिक में रुटीन में होने वाली बीमारी जिसे मेडिकल की भाषा में प्राइमरी हेल्थ सेवाएं कहा जाता है, जिसमें बुखार, खांसी, शुगर, ब्लड प्रेशर की जांच आदि शामिल है। आम आदमी क्लीनिक में 38 प्रकार के टेस्ट किए जाते हैं जबकि 80 प्रकार की दवाएं दी जाती है। इससे पहले प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर टेस्ट की सुविधा नहीं थी जो आम आदमी क्लीनिक में मिल रही है। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान आम आदमी क्लीनिक को लेकर हमेशा ही सजग रहते हैं।
38 प्रकार के टेस्ट फ्री
आम आदमी क्लीनिक में दवा सप्लाई सुचारू ढंग से चले इसके लिए सप्लाई की बाकायदा जीपीएस से मैपिंग की जाती है। मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने कहा कि अभी तक मौसम व रुटीन में होने वाली बीमारी के इलाज के लिए लोगों को घंटों अस्पतालों में लाइन में लगना पड़ता था जिससे मरीज को तो परेशानी होती ही थी साथ में बड़े अस्पतालों पर भी दबाव बढ़ता था। आम आदमी क्लीनिक जहां पर 38 प्रकार के टेस्ट फ्री में किए जाते हैं। आम आदमी क्लीनिक में एक डाक्टर, एक क्लीनिक असिस्टेंट, फार्मासिस्ट और सफाई सेवक रहते हैं। घर के करीब ही प्राथमिक सेहत सुविधा मिलने से लोगों को राहत मिली है।मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार की जानकारी में आया था कि ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की कमी व टेस्ट की सुविधा नहीं होने के कारण लोगों को यह पता ही नहीं चलता था कि उन्हें क्या बीमारी है। जैसे किसी को ब्लड प्रेशर हैं लेकिन उनकी जानकारी में ही नहीं है। ब्लड प्रेशर या शुगर टेस्ट करवाने कि लिए उसे शहर या बड़े अस्पताल में जाना पड़ेगा। वहां पर उसे टेस्ट का भुगतान भी करना पड़ता था। ऐसे में लोग टेस्ट करवाने से कतराते थे जिससे बीमारी बढ़ जाती थी। अब जब उसे घर के पास ही 38 प्रकार के टेस्ट की सुविधा मुफ्त में मिल रही है तो लोग टेस्ट करवाने से परहेज नहीं करते।
आम आदमी क्लीनिक में आने वाले मरीज का डाटा भी कंप्यूटराइज किया जाता है। इससे सरकार के पास एक डाटा बैंक भी तैयार हो रहा है कि किस मरीज को क्या बीमारी है। अगर गंभीर बीमारी है तो इसका पता भी समय पर चल जाता है। वहीं, मोहल्ला क्लीनिक की वजह से बड़े अस्पतालों पर रुटीन के मरीजों का दबाव भी कम हुआ है। यही कारण है कि पंजाब के मोहल्ला क्लीनिक की चर्चा अब विश्व स्तर पर हो रही है।
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