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मनोनीत पार्षदों की घोषणा से पहले राजनीति तेज, नाम गायब होने पर टूटेगा दिल...पढ़ें चंडीगढ़ की और भी रोचक खबरें

चंडीगढ़ में मनोनीत पार्षदों के नाम की घोषणा से पहले राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। कई नेता नामों को जानने की कोशिश में जुटे हुए हैं। वहीं दूसरी तरफ भाजपा चाहती है कि जल्द नामों की सूची जारी कर दी जाए क्योंकि पहले ही बहुत देर हो चुकी है।

By Rajesh DhallEdited By: DeepikaUpdated: Mon, 10 Oct 2022 08:48 AM (IST)
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शहर में मनोनीत पार्षदों के नाम की घोषणा जल्द होने की चर्चा है। (सांकेतिक)
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। इस समय शहर में मनोनीत पार्षदों के नाम की घोषणा जल्द होने की चर्चा है। इस कारण एक बार फिर से राजनीति गरमा गई है। कई नेता और दावेदार यह पता करने का प्रयास कर रहे हैं कि सूची में किस-किस के नाम हैं। कई नेताओं और लोगों ने भाजपा के चंडीगढ़ अध्यक्ष और सीनियर नेताओं से नाम जानने का प्रयास किया, लेकिन किसी ने भी मुंह नहीं खोला।

भाजपा के सीनियर नेताओं को लगता है कि नाम वायरल हो गए तो कहीं फिर से सूची रुक न जाए। पहले ही नौ मनोनीत पार्षदों की नियुक्ति में देरी हो चुकी है। अब भाजपा चाहती है कि प्रशासक की तरफ से जल्द नामों की सूची जारी कर दी जाए। कुछ संभावित उम्मीदवारों को अभी से बधाई संदेश मिलने शुरू हो गए हैं। नाम सामने आने के बाद एक बार फिर से राजनीति गरमाएगी, लेकिन इसका फायदा सदन में भाजपा को मिलने वाला है।

छात्र राजनीति से मोह

पंजाब विश्वविद्यालय के छात्रसंघ चुनाव की घोषणा होने वाली है। ऐसे में कांग्रेस के चंडीगढ़ अध्यक्ष एचएस लक्की भी सक्रिय हो गए हैं। दूसरे दलों के सीनियर नेता इस छात्र राजनीति से दूरी बनाए हुए हैं। असल में कांग्रेस अध्यक्ष एचएस लक्की ने खुद अपनी राजनीति की शुरुआत पंजाब विश्वविद्यालय से की थी। ऐसे में उनका छात्र राजनीति के प्रति विशेष झुकाव है। इसलिए उन्होंने एनएसयूआइ के नेताओं को हर संभव मदद का आश्वासन दिया है।

लक्की छात्र नेताओं को अपने समय की छात्र राजनीति के किस्से भी शेयर करते हैं। सेक्टर-24 के दशहरा कार्यक्रम में लक्की और सांसद किरण खेर भी शामिल हुए। कार्यक्रम में सांसद किरण खेर और लक्की ने एक साथ बैठकर तस्वीर भी खिंचाई। यह तस्वीर लक्की ने इंटरनेट मीडिया पर भी शेयर की। दोनों अलग-अलग दल के हैं।

सूद ने भी लिया क्रेडिट

इस बार स्वच्छ सर्वेक्षण की रैंकिंग में चंडीगढ़ ने 12वां स्थान दर्ज किया। इससे भाजपा के नेता भी खुश हो गए। अब उन्हें इसका क्रेडिट भी लेना था इसलिए भाजपा के चंडीगढ़ अध्यक्ष अरुण सूद ने मेयर सरबजीत कौर के साथ पार्टी कार्यालय में प्रेसवार्ता की। सूद ने रैंकिंग में सुधार होने का क्रेडिट खुद भी लिया। उन्होंने कहा कि साल 2016 से स्वच्छ सर्वेक्षण में बेहतर रैंकिंग के लिए काम शुरू कर दिए गए थे।

असल में साल 2016 में अरुण सूद मेयर थे। ऐसे में उन्होंने उस समय के कार्यकाल में हुए कामों को भी प्रेसवार्ता में खूब गिनाया। उन्होंने यह भी बताया कि साल 2016 के सर्वेक्षण में चंडीगढ़ की रैंकिंग नंबर-2 पर थी। जबकि कांग्रेस नेता सुभाष चावला ने बयान जारी करते हुए कहा कि भाजपा को गर्व नहीं शर्म आनी चाहिए। इस पर देवेंद्र सिंह बबला ने कहा कि जो अब तक स्वच्छता रैंकिंग खराब रही है इसके लिए सिर्फ कांग्रेस ही जिम्मेदार है।

सांसद ने किया बचाव

हाल ही में सांसद किरण और पंजाब के मुख्य भगवंत मान का एक वीडियो इंटरनेट मीडिया पर खूब वायरल हुआ। कुछ शरारती लोगों ने इसे एडिट कर गाने के साथ खूब वायरल किया। इस पर जवाब देने के लिए खुद सांसद किरण खेर को आगे आना पड़ा। यह वीडियो 28 सितंबर का है, जब चंडीगढ़ एयरपोर्ट का नाम बलिदानी भगत सिंह के नाम पर रखा गया। एयरपोर्ट पर कार्यक्रम आयोजित हुआ था।

वायरल वीडियो में मुख्यमंत्री मान से थोड़ी देर बात करने के बाद सांसद किरण खेर एक्सप्रेशन देते हुए मुंह पर अचानक से मास्क लगाने लगी थीं। इंटरनेट पर वायरल वीडियो में यह अफवाह फैलाई गई कि सीएम मान के कारण सांसद किरण खेर ने मास्क लगाया। इस पर सांसद किरण खेर ने आपत्ति जताते हुए कहा कि उन्होंने ऐसा कमजोर इम्युनिटी के चलते किया, न कि पंजाब के सीएम भगवंत मान के कारण।

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