Chandigarh AQI: प्रदूषण का स्तर बेहद गंभीर, 450 के करीब पहुंचा AQI; सांसद मनीष तिवारी ने की ये मांग
चंडीगढ़ में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) ने 450 के करीब पहुंचकर बेहद गंभीर स्थिति ले ली है। सांसद मनीष तिवारी ने पंजाब के राज्यपाल और चंडीगढ़ के प्रशासक गुलाब कटारिया से तुरंत कार्रवाई का आग्रह किया है। प्रदूषण के कारण अस्थमा के मरीजों की संख्या में वृद्धि हुई है और आंखों में जलन खुजली और लालिमा की समस्या भी बढ़ रही है।
प्रदूषण को लेकर सांसद ने कही ये बात
मनीष तिवारी का कहना है कि वायु प्रदूषण का यह स्तर खासकर छोटे बच्चों और बुजुर्गों के लिए अत्यंत हानिकारक हो सकता है। ऐसे में उन्होंने आग्रह किया है कि जब तक स्थिति में सुधार नहीं होता, तब तक सभी स्कूलों को, विशेष रूप से छोटे बच्चों के लिए, अस्थायी रूप से बंद करने पर गंभीरता से विचार किया जाए।अस्पतालों में 10 प्रतिशत मरीजों की संख्या में इजाफा
ठंड के दिनों में प्रदूषण के कारण अस्थमा के मरीजों की संख्या में और वृद्धि हो रही है। पीजीआई के ओपीडी में हर दिन करीब 50 बुजुर्ग मरीज आते हैं, जबकि 15 से 20 बच्चों के मामले भी देखे जा रहे हैं।यह भी पढ़ें- Chandigarh pollution: चंडीगढ़ में ध्यान से करें सुबह की सैर, हवा में घुला प्रदूषण का 'जहर'; 380 पहुंचा AQIप्रदूषण में उच्च स्तर के बारीक कण निकलते हैं जो फेफड़े और रक्तप्रवाह में आसानी से घुल सकते हैं। ये कण विशेष रूप से सांस की समस्याओं से जुड़े होते हैं और अस्थमा के मरीजों में लक्षणों को बहुत खतरनाक बना सकते हैं। प्रदूषण के कारण मरीजों को सांस लेने में परेशानी, खांसी, और सांस फूलने की समस्या हो सकती है, जिससे अस्थमा का अटैक भी आ सकता है। ऐसे में ऐसे में बचाव बेहद जरूरी है। जरूरत न होने पर घर से न निकले। बेहद जरूरी होने पर घर से निकलते समय मास्क का प्रयोग करें। अधिक से अधिक पानी पीएं। इसके साथ खानपान का विशेष ध्यान रखे।
- डॉ. दीपक अग्रवाल, विभागाध्यक्ष , पल्मोनरी विभाग, जीएमसीएच-32