प्रताप बाजवा ने सीएम पर लगाए आम लोगों को परेशान करने के आरोप, कहा- मांगों को स्वीकार करने में मान सरकार विफल
पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने गुरुवार को पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान पर कर्मचारियों के साथ-साथ आम लोगों को परेशान करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा यह आप सरकार है जिसने पहले पुरानी पेंशन योजना लागू करने का वादा किया था और अब वह अपने वादे से मुकर रही है। इस बीच उन्हें हड़ताल पर गए लगभग एक महीना हो गया है
By Inderpreet Singh Edited By: Nidhi VinodiyaUpdated: Thu, 07 Dec 2023 09:22 PM (IST)
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने गुरुवार को पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान पर कर्मचारियों के साथ-साथ आम लोगों को परेशान करने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा, 'यह आप सरकार है जिसने पहले पुरानी पेंशन योजना लागू करने का वादा किया था और अब वह अपने वादे से मुकर रही है। इस बीच, उन्हें हड़ताल पर गए लगभग एक महीना हो गया है और उनकी मांगों में पुरानी पेंशन योजना (ओपीएस) को लागू करना, महंगाई भत्ते (डीए) की शेष तीन किस्तें जारी करना और परिवीक्षा अवधि के दौरान भी कर्मचारियों को पूर्ण वेतनमान देना शामिल है।’
50 हजार से ज्यादा कर्मचारी हड़ताल पर
वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने कहा कि 52 सरकारी विभागों के 50,000 से अधिक कर्मचारी, जो पंजाब स्टेट मिनिस्ट्रियल स्टाफ यूनियन के सदस्य हैं, पिछले एक महीने से हड़ताल पर हैं, लेकिन आप सरकार ने उनकी वैध मांगों पर आंखें मूंद ली है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान को यह नहीं भूलना चाहिए कि यह वही कर्मचारी हैं जिन्होंने सरकार बनाने के बाद मुख्यमंत्री के रूप में पंजाब सचिवालय में प्रवेश करते समय उनके पक्ष में नारे लगाए थे। बाजवा ने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री ने पंजाब सरकार के कर्मचारियों से झूठे वादे करके उनकी पीठ में छुरा घोंपा है।OPS को लेकर कर्मचारियों ने की ही हड़ताल
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि पिछले साल 10 अक्टूबर से 22 अक्टूबर तक कर्मचारी ओपीएस मुद्दे को लेकर हड़ताल पर चले गए थे। मुख्यमंत्री भगवंत मान द्वारा ओपीएस लागू करने की घोषणा के बाद हड़ताल वापस ले ली गई। बाजवा ने कहा कि पीएसएमएसयू की हड़ताल के कारण पंजाब सरकार के करीब दो लाख कर्मचारियों के वेतन में भी देरी हुई है।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।