Punjab Monsoon Session: छोटे मानसून सत्र पर भड़के प्रताप सिंह बाजवा, बोले- सरकार के पास बिजनेस नहीं, विदेश जा रहे युवा
Punjab Monsoon Session पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने छोटे मानसून सत्र को लेकर भगवंत मान सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पंजाब में कानून व्यवस्था का सबसे बड़ा मुद्दा है। सीएम भगवंत मान बस खोखले दावे कर रहे हैं। किसान चंडीगढ़ में धरना देकर बैठ गए है। मुख्यमंत्री के पास उनसे मिलने का समय नहीं है।
कैलाश नाथ, चंडीगढ़। पंजाब विधानसभा के मानसून सत्र मात्र 3 दिन का होने पर विरोधी दल के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने अपनी नाराजगी जताई है। सत्र के शुरू होने से पहले हुई बिजनेस एडवाइजरी कमेटी में बाजवा ने कम से कम 10 दिन का सत्र रखने की मांग रखी।
बाजवा ने कहा कि बीएसी की बैठक में स्पीकर कुलतार सांधवा ने बताया की सरकार के पास बिजनेस नहीं है। बाजवा ने कहा, कि सरकार के पास बिजनेस नहीं है, पंजाब के युवाओं के पास काम नहीं है। इसलिए वो विदेश जा रहे हैं। सरकार को भी विधानसभा बंद करके घर चले जाना चाहिए।
सिर्फ तीन दिनों के लिए मानसून सत्र
वहीं, विपक्ष के विरोध के बाद स्पीकर ने एक सिटिंग बढ़ा दी। पहले विधानसभा की कार्यवाही दिवंगत आत्माओं को श्रद्धांजलि देने के बाद स्थगित की जानी थी। लेकिन स्पीकर ने सोमवार को ही एक सिटिंग बढ़ा दी। बता दें कि विधानसभा की कार्यवाही 4 सितंबर तक चलनी है।वहीं, बीएसी की बैठक के बाद बाजवा ने कहा कि विपक्ष में रहते हुए आप हमेशा ही लंबे सत्र की मांग रखती थी। विधानसभा के नियमावली के अनुसार एक साल में कम से कम 40 सिटिंग होनी चाहिए। आप सरकार के ढाई साल में अभी तक मात्र 39 सिटिंग हुई है।
'कानून व्यवस्था पंजाब का सबसे बड़ा मुद्दा'
बाजवा ने कहा कि कानून व्यवस्था पंजाब का सबसे बड़ा मुद्दा है। गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का सीआईए स्टाफ में साक्षात्कार होता है। जबकि मुख्यमंत्री ने दावा किया था कि पंजाब में लॉरेंस का साक्षात्कार नहीं किया गया ऐसे में प्रसिद्ध गायक सिद्धू मूसेवाला के परिवार वाले पंजाब सरकार से कैसे इंसाफ की उम्मीद कर सकते हैं।उन्होंने कहा की किसान चंडीगढ़ में धरना देकर बैठ गए है। मुख्यमंत्री के पास उनसे मिलने का समय नहीं है।
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