Farishte Yojna में निजी अस्पताल होंगे शामिल, दुर्घटना पीड़ितों के इलाज के लिए पैकेज किए तैयार
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ बलबीर सिंह (Health Minister Dr Balbeer Singh) ने सोमवार को सभी निजी अस्पतालों को इस जन-अनुकूल योजना के लिए पंजीकरण करने का निर्देश दिया। ताकि सड़क हादसों के शिकार लोगों की कीमती जान बचाई जा सके। उन्होंने कहा हम सड़क दुर्घटना पीड़ितों के बहुमूल्य जीवन को बचाने के लिए गोल्डन आवर का यथासंभव उपयोग करना चाहते हैं।
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। राज्य सरकार की ओर से फरिश्ते योजना में शामिल होने के लिए निजी अस्पतालों को न्यौता दिया गया है। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ बलबीर सिंह ने सोमवार को सभी निजी अस्पतालों को इस जन-अनुकूल योजना के लिए पंजीकरण करने का निर्देश दिया। ताकि सड़क हादसों के शिकार लोगों की कीमती जान बचाई जा सके। उन्होंने कहा हम सड़क दुर्घटना पीड़ितों के बहुमूल्य जीवन को बचाने के लिए गोल्डन आवर का यथासंभव उपयोग करना चाहते हैं। निजी अस्पतालों सहित आसपास के अस्पतालों में मुफ्त इलाज सुनिश्चित किया जाएगा।
दुर्घटना पीड़ितों के इलाज के लिए 52 पैकेजों की पहचान
गौरतलब है कि गोल्डन ऑवर सड़क दुर्घटना के बाद का पहला महत्वपूर्ण घंटा होता है, इस दौरान अगर गंभीर रूप से घायल व्यक्ति को उचित देखभाल मिले तो उसके बचने की संभावना काफी बढ़ जाती है। डा बलबीर सिंह ने निजी स्वास्थ्य संस्थानों से समर्थन की आवश्यकता पर बल देते हुए, राज्य भर के अस्पतालों, विशेष रूप से तृतीयक और माध्यमिक देखभाल प्रदान करने वाले अस्पतालों से कीमती जीवन बचाने के लिए इस योजना में शामिल होने की अपील की।
उन्होंने कहा कि सूचीबद्ध अस्पतालों को राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण द्वारा परिभाषित एचबीपी 2.2 पैकेज दरों के अनुसार मुआवजा दिया जाएगा। राज्य स्वास्थ्य एजेंसी ने सड़क दुर्घटना पीड़ितों के इलाज के लिए 52 पैकेजों की पहचान की है।
384 अस्पतालों को फरिश्ते योजना के तहत पंजीकृत किया
बता दें कि इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) पंजाब पहले ही इस योजना का हिस्सा बनकर इस नेक काम का समर्थन कर चुका है। स्वास्थ्य मंत्री ने अन्य अस्पतालों को भी आगे आकर इस योजना के तहत पंजीकरण कराने के लिए आमंत्रित किया।
पंजीकरण के संबंध में किसी भी प्रश्न के लिए उन्हें अपने संबंधित जिले के सिविल सर्जन से संपर्क करने की सलाह दी गई। बलबीर सिंह ने कहा अब तक राज्य में 384 अस्पतालों को फरिश्ते योजना के तहत पंजीकृत किया गया है, जिनमें से 146 सरकारी अस्पताल और 238 निजी अस्पताल हैं।