पीयू रिसर्च स्कालर की पीएचडी थीसिस मूल्यांकन के लिए भेजी जाएगी विदेश
पंजाब यूनिवर्सिटी से पीएचडी करने वाले स्टूडेंट्स की थीसिस अब विदेशी यूनिवर्सिटी में भी मूल्यांकन के लिए भेजी जाएगी।
By JagranEdited By: Updated: Thu, 14 Jul 2022 07:20 AM (IST)
डा. सुमित सिंह श्योराण, चंडीगढ़
पंजाब यूनिवर्सिटी से पीएचडी करने वाले स्टूडेंट्स की थीसिस अब विदेशी यूनिवर्सिटी में भी मूल्यांकन के लिए भेजी जाएगी। पीयू प्रशासन ने पीएचडी थीसिस के मूल्यांकन को लेकर नई गाइडलाइन जारी की है। वर्ल्ड रैंकिग में पीयू के गिरते ग्राफ को बेहतर करने के लिए यह फैसला लिया गया है। इंटरनेशनल स्तर की रैंकिग में रिसर्च सेगमेंट को सबसे अधिक तवज्जो दी जाती है। नए नियमों के तहत पीएचडी मूल्यांकन के लिए रिसर्च गाइड को नए नियमों को फोलो करना होगा। पीयू के सभी चेयरमैन, डायरेक्टर और विभागाध्यक्षों को इस संबंध में निर्देश जारी किए हैं। नए नियमों के तहत थीसिस मूल्यांकन के लिए एक राज्य से सिर्फ एक ही प्रोफेसर (एक्सपर्ट) का नाम लिस्ट में कुलपति के पास भेजना होगा। लिस्ट में देश भर की प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर्स को ही तवज्जो दी जाएगी। थीसिस मूल्यांकन के लिए विदेश की नामी यूनिवर्सिटी से भी एक से दो गाइड का नाम लिस्ट में देना होगा। पांच जुलाई को पीयू सीनेट में पीएचडी मूल्यांकन के मुद्दे को वरिष्ठ सीनेटर प्रो. रजत संधीर ने प्रमुखता से उठाया था। उन्होंने इस मामले में कई सुझाव भी दिए। मामले में कमेटी की सिफारिशों पर नई गाइडलाइन जारी की गई है। आनलाइन मूल्यांकन का मामला लटका पीयू ने 2018 में पीएचडी थीसिस के आनलाइन मूल्यांकन को लेकर आठ सदस्यों की कमेटी गठित की थी। कोरोना काल में पीयू को पीएचडी वाइवा करने के लिए मंजूरी देनी पड़ी। अब पीएचडी थीसिस के मूल्यांकन को आनलाइन कराने का मुद्दा फिर से सीनेट में उठा है। इस मामले में कुलपति ने कमेटी गठित करने के निर्देश दिए हैं। हर वर्ष पीयू से 350 से 400 स्टूडेंट पीएचडी कर रहे हैं। आनलाइन थीसिस मूल्यांकन से एग्जामिनर की रिपोर्ट समय पर मिल सकेगी और समय पर वाइवा करवाकर रिसर्च स्कालर को डिग्री दी जा सकेगी। पेक ने पीएचडी थीसिस विदेश भेजने का लिया फैसला
पंजाब इंजीनियरिग कालेज (पेक) ने इसी साल से सभी पीएचडी स्कालर की थीसिस का मूल्यांकन विदेशी यूनिवर्सिटी के एक्सपर्ट से कराने का फैसला लिया है। बेहतर पढ़ाई के बावजूद रैंकिग में पेक अभी टाप 50 इंजीनियरिग कालेज में जगह नहीं बना पाया है। इस मामले को लेकर गठित कमेटी ने रिसर्च को इंटरनेशनल लेवल पर प्रोजेक्ट करने का सुझाव दिया। जिसके बाद पेक ने इसी सत्र से सभी पीएचडी स्टूडेंट की पीएचडी थीसिस विदेशी यूनिवर्सिटी के एक्सपर्ट को भेजने का फैसला लिया है। पीएचडी कोर्स वर्क के लिए तय होगी फीस जल्द ही पंजाब यूनिवर्सिटी पीएचडी कोर्स वर्क की फीस तय करने की तैयारी में है। यह फीस पांच हजार तक हो सकती है। पीएचडी करने से पहले रिसर्च स्कालर को एक से दो सेमेस्टर तक पीयू में कक्षाएं लगानी पड़ती हैं। जिसके बाद चार रिसर्च से संबंधित पेपर क्लीयर करने पर ही पीएचडी में रजिस्ट्रेशन होता है। कोट्स ..(फोटो भी साथ लें .)
पीएचडी थीसिस मूल्यांकन से जुड़े मुद्दे को सीनेट में उठाया गया था। सुझावों के बाद पीयू प्रशासन ने कुछ गाइडलाइन जारी कर दी हैं। मेरा सुझाव है कि आनलाइन थीसिस मूल्यांकन को भी जल्द शुरू किया जाए। यह स्टूडेंट्स और पीयू दोनों के हित में होगा। प्रो. रजत संधीर, डिपार्टमेंट आफ बायोकेमिस्ट्री पीयू, चंडीगढ़
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