Punjab Budget 2024: दो लाख चार करोड़ का बजट फिर भी लोगों को राहत नहीं, क्या आर्थिक संकट ने खुलने नहीं दिए चीमा के हाथ?
Punjab Budget 2024 पंजाब वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने आज 2.04 लाख करोड़ का बजट पेश किया। जनता ने इस चुनाव में लोगों को राहत दी है। वित्त मंत्री ने जीएसटी सहित अन्य सभी आमदनी के स्रोतों में वृद्धि करने का दावा किया है लेकिन साथ ही राज्य पर बढ़ती बिजली सब्सिडी और कर्ज के बोझ ने उनकी तमाम हसरतों को दबाकर रखा।
इन्द्रप्रीत सिंह, चंडीगढ़। पंजाब के वित्तमंत्री हरपाल सिंह चीमा ने 2.04 लाख करोड़ का पेश करके राज्य के लोगों को चुनावी साल के दौरान भी कोई बड़ी राहत नहीं दी है। हालांकि, उनके लिए सुखद स्थिति यह भी है कि उन्होंने लोगों पर किसी टैक्स का नया बोझ भी लादा है।
दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार की ओर से बीते कल महिलाओं को एक हजार रुपए प्रति महीना देने की घोषणा के बाद से यह माना जा रहा था कि आज विधानसभा में साल 2024-25 का बजट पेश करने के दौरान वित्तमंत्री हरपाल चीमा भी महिलाओं को बड़ा चुनावी तोहफा दे सकते हैं। लेकिन राज्य के आर्थिक संकट ने दो महीने तक होने वाले संसदीय चुनाव में खुलकर खेलने के लिए वित्तमंत्री के हाथ बांध दिए हैं।
स्कूल ऑफ हैप्पीनेस के लिए क्या है खास
हालांकि उन्होंने जीएसटी सहित अन्य सभी आमदनी के स्रोतों में वृद्धि करने का दावा किया है लेकिन साथ ही राज्य पर बढ़ती बिजली सब्सिडी और कर्ज के बोझ ने उनकी तमाम हसरतों को दबाकर रखा। वित्तमंत्री ने आप के शिक्षा और स्वास्थ्य के सेक्टरों पर फोकस करते हुए ''स्कूल ऑफ ब्रिलियंस'' और ''स्कूल ऑफ हैप्पीनेस'' और तकनीकी हुनर पैदा करने के लिए वित्त मंत्री ने स्कूल ऑफ अप्लाइड लर्निंग के विशेष प्रस्ताव करके दस -दस करोड़ रुपए जरूर रखे हैं।पंजाब में हैं साढ़े 14 लाख ट्यूबवेल
इसके साथ ही किसानों को नहरी पानी उपलब्ध करवाने के लिए मालवा नहर बनाने का दावा किया है लेकिन इसके लिए बजट में किसी किस्म कोई प्रविधान नहीं किया है। हालांकि आज विधानसभा में एक सवाल का उत्तर देते हुए मुख्यमंत्री भगवंत मान ने घोषणा की है कि मालवा नहर बनाकर किसानों को नहरी पानी उपलब्ध करवाया जाएगा। उन्होंने बताया कि ऐसा करने के पीछे उनका उद्देश्य ट्यबवेलों की गिनती को चार लाख तक कम करना है ताकि इससे बिजली सब्सिडी और भूजल दोनों का बचाव हो। इस समय पंजाब में साढे 14 लाख ट्यूबवेल हैं।
राजस्व प्राप्तियों को बढ़ाकर कर्ज को किया जाएगा कम
वित्तमंत्री ने बढ़ते कर्ज पर चिंता जरूर जताई और कहा कि राजस्व प्राप्तियों को बढ़ाकर कर्ज को कम किया जाएगा। उन्होंने बताया कि बजट में राजस्व घाटा 23,198 करोड़ रुपये है और प्रभावी बकाया कर्ज 3,53,599 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है।प्रभावी राजस्व घाटा और राजकोषीय घाटा क्रमशः 2.77 प्रतिशत और 3.80 प्रतिशत होने की उम्मीद है। अकेले कर्ज पर ही इस साल 23900 करोड़ रुपए का ब्याज अदा करना होगा। यानी सरकार को जीएसटी से जितनी आमदनी इस साल होनी है लगभग उतना ही खर्च ब्याज अदायगी पर होगा।
चीमा ने कहा कि पंजाब चालू वर्ष में 9.41 प्रतिशत की दर से बढ़ रहा है और सकल राज्य घरेलू उत्पाद (जीएसडीपी) 7,36,423 करोड़ रुपये है। मंत्री ने कहा कि वित्तीय वर्ष 24-25 में जीएसडीपी 9 प्रतिशत बढ़कर 8,02,701 करोड़ रुपये होने की उम्मीद है।
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