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भारत में ठगी कर इन देशों में भेजते थे पैसे, वर्क फ्रॉम होम का लालच देकर ठगते; CA, बैंक कर्मी और वकील तक शामिल

देशभर में नौकरी की तलाश करने वालों को वर्क फ्रॉम होम का लालच देकर ठगने वाले गिरोह के 9 सदस्यों को साइबर पुलिस ने गिरफ्तार किया है। साइबर पुलिस ने तीन ठगी के केस में दिल्ली हरियाणा और मध्य प्रदेश से गिरफ्तार किया है। इस तरह के अपराध में चार्टर्ड अकाउंटेंट्स बैंक कर्मी और वकील तक शामिल हैं। ये गिरोह फर्जी दस्तावेजों से कई बैंक खाते भी खुलवा लेते हैं।

By Jagran NewsEdited By: Nidhi VinodiyaUpdated: Thu, 27 Jul 2023 10:31 PM (IST)
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भारत में ठगी कर इन देशों में भेजते थे पैसे, वर्क फ्रॉम होम का लालच देकर ठगते

चंडीगढ़, जागरण संवाददाता। देशभर में नौकरी की तलाश करने वालों को वर्क फ्रॉम होम (Work from Home) का लालच देकर ठगने वाले गिरोह के 9 सदस्यों को साइबर पुलिस (Cyber Police) ने गिरफ्तार किया है। साइबर पुलिस ने तीन ठगी के केस में दिल्ली (Delhi), हरियाणा (Haryana) और मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) से गिरफ्तार किया है।

ठगी में बैंक कर्मी और वकील शामिल

इस तरह के अपराध में चार्टर्ड अकाउंटेंट्स, बैंक कर्मी और वकील तक शामिल हैं। ये गिरोह फर्जी दफ्तर खोलने के साथ फर्जी दस्तावेजों के आधार पर कई बैंक खाते भी खुलवा लेते हैं। आरोपितों के 21 फर्जी ट्रेडिंग फर्म/कंपनियां और विभिन्न बैंक में 24 खाते निकले है। पुलिस का दावा है कि आरोपित ने ठगी के पैसे हवाले के जरिए दुबई, चाइना, इंडोनेशिया और पाकिस्तान भेजे है।

केस-1

29 जून को कंवलजीत जीत सिंह ने शिकायत दी थी। शिकायतकर्ता ने बताया कि उनको टेलीग्राम के एक ग्रुप में जोड़ कर आरोपितों ने 39 लाख 53 हजार 825 रुपये की ठगी हुई थी। इस मामले में गिरफ्तार आरोपितों की पहचान हरियाणा के चरखी दादरी के 28 वर्षीय संदीप कुमार, 28 वर्षीय राकेश उर्फ रिंकू और उत्तर पूर्वी दिल्ली के 33 वर्षीय मनीष रावत के तौर पर हुई है। आरोपितों से पुलिस ने 14 मोबाइल फोन, आठ बैंक खाता किट, फर्जी कंपनियों से जुड़े पांच फ्लेक्स बोर्ड तथा सात स्टांप बरामद की हैं।

केस-2

15 जुलाई को महिला ने बताया कि उनको अमेजन एडवर्टाइजमेंट ऑफ इंडिया में निवेश करने ऑफर देकर आरोपितों ने 45 लाख 40 हजार 233 रुपये की ठगी की है। इसमें गिरफ्तार आरोपितों की पहचान मध्य प्रदेश के 20 वर्षीय आदित्य शर्मा, 34 वर्षीय महेश शर्मा, जनकपुरी नई दिल्ली के 47 वर्षीय राजकुमार, विकासपुरी के 35 वर्षीय प्रतीक मैंगी और 35 वर्षीय महेश कुमार के रूप में हुई है। इनके कब्जे से पुलिस ने 10 मोबाइल फोन,दो चेक बुक, छह सिम कार्ड, 11 स्टांप और दो बाउंस चेक बरामद किए हैं।

केस-3

एक जुलाई को महिला शिकायतकर्ता ने बताया कि जेब्रा टेक्निकल सलूशन प्राइवेट लिमिटेड की कर्मी बनकर एक महिला ने काल कर उन्हें वर्क फ्रॉम होम के जरिए मुनाफा कमाने का लालच देकर 7 लाख 62 हजार रुपये की ठगी कर ली थी। इसमें पुलिस ने जोधपुर निवासी 34 वर्षीय विशाल वर्मा को गिरफ्तार किया है।

क्रिप्टो करेंसी के जरिए हवाला और मनी लॉन्ड्रिंग 

पुलिस हेडक्वार्टर में एसपी सिटी केतन बंसल ने बताया कि डीएसपी वेंकटेश के सुपरविजन में इंस्पेक्टर रंजीत सिंह की टीम ने आरोपितों को विभिन्न लोकेशन से दबोचा है। आरोपित ठगी की जानकारी टेलीग्राम और व्हाट्सएप पर अपने दुबई, चाइना, इंडोनेशिया, पाकिस्तान जैसे देशों में बैठे आकाओं को देते हैं।

वर्क फ्रॉम होम के नाम पर ठगते

वर्क फ्रॉम होम के नाम पर ठगी के पैसे जमा कर क्रिप्टोकरेंसी में निवेश कर दुबई, चाइना, इंडोनेशिया और पाकिस्तान आदि देशों में डिजिटल वॉलेट के माध्यम से भेज देते है। इन तीन मामलों में 150 करोड़ रुपये की हेराफेरी हुई है। आरोपित गिरोह मनी लॉन्ड्रिंग और हवाला कारोबार में भी शामिल पाए गया हैं। इस घपले में जिन टेलीग्राम ग्रुप की जानकारी प्राप्त हुई है उनकी आईपी डिटेल से पता चला है कि यह दुबई, चाइना, इंडोनेशिया और पाकिस्तान से जुड़े हैं।

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