Punjab Cabinet Ministers: पंजाब के नए मंत्री कोई किसान तो कोई वकील, यहां पढ़ें नए मंत्रियों का प्रोफाइल
Punjab Cabinet Ministers पंजाब कैबिनेट का गठन हो गया है। भगवंत मान ने अपने मंत्रिमंडल में 10 मंत्री शामिल किए हैं। पूर्व नेता प्रतिपक्ष हरपाल चीमा को भी मंत्री बनाया गया है। मंत्रिमंडल में युवा चेहरे शामिल हैं।
जेएनएन, चंडीगढ़। पंजाब में भगवंत मान सरकार के मंत्री आज शपथ ले रहे हैं। मंत्रिमंडल के गठन के बाद मंत्री आज ही अपना कार्यभार संभाल लेंगे। मान ने अपने मंत्रिमंडल में 10 मंत्री बनाए हैं। इनमें आठ ऐसे हैं जो पहली बार विधानसभा पहुंचे हैं। आइए जानते हैं पंजाब के नए मंत्रियों के बारे में...
1. हरपाल सिंह चीमा
चीमा दिड़बा से दूसरी बार विधायक बने हैं। वह पिछली सरकार में नेता प्रतिपक्ष रहे हैं और भगवंत मान के नजदीकी माने जाते हैं। 47 वर्षीय चीमा पेशे से वकील हैं। वह बार कौंसिल संगरूर के प्रधान भी रह चुके हैं। चीमा ने अपने प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के अजैब सिंह रटौल को 4000 से अधिक मतों से हराया।
2. ब्रह्म शंकर जिम्पा
जिम्पा ने राजनीतिक करियर की शुरू कांग्रेस से की। 2002 में एमसी का चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की। चार बार पार्षद रहे। जिम्पा को कैप्टन अमरिंदर सरकार में पंजाब स्टेट डेवलपमेंट कार्पोरेशन के सीनियर वाइस चेयरमैन रहे। वर्ष 2021 में जिम्पा ने आम आदमी पार्टी का दामन थाम। आप ने जिम्पा को चुनाव मैदान में उतारा। जिम्पा ने होशियारपुर विधानसभा सीट से दो पूर्व मंत्रियों कांग्रेस के सुंदर शाम अरोड़ा और भाजपा के तीक्ष्ण सूद को हराया।
3. हरभजन सिंह ईटीओ
हरभजन सिंह जंडियाला से विधायक बने हैं। वह एक्साइज विभाग में ईटीओ थे। नौकरी छोड़कर उन्होंने आप ज्वाइन की थी। वर्ष 2017 में वह चुनाव हार गए थे, लेकिन इस बार वह कांग्रेस को हराने में कामयाब रहे। हरभजन सिंह ने वर्ष 1992 में गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी से राजनीति विज्ञान से एमए किया।
4. कुलदीप सिंह धालीवाल
धालीवाल अजनाला विधानसभा सीट से चुनाव जीते हैं। उन्होंने पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की। वह मूलरूप से किसान हैं।
5. डा. विजय सिंगला
सिंगला पहली बार मानसा विधानसभा सीट से विधायक बने हैं। विजय सिंगला ने मानसा से कांग्रेस के टिकट से चुनाव लड़ने वाले पंजाब के प्रसिद्ध गायक शुभदीप सिंह सिद्धू मूसे वाला को 63323 मतों के अंतर से हराया। सिंगला ने 1992 में पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला से बीडीएस की डिग्री हासिल की। वह मानसा में अपना अस्पताल चलाते हैं।
6. लाल चंद कतारूचक्क
लाल चंद साधारण परिवार से संबंध रखते हैं। पिता मजदूर थे। लाल चंद वर्ष 2021 में आम आदमी पार्टी से जुड़े। आप में प्रदेश की अनुसूचित जाति के प्रदेश अध्यक्ष रहे। लाल चंद भोआ विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के दिग्गज नेता जोगिंदर पाल को हराया।
7. हरजोत सिंह बैंस
31 वर्षीय हरजोत लंदन स्कूल इकोनामिक्स से पढ़े हैं। आम आदमी पार्टी के यूथ विंग के प्रधान भी रहे हैं। 2017 में विधानसभा साहनेवाल से चुनाव लड़ा था, लेकिन तब वह हार गए थे। इस बार उन्होंने श्री आनंदपुर साहिब सीट से जीत दर्ज की है।
8. लालजीत सिंह भुल्लर
भुल्लर पट्टी में कमीशन एजेंट का काम करते हैं। कमीशन एजेंट यूनियन पट्टी के प्रधान भी रहे हैं। दो साल पहले आम आदमी पार्टी से जुड़े। पट्टी विधानसभा सीट से चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे हैं।
9. डा. बलजीत कौर
डा. बलजोत कौर मलोट (आरक्षित) सीट से चुनाव जीती हैं। वह आई सर्जन हैं और उन्होंने अपने काम की बदौलत क्षेत्र में अच्छा नाम कमाया है। विधानसभा चुनाव के प्रचार के दौरान भी वह विभिन्न गांवों में मरीजों की आंखें देखती रही हैं। करीब 47 वर्षीय डा. बलजीत कौर मूल रूप में फरीदकोट की निवासी हैं और उन्होंने बीती एक जनवरी को ही आम आदमी पार्टी का दामन थामा था।
10. गुरमीत सिंह मीत हेयर
लगातार दूसरी बार बरनाला विधानसभा सीट पर जीत दर्ज की। अन्ना आंदोलन से जुड़े रहे हैं। इसके बाद उन्होंने आम आदमी का दामन थाम लिया। इससे पहले वह बीटैक की तैयारी के बाद सिविल सेवा की तैयारी कर रहे थे।