Farmers Protest: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने की धरना खत्म करने की अपील, किसानों ने भी रख दी ये शर्त
Kisan Andolan on Shambhu Border शंभू बॉर्डर पर लगभग साढ़े चार महीने से किसान धरना दे रहे हैं। मंगलवार को पंजाब के सीएम भगवंत मान ने किसान संगठनों के साथ बैठक कर धरना खत्म करने की अपील की। सीएम ने कहा कि किसानों की मांग से भी और कई बड़ी समस्याएं हैं। सीएम ने खनौरी बॉर्डर पर जान गवांने वाले शुभकरण सिंह के परिवार को मुआवजे का चेक सौंपा।
इन्द्रप्रीत सिंह, चंडीगढ़। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने साढ़े चार महीने से सभी फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) देने की मांग को लेकर शंभू बॉर्डर पर नेशनल हाईवे को जाम करके धरने पर बैठे किसानों से कहा है कि वे अब धरने को समाप्त कर दें। इससे पंजाब को काफी नुकसान हो रहा है।
उन्होंने यह भी कहा कि न्यूनतम समर्थन मूल्य से भी भी कई बड़े मसले हैं। इसमें गिरता भूजल भी शामिल है। अगर हमारे पास पानी ही नहीं रहा तो किसानी कैसे रहेगी? निवेश कैसे होगा और इंडस्ट्री कैसे आएगी।
शुभकरण सिंह के परिवार को सौंपा मुआवजे का चेक
मुख्यमंत्री मान मंगलवार को भारतीय किसान यूनियन सिद्धूपुर सहित अन्य किसान संगठनों के साथ अपने आवास पर बैठक कर रहे थे। बैठक के बाद मुख्यमंत्री ने किसान आंदोलन के दौरान खनौरी बॉर्डर पर जान गंवाने वाले युवा किसान शुभकरण सिंह के पिता को एक करोड़ के मुआवजे का चेक सौंपा। बहन गुरप्रीत कौर को पंजाब पुलिस में नौकरी के लिए नियुक्ति पत्र भी दिया।किसानों ने भी रखी ये शर्त
मुख्यमंत्री ने किसानों से कहा है कि फसलों पर एमएसपी की गारंटी एक बड़ा मुद्दा है लेकिन उससे भी बड़ा मुद्दा पंजाब के भूजल को बचाना है। इस पर भाकियू के प्रधान जगजीत सिंह डल्लेवाल ने कहा कि हमारी लड़ाई पंजाब सरकार से नहीं, केंद्र सरकार से है।उन्होंने कहा हमें दिल्ली कूच करने की इजाजत दिलाएं या फिर केंद्र सरकार के साथ हमारी बातचीत फिर से शुरू करवाएं। इससे पहले किसान धरना समाप्त नहीं करेंगे। मुख्यमंत्री ने उन्हें भरोसा दिया कि वह केंद्र सरकार के साथ बातचीत फिर से शुरू करवाने में सहयोग करेंगे।
पंजाब के कृषि मंत्री ने शिवराज सिंह चौहान के साथ की है बैठक
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बताया कि कल ही केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ पंजाब के कृषि मंत्री गुरमीत सिंह खुड्डियां की बैठक है। उसमें भी आपकी बात रखी जाएगी और बातचीत फिर से शुरू करवाई जाएगी। भाकियू नेता तेजवीर सिंह ने भी इसकी पुष्टि भी की है।गौरतलब है कि संसदीय चुनाव से पहले फरवरी माह से धरने पर बैठे किसान संगठनों के साथ केंद्रीय कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा, खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री पीयूष गोयल आदि के साथ छह बैठकें हुई थीं।
इसमें वे गेहूं, धान आदि के अलावा पांच अन्य फसलों पर भी एमसएपी देने को तैयार थे लेकिन किसान संगठन सभी 23 फसलों पर एमएसपी की खरीद गारंटी चाहते थे।यह भी पढ़ें- शुभकरण सिंह के परिवार को CM मान ने दिया एक करोड़ का चेक, एक सदस्य को सरकारी नौकरी भी; सौंपा नियुक्ति पत्र
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