कांग्रेस की सिद्धू पर कार्रवाई की तैयारी, पार्टी प्रभारी ने की शिकायत, उधर, प्रशांंत किशाेर से नजदीकियां बढ़ा रहे 'गुरु'
नवजोत सिंह सिद्धू के खिलाफ कांग्रेस जल्द ही बड़ी कार्रवाई कर सकती है। पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश चौधरी ने कांग्रेस अनुशासन कमेटी को सिद्धू के खिलाफ शिकायत देकर कार्रवाई की मांग की है। दूसरी ओर सिद्धू चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर से नजदीकियां बढ़ाने में जुट गए हैं।
चंडीगढ़, जेएनएन/एएनआइ। पंजाब कांंग्रेस के पूर्व अध्यक्ष नवजाेत सिंह सिद्धू के लिए मुश्किलें बढ़ गई हैं। पंजाब कांंग्रेस के प्रभारी हरीश चौधरी द्वारा सिद्धू के खिलाफ कांग्रेस अनुशासन कमेटी को शिकायत भेजने की खबर है। दूसरी ओर, सिद्धू चुनावी रणनीतकार प्रशांत किशोर के साथ नजदीकियां बढ़ाने में जुटे हुए हैं। प्रशांत किशोर ने कांग्रेस में शामिल होने के आफर को ठुकरा दिया था और पार्ठी को नसीहत भी दी थी। प्रशांत किशोर के सियासी दल बनाने का संकेत देने के बाद सिद्धू ने उनके समर्थन में ट्वीट किया है।
पंजाब कांग्रेस प्रभारी हरीश चौधरी ने अनुशासनात्मक कमेटी को भेजी सिद्धू के खिलाफ शिकायत
बता दें कि नवजोत सिंह सिद्धू चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशाेर को लेकर एक के बाद एक ट्वीट कर रहे हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश चौधरी ने कांग्रेस की अनुशासनात्मक कमेटी को नवजोत सिंह सिद्धू के खिलाफ शिकायत भेजकर पार्टी को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया है। हरीश चौधरी ने कमेटी से सिद्धू के खिलाफ कार्रवाई करने का अनुरोध किया है।
AICC in-charge of Punjab Harish Chaudhary has given a complaint to the party's Disciplinary Action Committee against former Punjab Congress chief Navjot Singh Sidhu and has urged to take action against him: Sources
(File photos) pic.twitter.com/tTi4BT55Bh— ANI (@ANI) May 2, 2022
बताया जाता है कि कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी हरीश चौधरी ने सोनिया गांधी और कांग्रेस अनुशासनात्मक कमेटी को पत्र लिख कर सिद्धू पर कार्रवाई करने की मांग की है। हरीश चौधरी ने यह पत्र 23 अप्रैल को लिखा है। सूत्रों का कहना है हरीश चौधरी ने यह पत्र कांग्रेस के नए प्रदेश प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग की सिफारिश पर लिखा है। वड़िंग ने हरीश चौधरी से शिकायत की थी।
बता दें कि नवजोत सिंह सिद्धू पंजाब विधानसभा चुनाव 2022 (Punjab Assembly Election 2022) के बाद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद भी अपने तरीके से सक्रिय हैं। वह पार्टी के असंतुष्ट नेताओं के साथ कार्यक्रम कर रहे हैं। इस बीच प्रशांत किशाेर के कांग्रेस में शामिल होने से इन्कार करने के बाद भी सिद्धू उनके साथ नजदीकी बढ़ाने में जुटे दिखाई दे रहे हैं।
प्रशांत किशाेर से नजदीकियां दिखाने में जुटे नवजोत सिंह सिद्धू , किया ट्वीट
ऐसे में पंजाब की राजनीति में इस बात की चर्चा गर्म हो गई है कि प्रशांत किशोर ने भले ही कुछ दिनों पूर्व कांग्रेस को झटका दिया हो, लेकिन पंजाब में कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू उनके साथ नजदीकियां बढ़ाने में जुटे हैं। प्रशांत किशोर ने जिस दिन कांग्रेस में शामिल न होने के फैसले के साथ पार्टी को नसीहत दी थी। ठीक उसी दिन नवजोत सिंह सिद्धू ने उनके साथ अपनी फोटो शेयर की थी।
The first blow is half the battle my friend… A good beginning always makes a good ending… Best always in your sincere efforts to honour the spirit of our Constitution… ‘The power of people must return to the people’, manifold… https://t.co/Upav1EY9IN— Navjot Singh Sidhu (@sherryontopp) May 2, 2022
इसके बाद प्रशांत किशोर के बिहार में अपनी राजनीतिक पार्टी के गठन की संकेत देने के बाद सिद्धू ने अपने अंदाज में उनको बधाई दी और इसको लेकर प्रतिक्रिया दी। सिद्धू ने ट्वीट कर कहा, ' पहला कदम आधी लड़ाई होता है मेरे दोस्त, अच्छी शुरूआत हमेशा अच्छा अंत लेकर आती है। संविधान की भावना का सम्मान करने के आपके प्रयास हमेशा से सर्वश्रेष्ठ रहे हैं। लोगाें की शक्ति निश्चित उनके पास लौटनी चाहिए।
पिछले दिनों जब पीके के कांग्रेस पार्टी में किसी बड़ी जिम्मेदारी निभाने को लेकर चर्चा थी तब भी सिद्धू ने दिल्ली में रणनीतिकार से मुलाकात की थी। इस मुलाकात की तस्वीर शेयर करते हुए सिद्धू ने लिखा था, ‘पुराना सोना और पुराने दोस्त हमेशा बेहतर होते हैं।’ सिद्धू के इस पोस्ट के बाद से ही इस बात के भी संकेत मिले कि उनकी बदली रणनीति के पीछे पीके हो सकते हैं। 2017 में सिद्धू को कांग्रेस में लाने में पीके ने अहम भूमिका अदा की थी।
ऐसे मेंं सिद्धू के खिलाफ शिकायत की बात उनका प्रशांत किशोर की सराहना वाले ट्वीट के बाद सामने आना बड़े सवाल उठा रहा है। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि सिद्धू को प्रशांत किशाेर से नजदीकी बढ़ाना भी उनके लिए कांग्रेस में मुश्किलें पैदा कर सकता है।