Punjab Farmers Protest: पंजाब-हरियाणा के किसानों का हल्ला बोल, चंडीगढ़-मोहाली बॉर्डर सील; संगरूर में लगा पक्का मोर्चा
Farmers Protest in Punjab Latest Update: किसान मजदूर संघर्ष समिति, भारतीय किसान यूनियन (क्रांतिकारी), बीकेयू (एकता आजाद), आजाद किसान समिति, दोआबा, बीकेयू (बेहरामके) और भूमि बचाओ मोहीम सहित सोलह कृषि निकायों ने प्रदर्शन करने का आह्वान किया था। इन सभी ने बाढ़ से हुए नुकसान का मुआवजा मांगा। किसान पंजाब समेत उत्तरी क्षेत्र में बाढ़ से हुए नुकसान के लिए केंद्र से 50,000 करोड़ रुपये के पैकेज की मांग कर रहे हैं। वे फसल के नुकसान के लिए 50,000 रुपये प्रति एकड़ मुआवजा, क्षतिग्रस्त घर के लिए 5 लाख रुपये और बाढ़ में मरने वाले व्यक्ति के परिवार के लिए 10 लाख रुपये मुआवजे की भी मांग कर रहे हैं।
बाढ़ के बाद बर्बाद हुई थी फसल
पंजाब में आई बाढ़ के बाद किसानों की फसलें बर्बाद हो गई थी, जिसको लेकर किसानों ने पहले पंजाब के संगरूर में धरना दिया। इसके बाद हरियाणा और पंजाब के किसानों द्वारा आज चंडीगढ़ में धरना देने का एलान किया गया है। हरियाणा और पंजाब की किसान जत्थेबंदियों के द्वारा ऐलान किया गया है कि वे सभी खराब हुई फसल के मुआवजे और अन्य मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन करेंगे।
पुलिस ने सुरक्षा के किए पुख्ता इंतेजाम
वहीं, किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम कर लिए हैं। किसान प्रदर्शनकारियों को पंचकूला से जीरकपुर और चंडीगढ़ में प्रवेश करने से रोकने के लिए पुलिस ने कमर कस ली है। वहीं संगरूर के पुलिस ने भी 350 पुलिसकर्मियों को घरने की जगह पर तैनात कर दिया है और जगह-जगह नाकाबंदी कर रखी है।
पंजाब-हरियाणा सीमा पर बैरिकेडिंग कर की गई नाकाबंदी
चंडीगढ़ में किसानों के धरने के मद्देनजर पटियाला पुलिस द्वारा पंजाब-हरियाणा सीमा पर स्थित शंभू बॉर्डर और बनूड़ टोल प्लाजा के पास बैरिकेडिंग करके नाकाबंदी की गई है।
एसएसपी वरुण शर्मा ने बताया कि दोनों ही जगह पर 200-200 मुलाजिम तैनात किए गए हैं और इनका नेतृत्व एसपी रैंक के अधिकारी कर रहे हैं। एसएसपी ने कहा कि किसानों को चंडीगढ़ ना जाने के लिए समझाया जाएगा और इसके बावजूद अगर वह नहीं माने तो बनती कानूनी कार्रवाई की जाएगी
लोगोंवाल पुलिस थाने के सामने 32 किसान संगठन द्वारा पक्का मोर्चा आरंभ
सोमवार को लोंगोवाल में पुलिस तथा किसानों के बीच हुई झड़प होने दौरान एक किसान की हुई मौत हो गई थी। इसके बाद 32 किसान संगठनों द्वारा संयुक्त किसान मोर्चा की अगुवाई में लोगोंवाल पुलिस थाना के सामने किसानों को धरना मंगलवार को भी जारी रहा। विभिन्न किसान संगठनों के कार्यकर्ताओं ने धरने में शिरकत की और उक्त किसान की मौत के लिए पुलिस प्रशासन तथा पंजाब सरकार को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने घटना दौरान मौके पर मौजूद सीनियर पुलिस अधिकारियों और मुलाजिमों के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की है। इसके अलावा किसानों पर दर्ज किए गए केस को रद्द करने, किसान संगठनों के कार्यकर्ताओं को रिहा करने, जब्त किए गए वाहनों को छोड़ने की मांग की। साथ ही एलान किया कि उक्त मांगों की पूर्ति तक दिल्ली मोर्चे की भांति यहां पर पक्का मोर्चा जारी रखा जाएगा।
पुलिस का कहना- किसी भी प्रदर्शनकारियों को एंट्री नहीं करने देंगे
किसानों के धरने को देखते हुए चंडीगढ़ में एंट्री करने वालों की चेकिंग, गाड़ियों की चेकिंग के बाद पुलिस शहर में आने दे रही है। इससे पहले सुबह जीरकपुर और पंचकूला बॉर्डर पर लंबा जाम भी लगा हुआ था। चंडीगढ़ पुलिस का कहना है कि किसी भी प्रदर्शनकारियों को शहर में इंटर नहीं करने देंगे। SSP कंवरदीप कौर के सुपरविजन में 2500 पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। पंजाब व हरियाणा से लगने वाले 20 से ज्यादा चंडीगढ़ के बॉर्डर को नाकाबंदी कर घेरा गया है।
अगर हम AAP के साथ होते तो यहां किसानों के लिए धरना नहीं दे रहे होते
किसानों के प्रदर्शन पर प्रताप सिंह बाजवा का कहना है कि हमारा AAP से कोई संबंध नहीं है। हमने पहले भी यह साफ कहा है और आज फिर से कह रहे हैं। बाजवा ने कहा कि यदि हमें AAP का समर्थन करना होता तो क्या क्या हम आज उनके खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते? उन्होंने कहा कि भाजपा जहां-जहां अति करेगी वहां उन्हें समर्थन मिलेगा, लेकिन पंजाब में नहीं।
#WATCH | Mohali | Punjab LoP Partap Singh Bajwa says, "We dont have any relation with AAP. We have cleared this earlier too and we are doing this again today. If we had to support them, would we have protested against them today? What happened in Delhi? Wherever BJP goes to the… pic.twitter.com/81jKGyCaK8
— ANI (@ANI) August 22, 2023
वडिंग ने कहा बारिश, गर्मी या तूफान कोई भी हमें नहीं रोक सकता
किसान धरने में चंडीगढ़ पहुंचे अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने कहा कि पंजाब की AAP ने पंचों और सरपंचों को डराने की कोशिश की है। हम ग्राम पंचायतों पर हमला बर्दाश्त नहीं करेंगे। वडिंग ने कहा कि बारिश, गर्मी या तूफान, कोई भी हमें नहीं रोक सकता। हम देश के संघीय ढांचे की रक्षा के लिए अपनी आवाज उठाते रहेंगे और पंजाब के मुख्यमंत्री तक का विरोध करते रहेंगे।
We will not tolerate the attack on the Gram Panchayats & @Aappunjabs attempt to intimidate the panches & Sarpanches. Rain, heat or storm, nothing can stop us! We will keep raising our voice to shield the federal structure of the country & we will keep protesting till Punjab CM… pic.twitter.com/2P4xTijmMF
— Amarinder Singh Raja Warring (@RajaBrar_INC) August 22, 2023
फिलहाल अंबाला में स्थिति शांतिपूर्ण, पुलिस की 12 कंपनियां तैनात
अंबाला के SP ने कहा है कि फिलहाल अंबाला में स्थिति शांतिपूर्ण बनी हुई है। एसपी ने आगे कहा कि हमने यहां बैरिगेट्स और चेक पोस्ट लगाई हुई है, जिससे धरना देने वाले किसान पंचकूला और चंडीगढ़ में जाकर कानून व्यवस्था न बिगाड़े। उनका कहना है कि धरने को देखते हुए कानूनी प्रक्रिया के तहत 70 लोगों को डिटेन भी किया गया है। इन लोगों को धरना खत्म होने के बाद छोड़ दिया जाएगा। उन्होंने ये भी कहा कि लगातार इन लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है। वहीं लोगों को आवाजाही में किसी प्रकार की कोई दिक्कत न हो इसके लिए भी पूरे इंतजाम किए गए हैं। धरने को देखते हुए पुलिस की 12 कंपनियां तैनात की गई है।
हरियाणा और पंजाब के किसान फसलों के मुआवजे की मांग को लेकर धरना दे रहे हैं, ऐसे में पुलिस अधिकारी ने कहा कि अभी शांति की स्थिति है। हालात काबू में है। #Farmersprotest #हरियाणापुलिस #haryanapolice pic.twitter.com/6BLOzuYa5L
— Preeti Gupta (@Preeti7241) August 22, 2023
शंभू बॉर्डर पर बनी छावनी, घसीट-घसीटकर ट्रैक्टरों से उतारे किसान
बाढ़ प्रभावितों को मुआवजे की मांग को लेकर किसानों ने चंडीगढ़ कूच का पहले ही एलान किया हुआ था, जिसके चलते किसान मंगलवार को चंडीगढ़ के लिए ट्रैक्टराें पर रवाना हुए लेकिन पुलिस इससे पहले ही अलर्ट हो गई थी। शंभू बॉर्डर पर पुलिस की छावनी बन गई थी, जिसमें नाकाबंदी कर दी गई। जैसे ही किसान ट्रैक्टरों ट्रालियों पर पहुंचे, उन्हें घसीट-घसीट कर ट्रैक्टरों से नीचे उतारा गया और हिरासत में लेकर बस में ले गई।
प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए 2200 जवानों की तैनाती की गई
हरियाणा और पंजाब की 16 किसान यूनियन को 22 अगस्त को चंडीगढ़ में घुसने से रोकने के लिए चंडीगढ़ पुलिस ने पुख्ता तैयारी कर ली। हरियाणा और पंजाब से लगने वाले सभी 18 बॉर्डर एरिया सोमवार की शाम तक सील कर दिया गए हैं, जबकि एक किसान नेता को पुलिस हिरासत में ले लिया है। चंडीगढ़ पुलिस की एसएसपी कंवरदीप कौर के सुपरविजन में 2200 जवानों को तैनात किया गया हैं। पुलिस अधिकारियों के अनुसार किसी भी प्रदर्शनकारी को कानून के खिलाफ जाकर एंट्री नहीं करने देंगे।
सरकार के खिलाफ किसानों का दिखा आक्रोश
फसलों के मुआवजे सहित अपनी कई मांगों को लेकर किसान धरना दे रहे हैं। पुलिस ने संगरूर में लोंगोवाल पुलिस स्टेशन के आसपास के क्षेत्र में पुलिस बल तैनात किया है। संगरूर के एसपी पलविंदर सिंह ने बताया कि किसानों ने कल से धरना दे रखा है। पुलिस ने जब उनसे हाईवे पर धरना खत्म करने को कहा तो उन्होंने ऐसा करने से मना कर दिया और कहा कि वह अब पुलिस स्टेशन के पास धरना लगाएंगे।
#WATCH | Sangrur SP Palwinder Singh says, "They had staged a dharna yesterday. When we spoke with them and told them not to block the main highway or toll plaza, they said that they will stage a dharna here (near Police Station). Suddenly, they planned to move upon which… pic.twitter.com/w9gYd8b21J
— ANI (@ANI) August 22, 2023