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Punjab News: पंजाब सरकार का लोगों की जान बचाने का लक्ष्य, 15 से 20 मिनट में पहुंच रही हाईटेक एंबुलेंस

सड़क सुरफा फोर्स के सड़क पर उतरने के बाद से पंजाब में सड़क दुर्घटनाओं में 25 फीसदी की कमी आई है। सरकार का लक्ष्य इसे 50 फीसदी तक लेकर जाने का है। इसके लिए सरकार ने 325 अत्याधुनिक एंबुलेंस भी सड़कों पर उतारी है। गंभीर सड़क दुर्घटना होने की सूरत में अत्याधुनिक एंबुलेंस लोगों की जान बचाने और उन्हें कम से कम समय में अस्पताल पहुंचाने में जुटी हुई हैं।

By Jagran News Edited By: Amit Singh Updated: Sat, 26 Oct 2024 07:43 PM (IST)
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सड़क सुरक्षा फोर्स जान की रक्षा के लिए 24 घंटे सेवा निभा रही है।
डिजिटल डेस्क, चंडीगढ़। सड़क दुर्घटनाओं को रोकने व घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाने के लिए सड़क सुरक्षा फोर्स का गठन, सड़क दुर्घटना में घायल लोगों को आम आदमी भी अस्पताल पहुंचा सके इसके लिए ‘फरिश्ते’ योजना के साथ-साथ मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की सरकार ने राज्य की एंबुलेंस सेवा को भी हाईटेक बनाया है।

पंजाब की सड़कों पर पंजाब सरकार ने 325 हाईटेक एंबुलेंस को उतारा है। ये एंबुलेंस सभी प्रकार के आधुनिक साजो-समान से लैस हैं और यह घायल या मरीज तक 15 से 20 मिनट में पहुंच जाती है। मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने कहा कि हमारी सरकार का लक्ष्य हरेक घायल या बीमार को समय पर स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया करवाने की है। इसके लिए पंजाब सरकार हरेक क्षेत्र के आधारभूत ढांचे को मजबूत कर रही है।

पंजाब की 5500 किलोमीटर राज्य व राष्ट्रीय मार्गों पर 144 अति आधुनिक वाहनों से लैस सड़क सुरक्षा फोर्स के 5000 कर्मचारी लोगों की जान की रक्षा के लिए 24 घंटे सेवा निभा रहे हैं। सड़क सुरक्षा फोर्स की एक गाड़ी को मात्र 30 किलोमीटर का दायरा दिया गया है। ताकि वह आसानी से इस दायरे को कवर कर सके। फोर्स के पास आधुनिक वाहन जिसमें 116 टोयोटा हिलक्स और 28 महेन्द्रा स्कारपीयो शामिल है।

सड़क सुरफा फोर्स के सड़क पर उतरने के बाद से पंजाब में सड़क दुर्घटनाओं में 25 फीसदी की कमी आई है। सरकार का लक्ष्य इसे 50 फीसदी तक लेकर जाने का है। इसके लिए सरकार ने 325 अत्याधुनिक एंबुलेंस भी सड़कों पर उतारी है। गंभीर सड़क दुर्घटना होने की सूरत में अत्याधुनिक एंबुलेंस लोगों की जान बचाने और उन्हें कम से कम समय में अस्पताल पहुंचाने में जुटी हुई हैं।

हालांकि अति गंभीर स्थिति नहीं होने की सूरत में सड़क सुरक्षा फोर्स के कर्मचारी ही घायलों की देख-भाल और अस्पताल पहुंचाने की जिम्मेदारी निभाते हैं। क्योंकि इस फोर्स को इसकी न सिर्फ ट्रेनिंग दी गई है बल्कि इस फोर्स का गठन भी इसी उद्देश्य के तहत किया गया है।

मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान कहते हैं ‘हरेक विंग जो मरीजों और घायलों की जान की रक्षा करे, हमें उसे मजबूत बनाना है। पंजाब सरकार का लक्ष्य ही हैं कि हरेक को इलाज मिले। इसके लिए हाईवे पर ट्रोमा सेंटर खोले जा रहे है। सड़क सुरक्षा फोर्स के गठन का फैसला लोगों की जान बचाने में क्रांतिकारी साबित हुआ है।’

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