नशा तस्करों की अब खैर नहीं, होगी मौत की सजा, पंजाब कैबिनेट ने पास किया प्रस्ताव
पंजाब सरकार ने नशे के कारोबार के खिलाफ बेहद कड़े कदम उठाने का फैसला किया है। कैबिनेट ने नशे का कारोबार करनेवालों को फांसी देने का प्रस्ताव पास किया है और इसे केंद्र को भेजा है।
By Sunil Kumar JhaEdited By: Updated: Tue, 03 Jul 2018 08:57 PM (IST)
जेएनएन, चंडीगढ। पंजाब सरकार ने नशे के कारोबार के खिलाफ बड़ा कदम उठाया है। आज इस मुद्दे पर कैबिनेट की बैठक में नशा तस्करों को फांसी की सजा दिए जाने का प्रस्ताव पारित किया गया। इस प्रस्ताव पर कदम उठाने के लिए इसे केंद्र सरकार को भेज दिया गया। कैबिनेट यहां हुई आपात बैठक में नशे पर नकेल के लिए कई निर्णय किए गए। ड्रग्स तस्करी में शामिल पुलिसकर्मी बर्खास्त होंगे। एक युवती को नशे का आदी बनाने के आरोप में घिरे डीएसपी दलजीत सिंह ढिल्लों की नौकरी जाएगी। एक अन्य अधिकारी राजजीत के खिलाफ जांच के आदेश भी दिए गए।
बर्खास्त होंगे ड्रग्स तस्करी में शामिल पुलिसकर्मी, डीएसपी दलजीत की जाएगी नौकरी राज्य में नशे के कारोबार और इससे युवाओं की मौत से पैदा स्थिति के मद्देनजर मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की अध्यक्षता में कैबिनेट की आपात बैठक हुई। चार घंटे चली बैठक में कई महत्वूपूर्ण फैसले किए गए। कैबिनेट ने सर्वसम्मति से फैसला किया गया कि ड्रग तस्करी करने वालों और इसका कारोबार करने वालाें के लिए फांसी की सजा का प्रावधान किया जाएगा। कैबिनेट ने इस प्रस्ताव को पारित कर इस पर कदम उठाने के लिए आज ही केंद्र सरकार को भेज दिया।
पंजाब में लगातार नशे की ओवरडोज से हो रही मौतों को देखते हुए सरकार ने यह कड़ा कदम उठाया है। पंजाब में एक माह में करीब 30 युवाओं की नशे के कारण मौत हो चुकी है। इसके अलावा सरकार ड्रग्स की ओवरडोज के कारण मारे गए लोगों के लिए केंद्र सरकार से मुआवजे की मांग करेगी।सीएम की अध्यक्षता में कैबिनेट सब कमेटी गठित, हर सप्ताह हालात की करेगी समीक्षा
इसके साथ नशे से जुड़े मामले पर मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की अध्यक्षता में कैबिनेट सब कमेटी का गठन यिा गया। यह सब कमेटी हर सप्ताह राज्य में ड्रग के कारोबारियों पर कार्रवाई और राज्य में नशे कर स्थिति की समीक्षा करेगी। इस कमेटी में स्वास्थ्य मंत्री ब्रह्म मोहिंदरा और सामाजिक सुरक्षा मंत्री अरुणा चौधरी सदस्य होंगे।स्पेशल वर्किंग ग्रुप लेगा कड़े फैसले
इसके साथ ही स्थिति की रोजाना समीक्षा के लिए स्पेशल वर्किंग ग्रुप का गठन भी किया गया। होम सेक्रेटरी एनएस कलसी की अध्यक्षता में स्पेशल वर्किंग ग्रुप का भी गठन किया गया है। इसमें एडीशनल चीफ सेक्रेटरी (हेल्थ) सतीश चंद्रा, डीजीपी (लॉ एंड ऑर्डर) ईश्वर सिंह, डीजीपी (इंटेलीजेंस) दिनकर गुप्ता और एडीजीपी (एसटीएफ) एचएस सिद्धू सदस्य होंगे। यह ग्रुप कड़े फैसले लेगा।इसके साथ ही कैबिनेट ने फैसला किया कि ड्रग्स के मामले में कोई भी पुलिस अधिकारी शामिल होगा तो उसे बख्शा नहीं जाएगा। ऐसे अफसरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और उनको बर्खास्त किया जाएगा। इसके अलावा लुधियाना की युवती को नशे की लत लगाने के आरोप में घिरे डीएसपी दलजीत सिंह ढिल्लों को बर्खास्त किया जाएगा। इसके अलावा मोगा के एसएसपी राजजीत सिंह के खिलाफ भी गृह सचिव को जांच के आदेश दिए गए हैं। कैबिनेट की बैठक के दौरान अधिकारियों के साथ भी चर्चा हुई और हालात पर फीडबैक लिया गया।
दलजीत सिंह पूर्व अंतरराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी हैं। लुधियाना की एक युवती ने ढिल्लों पर नशे का आदी बनाने और दुष्कर्म करने का आरोप लगाया है। इस पर काफी हंगामा मच गया था अौर इसके बाद दलजीत को निलंबित कर दिया गया था। इस मामले की जांच भी की जा रही है।एनडीपीएस एक्ट मेें दूसरी बार तस्करी में पकड़े जाने पर मौत की सजा का प्रावधान, अब पहली बार में होगा
एनडीपीएस एक्ट में हालांकि पहले से ही नशा तस्करों के लिए मौत की सजा का प्रावधान है, लेकिन यह प्रावधान दूसरी बार नशा पकड़े जाने पर है। पंजाब सरकार ने प्रस्ताव पास किया है कि पहली बार ही नशा तस्करी का दोषी पाए जाने पर मौत की सजा होनी चाहिए। लिहाजा पंजाब सरकार ने प्रस्ताव पारित कर फैसला लिया है कि इसे केंद्र सरकार को भेजा जाएगा।इस बीच फिरोजपुर, लुधियाना और बठिंडा में नशे की ओवरडोज के चलते तीन और युवकों की मौत हो गई। इस तरह पिछले 31 दिनों में नशे के कारण मरने वालों की संख्या 34 पहुंच गई है। वहीं, पंजाब सरकार ने ड्रग्स के मामले में दागी पुलिस अधिकारियों को बर्खास्त करने का फैसला लिया। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अगले एक-दिनों में ऐसे अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई को स्वीकृति दे दी है।
बड़े ड्रग्स तस्करों पर हो कार्रवाई : जाखड़साढ़े चार घंटे तक चली कैबिनेट की बैठक में गुरदासपुर के सांसद व कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ भी शामिल हुए। जाखड़ ने कहा कि जब तक सरकार बड़े ड्रग्स तस्करों को गिरफ्तार नहीं करती, तब तक लोगों को सही संदेश नहीं जाएगा। उन्होंने इसके लिए दोषी अधिकारियों समेत राजनीतिक लोगों पर भी कार्रवाई करने का मुद्दा उठाया।
लोगों में जा रहा गलत संदेश: सिद्धू बैठक में स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि लोगों में यह संदेश जा रहा है कि नशे को खत्म करने में सरकार सफल नहीं हो रही है। उन्होंने नशा तस्करी में शामिल पुलिस मुलाजिमों संबंधित रिपोट्र्स का भी जिक्र किया और दोषी पुलिस मुलाजिमों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की मांग उठाई।नशे के खिलाफ मुहिम के बाद हलचल में आई सरकार बता दें कि पंजाब में सोशल मीडिया पर नशे (चिट्टा) के खिलाफ मुहिम शुरू होने से कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार में हलचल में आई। इसके बाद सोमवार को पंजाब कैबिनेट की आपात बैठक बुलाने का फैसला किया गया। स्पेशल टास्कफोर्स (एसटीएफ) से अब तक की कार्रवाई व स्थिति पर पूरे आंकड़े मंगवाए गए। नशे के खिलाफ साेशल मीडिया पर 'मरो या विरोध करो' मुहिम 1 जुलाई को शुरू हुई है। यह मुहिम 7 जुलाई तक चलेगी। 31 दिनों में 34 की मौतपंजाब में नशे की ओवरडोज के चलते सोमवार को तीन और युवकों की मौत हो गई। इस तरह पिछले 31 दिनों में नशे के कारण मरने वालों की संख्या 33 पहुंच गई है। फिरोजपुर के गांव खिलची कदीम में भाजपा के एससी मोर्चा के जिला प्रधान महेंद्र खोखर के भतीजे सेमा उर्फ बसंत (27) ने रविवार रात नशे का इंजेक्शन लगाया था। वहीं, जीरा क्षेत्र में भी एक व्यक्ति की नशे के कारण मौत हुई है। वहीं बठिंडा के तलवंडी साबो में 23 साल के युवक लवप्रीत बब्बू की मौत हो गई। वह रात को घर नहीं लौटा और सोमवार सुबह रजवाहे के पास उसका शव मिला। शव के पास नशा और सीङ्क्षरज पड़े हुए थे। लुधियाना के दोराहा में भी एक युवक की मौत हो गई।---------
ड्रग्स मामले में फंसे मोगा के एसएसपी का तबादलाकैबिनेट बैठक के बाद शाम को नशा तस्करी में फंसे मोगा के एसएसपी राजजीत सिंह का तबादला कर दिया है। उन्हें कमांडेंट 4 सीडीओ बटालियन एसएएस नगर भेज दिया गया है। उनकी जगह पर कमलजीत सिंह ढिल्लों को एसएसपी मोगा तैनात किया गया है। राजजीत पर नशा तस्करों की मदद व करोड़ों की प्रॉपर्टी बनाने के आरोप लग रहे हैं।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।लोगों में जा रहा गलत संदेश: सिद्धू बैठक में स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि लोगों में यह संदेश जा रहा है कि नशे को खत्म करने में सरकार सफल नहीं हो रही है। उन्होंने नशा तस्करी में शामिल पुलिस मुलाजिमों संबंधित रिपोट्र्स का भी जिक्र किया और दोषी पुलिस मुलाजिमों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की मांग उठाई।नशे के खिलाफ मुहिम के बाद हलचल में आई सरकार बता दें कि पंजाब में सोशल मीडिया पर नशे (चिट्टा) के खिलाफ मुहिम शुरू होने से कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार में हलचल में आई। इसके बाद सोमवार को पंजाब कैबिनेट की आपात बैठक बुलाने का फैसला किया गया। स्पेशल टास्कफोर्स (एसटीएफ) से अब तक की कार्रवाई व स्थिति पर पूरे आंकड़े मंगवाए गए। नशे के खिलाफ साेशल मीडिया पर 'मरो या विरोध करो' मुहिम 1 जुलाई को शुरू हुई है। यह मुहिम 7 जुलाई तक चलेगी। 31 दिनों में 34 की मौतपंजाब में नशे की ओवरडोज के चलते सोमवार को तीन और युवकों की मौत हो गई। इस तरह पिछले 31 दिनों में नशे के कारण मरने वालों की संख्या 33 पहुंच गई है। फिरोजपुर के गांव खिलची कदीम में भाजपा के एससी मोर्चा के जिला प्रधान महेंद्र खोखर के भतीजे सेमा उर्फ बसंत (27) ने रविवार रात नशे का इंजेक्शन लगाया था। वहीं, जीरा क्षेत्र में भी एक व्यक्ति की नशे के कारण मौत हुई है। वहीं बठिंडा के तलवंडी साबो में 23 साल के युवक लवप्रीत बब्बू की मौत हो गई। वह रात को घर नहीं लौटा और सोमवार सुबह रजवाहे के पास उसका शव मिला। शव के पास नशा और सीङ्क्षरज पड़े हुए थे। लुधियाना के दोराहा में भी एक युवक की मौत हो गई।---------
ड्रग्स मामले में फंसे मोगा के एसएसपी का तबादलाकैबिनेट बैठक के बाद शाम को नशा तस्करी में फंसे मोगा के एसएसपी राजजीत सिंह का तबादला कर दिया है। उन्हें कमांडेंट 4 सीडीओ बटालियन एसएएस नगर भेज दिया गया है। उनकी जगह पर कमलजीत सिंह ढिल्लों को एसएसपी मोगा तैनात किया गया है। राजजीत पर नशा तस्करों की मदद व करोड़ों की प्रॉपर्टी बनाने के आरोप लग रहे हैं।