Punjab: सीएम के खिलाफ करूंगा मानहानि का केस, पराली के मुद्दे पर मान द्वारा SC में चुप्पी साधने पर बोले सुनील जाखड़
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सुनील कुमार जाखड़ ने अपने पिता स्वर्गीय बलराम जाखड़ को लेकर मुख्यमंत्री भगवंत मान की ओर से की गई बयानबाजी को लेकर माफी मांगने को कहा है। जाखड़ ने कहा कि मुख्यमंत्री दाे बार उनके पिता के संबंध में सार्वजनिक तौर पर निराधार और गलत बयानबाजी कर चुके हैं लेकिन अब तक मुख्यमंत्री ने माफी नहीं मांगी है इसलिए वह जल्द ही उनके खिलाफ मानहानि का केस करेंगे।
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सुनील कुमार जाखड़ ने अपने पिता स्वर्गीय बलराम जाखड़ को लेकर मुख्यमंत्री भगवंत मान की ओर से की गई बयानबाजी को लेकर माफी मांगने को कहा है। जाखड़ ने कहा कि मुख्यमंत्री दाे बार उनके पिता के संबंध में सार्वजनिक तौर पर निराधार और गलत बयानबाजी कर चुके हैं, लेकिन अब तक मुख्यमंत्री ने माफी नहीं मांगी है, इसलिए वह जल्द ही उनके खिलाफ मानहानि का केस करेंगे।
मान पर केस करने के लिए वकीलों से संपर्क कर रहे जाखड़
ध्यान रहे कि मुख्यमंत्री मान ने कहा था कि जब इंदिरा गांधी 1982 में एसवाईएल नहर की खुदाई की औपचारिक शुरुआत करने पटियाला जिले के कपूरी में आई थी, तब उनके साथ अन्य नेताओं के साथ बलराम जाखड़ भी मौजूद थे। उन्होंने कहा कि उस समय उनके पिता बलराम जाखड़ लोकसभा अध्यक्ष थे, इसलिए ऐसे किसी कार्यक्रम में वह नहीं गए थे। मान पर केस करने के लिए जाखड़ वरिष्ठ वकीलों के साथ संपर्क कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यदि कोई कॉमेडियन यह बात कहता तो वह उसे नजरअंदाज भी कर देते मगर यह बात मुख्यमंत्री जैसे जिम्मेदार पद पर बैठे व्यक्ति ने कही है।
सीएम मान ने की ओछी राजनीति
उन्होंने कहा कि भगवंत मान के पैदा होने से भी करीब 10-12 साल पहले उनके पिता इसी पंजाब विधानसभा में विधायक बन चुके थे। उनके पिता ने हमेशा स्वच्छ राजनीति की, मान को अपनी ओछी राजनीति के लिए ऐसे आरोप नहीं लगाने चाहिए। खासकर तब, जब वह व्यक्ति इन आरोपों का जवाब देने के लिए इस दुनिया में ही न हो।
5,000 एकड़ में बायो-डिकम्पोजर का पायलट प्रोजेक्ट चलाने की बात कही थी
पराली जलाने के विवादित मुद्दे बारे जाखड़ ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट से पंजाब सरकार को मिली फटकार के मौके पर पंजाब सरकार की चुप्पी इस मामले में कई सवाल खड़े करती है। उन्होंने कहा कि पिछले साल तत्कालीन कृषि मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल ने दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार के साथ मिलकर 5,000 एकड़ में बायो-डिकम्पोजर का पायलट प्रोजेक्ट चलाने की बात कही थी ताकि पराली को जलाने की बजाय उसकी खेत में ही खाद बन सके।
भाजपा अध्यक्ष ने पूछा कि यदि वह पायलट प्रोजेक्ट कामयाब रहा था तब उसका जिक्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में जवाब देते समय क्यों नहीं किया। उन्होंने आरोप लगाया कि दिल्ली सरकार का वह नाकाम प्रोजेक्ट आप सरकार पंजाब में भी लेकर आई थी और यहां भी उसका नतीजा नाकामी ही निकला।