Cabinet Meeting on Navjot Singh Sidhu: सिद्धू ने रखीं शर्तें, चन्नी ने कहा- पार्टी का प्रदेश प्रधान ही हेड, उनसे बात करुंगा
Navjot Singh Sidhu Resignation पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के इस्तीफे पर चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा कि पार्टी प्रधान ही हेड होता है। सिद्धू से बात करेंगे और मसला सुलझा लेंगे। दूसरी ओर बताया जाता है कि सिद्धू ने इस्तीफा वापस लेने पर कुछ शर्तें रखी हैं।
By Sunil Kumar JhaEdited By: Updated: Wed, 29 Sep 2021 08:17 PM (IST)
चंडीगढ़, जेएएन। Navjot Singh Sidhu Resignation: पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा कि वह पंजाब कांग्रेस के प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू के इस्तीफे को लेकर उनसे बात करेंगे। उनसे फोन पर बात हुई है और आमने-सामने बैठकर भी आज या कल बात होगी। पार्टी प्रधान पूरे परिवार का हेड होता है। पार्टी ही सुप्रीम होती है। यहां कैबिनेट की बैठक के बाद चन्नी ने मीडिया से बातचीत में सिद्धू के इस्तीफे का मामला जल्द हल होने की बात कही। इसके साथ ही उन्होंने सिद्धू को मनाने के लिए बिजली के मुद्दे पर बड़ा ऐलान किया। उन्होंने दो केवी तक के बिजली कनेक्शन वाले 53 लाख परिवारों को बकाया बिल भरने से मुक्त कर दिया और कहा कि ये बिल पावरकाम को राज्य सरकार देगी। इसके साथ ही उन्होंने रेत खनन के बारे में भी जल्द ही कदम उठाने की बात कही। बता दें कि ये सिद्धू लोगों काे बिजली पर राहत देने और रेत खनन माफिया पर नकेल कसने की मांग लगातार करते रहे हैं1
बता दें सिद्धू के इस्तीफे से पैदा हालात पर विचार करने के लिए चरणजीत सिंह चन्नी कैबिनेट की बैठक हुई। चरणजीत सिंह चन्नी प्रेस कांन्फ्रेंस कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैं पंजाब का दौरा कर रहा हूं और लोगों की समस्याओं को दूर करने की दिशा में काम कर रहा हूं। उन्होंने 53 लाख लोगों के पुराने बिजली बिल माफ करने की घोषणा की। पुराने बिल का पावरकाम काे सरकार चुकाएगी। चन्नी ने कहा कि नवजाेत सिंह से आज भी फोन पर बात हुई है और जल्द ही सारे मसले सुलझ जाएंगे। सिद्धू के साथ बैठकर बात करेंगे। दूसरी ओर, बताया जाता है कि सिद्धू ने अपना इस्तीफा वापस लेने को कुछ शर्तें रखी हैं। उधर, पटियाला में सिद्धू समर्थकों ने उनके समर्थन में प्रदर्शन किया और जमकर नारेबाजी की।
यहां मीडिया से बातचीत में सिद्धू के इस्तीफे की चर्चा करते हुए सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा कि यह मामला आज से लेकर कल तक हल कर लिया जाएगा। पार्टी का प्रधान हेड होता है। हेड को परिवार में बैठकर बात करनी होती है। मैंने आज भी सिद्धू साहिब से बात की है। मैंने सिद्धू से कहा कि पार्टी सुप्रीम होती है। आपको जो गलतियां लग रही हैं उस पर बात कर लेते हैं।
पटियाला में नवजोत सिंह सिद्धू के समर्थकों का प्रदर्शन, जमकर की नारेबाजी
उधर पटियाला में नवजोत सिंह सिद्धू के समर्थकों ने उनके समर्थन में प्रदर्शन किया। उन्होंने सिद्धू के समर्थन में नारेबाजी की। कार्यकर्ताओं ने कहा की सिद्धू भारत-पाकिस्तान के बीच शुरू हुए शुरू हुए करतारपुर कॉरिडोर के असली हीरो हैं। नवजोत सिद्धू को ही पंजाब के लिए फैसले लेने का जिम्मा देना चाहिए।
पटियाला में नवजोत सिंह सिद्धू के समर्थन में उनके निवास के बाहर प्रदर्शन करते समर्थक। (जागरण)मीडिया से बातचीत में चन्नी ने कहा कि परगट सिंह और कई मंत्री उनसे मिलने गए थे। इस्तीफा देना पार्टी को नुकसान पहुंचाने की कोशिश नहीं है। उनके साथ बात करेंगे। पंजाब में कांग्रेस के प्रति माहौल बन रहा है। पंजाब के लोगों के मसलों से मैं पीछे नहीं हटूंगा। उन्हाेंने कहा है कि हम स्पेशल प्रॉसिक्यूटर की टीम तैयार कर रहे हैं तो हमारे लंबित केसों को स्टडी करेगी। मेरी कोई इगो नहीं है । बेअदबी मामले में पीछे नहीं हटूंगा, भ्रष्टाचार नहीं होगा। ऐसे किसी मामले से पीछे नहीं हटूंगा
उधर परगट सिंह ने कहा कि हमारे कुछ आंतरिक मसले हैं और उन्हें हल कर लिया जाएगा। एजी को बदलने के बारे में कुछ नहीं कह सकता है। हर बंदे का एक स्टाइल होता है। मैं उनके इस्तीफे पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता। मैं गया था उनसे मिलने, राजा वडिंग भी मेरे साथ थे। हमने उन्हें समझाने की कोशिश की है। परगट ने कहा कि हाईकमान से इस बारे में कोई बात हुई है या नहीं इस बारे में मुझे नहीं पता है।
यहां मीडिया से बात करते हुए चन्नी ने बिजली उपभोक्ताओं काे बड़ी राहत देने की ऐलान किया। इसके साथ ही उन्होंने रेत माफिया पर जल्द ही नकेल कसने की बात की। उन्होंने कहा कि नवजोत सिंह सिद्धू से आज भी फोन पर बात हुई है और आज या कल उनके साथ बैठकर बात करेंगे। उन्हाेंने कहा कि सिद्धू पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष हैं और प्रदेश प्रधान पूरी पार्टी का हेड होता है। उन्होंने कहा कि दो मंत्रियों अमरिंदर सिंह राजा वडिंग की कमेटी भी सिद्धू से बात कर रही है और सारा मामला सुलझ जाएगा।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि 1500 रुपये फीस दोबारा कनेक्शन लगाने की फीस है। वह भी हम भरेंगे। लाेगों में क्षमता नहीं है बिल भरने की इसलिए उनकी ओर बकाया खड़ा है। हमने उनको माफ करने का फैसला लिया है कैबिनेट में । ऐसे 53 लाख परिवार हैं। ऐसा करने पर 1200 करोड़ रुपए के लगभग बोझ खजाने पर पड़ेगा।उधर, कांग्रेस हाईकमान का रुख सख्त हो गया है। बताया जाता है कि कांग्रेस नेतृत्व अब सिद्धू को नहीं मनाएगा आलाकमान ने पूरा मामला अब पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह पर छोड़ दिया है। दूसरी ओर पंजाब कांग्रेस प्रभारी हरीश रावत भी चंडीगढ़ नहीं पहुंचे हैं।
हरीश रावत कांग्रेस का घमासान सुलझाने के लिए चंडीगढ़ पहुंच गए हैं। जल्द ही मुख्यमंत्री सहित पार्टी के सीनियर नेताओं के साथ बात करेंगे। बता दें कि सरी ओर चन्नी ने फिर आज कैबिनेट की बैठक बुलाई। बैठक में सिद्धू के इस्तीफे से पैदा हालात पर चर्चा हुई। दूसरी ओर बताया जाता है कि नवजोत सिंह सिद्धू भी पटियाला से चंडीगढ़ आ रहे हैं। पंजाब विधायक दल में केंद्रीय पर्यवेक्षक हरीश चौधरी भी चंडीगढ़ पहुंचे हैं। उनकी नवजोत सिंह सिद्धू से मुलाकात की संभावना है।
सीएम चन्नी ने अमरिंदर सिंह राजा वडि़ंग व परगट सिंह की दो सदस्यीय कमेटी बनाईकांग्रेस के सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस हाई कमान अब इस्तीफे को लेकर नवजोत सिंह सिद्धू को नहीं मनाएगी। हाईकमान ने पूरे मामले को मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी पर छोड़ दिया है। हाईकमान ने चन्नी से कहा है कि वह सिद्धू से बात कर पूरे मामले को सुलझाएं। मामले के हल और सिद्धू से बात करने लिए चन्नी ने दो सदस्यीय कमेटी का गठन किया है। इसमे अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग और परगट सिंह शामिल हैं। दोनों ने आज सुबह पटियाला में सिद्धू से मुलाकात की थी और इसके बात कैबिनेट की बैठक में सिद्धू से हुई बातचीत के बारे में जानकारी दी थी। दूसरी ओर, सिद्धू के करीबी विधायक कुलबीर जीरा कहना है कि शाम तक मामला सुलझ जाएगा। कुलबीर जीरा ने कहा कि सिद्धू को पहले बात करनी चाहिए थी। दो सदस्यीय कमेटी, जिसमें राजा वड़िंग और परगट सिंह है ।
बता दें कि पंजाब कांग्रेस के प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू का इस्तीफा देना पंजाब के कई कैबिनेट मंत्रियों को नागवार गुजरा है। अधिकतर मंत्री सिद्धू के इस तरह इस्तीफा देने से खासे नाराज हैं। कांग्रेस में इस्तीफे के बाद उत्पन्न हुई स्थिति को लेकर मंगलवार को भी मंत्रियों के साथ मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने लंबी बैठक की। मंगलवार को पदभार ग्रहण करने के कारण मंत्री सचिवालय में ही मौजूद थे। मंत्रियों के साथ चर्चा करने के लिए चन्नी ने उन्हें अपने दफ्तर में बुला लिया। इस्तीफे से पैदा हालात के बारे में चर्चा के लिए चन्नी कैबिनेट की बुधवार सुबह फिर बैठक बुला ली गई।सूत्रों के अनुसार सिद्धू के इस्तीफे पर ज्यादातर मंत्री सीधे कमेंट्स करने से बचते रहे लेकिन खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री भारत भूषण आशु ने कहा कि सिद्धू का इस्तीफा सही कदम नहीं बताया है। उनका कहना है कि वह मुख्यमंत्री के साथ खड़े है। मंगलवार को मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी जब मंत्रियों को उनके दफ्तर में बैठा रहे थे और सचिवालय में कांग्रेस कार्यकर्ताओं को जमावड़ा लगा हुआ था तभी सूचना आई की सिद्धू ने प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है।सिद्धू का फैसला सही नहीं, ऐसे कदमों से पार्टी कमजोर होती है: आशु खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री भारत भूषण आशु ने कहा कि नवजोत सिंह सिद्धू का इस्तीफा देने का फैसला सही नहीं है। उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए। क्योंकि इससे कांग्रेस पार्टी कमजोर होती है। जो भी कदम पार्टी को कमजोर करेगी वह उसका समर्थन नहीं करते है। आशु ने कहा कि वह मुख्यमंत्री के साथ खड़े हैं।
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