Mohali: छतबीड़ जू के अधिकारी अन्य चिड़ियाघर कीपर को देंगे ट्रेनिंग, कैपेसिटी बिल्डिंग प्रोग्राम का होगा आयोजन
मोहाली जीरकपुर में स्थित छतबीड़ जू में जानवरों को रखने और उन्हें दी जाने वाली सहूलियत बेहतर है और इसकी सराहना सेंट्रल जू अथॉरिटी दिल्ली ने भी की है। सेंट्रल जू अथॉरिटी दिल्ली ने इस बार छतबीड़ जू के अधिकारियों को उतर भारत के विभिन्न जू के जू-कीपर को कहा कि किस तरह से छतबीड़ जू के अधिकारी जू में जानवरों को बेहतर ढंग से मैनेज कर रहे हैं।
By Jagran NewsEdited By: Shoyeb AhmedUpdated: Sat, 09 Dec 2023 03:46 PM (IST)
संवाद सहयोगी, मोहाली। जीरकपुर में मौजूद छतबीड़ जू में जानवरों को रखने और उन्हें दी जाने वाली सहूलियत बेहतर है। इसकी सराहना सेंट्रल जू अथॉरिटी दिल्ली द्वारा की गई है। यही नहीं सेंट्रल जू अथॉरिटी दिल्ली ने इस बार छतबीड़ जू के अधिकारियों को कहा है कि उतर भारत के विभिन्न जू के जू-कीपर को इस संबंध में जानकारी मुहैया करवाई जाए और बताया जाए कि किस तरह से छतबीड़ जू के अधिकारी जू में जानवरों को बेहतर ढंग से मैनेज कर रहे हैं।
जू परिसर में कैपेसिटी बिल्डिंग प्रोग्राम का होगा आयोजन
सेंट्रल जू अथॉरिटी दिल्ली द्वारा छतबीड़ जू के अधिकारियों को 11 से 13 दिसंबर तक जू परिसर में कैपेसिटी बिल्डिंग प्रोग्राम का आयोजन करने के लिए कहा है और इसका आयोजन किया जा रहा है। इसमें उतर भारत के विभिन्न जू के जू कीपर हिस्सा लेंगे।30 जू कीपर इस कैपेसिटी बिल्डिंग प्रोग्राम में हिस्सा लेने आएंगे। पंजाब के बठिंदा, पटियाला, लुधियाना से तो जू कीपर इस प्रोग्राम में हिस्सा लेने आएंगे ही इसके साथ ही हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू कश्मीर, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, लद्दाख और दिल्ली से भी जू कीपर इस प्रोग्राम में हिस्सा लेंगे।
इन जानकारियों से रूबरू होंगे जू कीपर
छतबीड़ जू के अधिकारी कैपेसिटी बिल्डिंग प्रोग्राम में हिस्सा लेने आ रहे विभिन्न जू कीपर को छतबीड़ जू में रखे गए प्रत्येक जानवर के बारे में विस्तार से बताएंगे कि वह लोग किस तरह से जानवरों को गर्मी और सर्दी में वहां रखते हैं। साथ ही उनके स्वास्थ्य का किस तरह से ध्यान रखा जाता है यह भी बताया जाएगा।ये भी पढे़ं- किराना की दुकान में नाबालिग बच्चे से बिकवाया जा रहा था नशा, दुकानदार पर भड़के लोग; इंटरनेट पर हुआ Video Viral
जानवरों को अडॉप्ट करने की सुविधा हुई शुरू
बता दें जानवरों को क्या क्या खाना दिया जाता है और जानवरों के गुस्से को कैसे नियंत्रण में रखा जाता है। इस संबंध में भी जानकारी दी जाएगी। सनद रहे कि अभी हाल ही में छतबीड़ जू में जनवरों को अडॉप्ट करने की सुविधा शुरू की गई है। जिसमें कोई भी महीनों या साल के हिसाब से खर्चा उठा कर किसी भी जानवर को अडॉप्ट कर सकता है।
इस स्कीम के बारे में भी कैपेसिटी बिल्डिंग प्रोग्राम में बताया जाएगा। इस प्रोग्राम में हिस्सा लेने आ रहे सभी जू कीपर का आने जाने, रहने और खाने का खर्चा सेंट्रल जू दिल्ली द्वारा उठाया जाएगा। अन्य जू से आ रहे जू कीपर की कार्य क्षमता का निर्माण करना इस प्रोग्राम का मुख्य उद्देश्य रहेगा। ताकि छतबीड़ जू में जिस तरह से व्यवस्थाओं का संचालन किया जाता है वैसे ही वो लोग भी अपने जू में कर सखें।
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