Punjab News: सांसद राघव चड्ढा ने संसद में उठाया ननकाना साहिब कॉरिडोर का मुद्दा, सदन में रखी तीन मांगें
पंजाब सांसद राघव चड्ढा ने सदन में पाकिस्तान में मौजूद ननकाना साहिब कॉरिडोर का मुद्दा उठाया। उन्होंने सदन में कहा कि जब देश का बंटवारा हुआ तो पंजाब सूबे का भी बंटवारा हुआ और इस तरह से पंजाब के कई गुरद्वारे पाकिस्तान में चले गए। जिनमें ननकाना साहिब भी शामिल हैं। पंजाब के लोग वहां आसानी से दर्शन कर सके। इसके लिए उन्होंने तीन मांगें रखीं।
डिजिटल डेस्क, चंडीगढ़। पंजाब से आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने बुधवार को सदन में श्री ननकाना साहिब का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा सन् 1947 में जब देश का बंटवारा हुआ तो उस समय पंजाब सूबे का भी बंटवारा हुआ। उस दौरान पंजाब के लाखों परिवारों को खून बहा।
राघव चड्ढा ने कहा कि आजादी के समय पंजाब के कई गुरुद्वारे पाकिस्तान चले गए। पंजाब सांसद ने संगत के लिए उन गुरद्वारों में खुले दर्शन करने और मत्था टेकने का जिक्र किया और कहा कि श्रद्धालु वहां दर्शन आसानी से कर सके, इसके लिए सरकारों को काम करना चाहिए।
श्री ननकाना साहिब को लेकर उठाई मांग
पंजाब सांसद ने कहा कि करतारपुर साहिब से पंजाब साहिब तक पाकिस्तान मे कई गुरुद्वारे हैं। इन्हीं में एक पवित्र स्थल शामिल हैं, जहां श्री गुरुगोविंद सिंह जी का प्रकाश हुआ। उस जगह का नाम ननकाना साहिब है।राघव चड्ढा ने कहा कि लाहौर से करीब 90 किलोमीटर की दूरी पर ननकाना साहिब मौजूद है। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से करतारपुर कॉरिडोर का निर्माण करके संगत को दर्शन और मत्था टेकने का अवसर मिला। उसी प्रकार ननकाना साहिब के खुले-खुले दर्शन करने का अवसर संगत को मिलना चाहिए। राघव चड्डा ने सदन में तीन प्रकार की मांगों को रखा।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।इन मुद्दों की उठाई मांग
- करतारपुर कॉरिडोर की तरह ननकाना साहिब कॉरिडोर भी बनना चाहिए, इसे लेकर दोनों सरकारों को काम करना चाहिए।
- दर्शन के लिए जाने वालों के लिए कोई वीजा, पासपोर्ट, फी या किसी कॉम्प्लिकेटेड फॉर्म की जरूरत न पड़े और प्रक्रिया आसान बने।
- अमृतसर के अटारी बाघा बॉर्डर की दूरी 140 किलोमीटर पड़ती है। सड़क को सेफ पेसेज बनाया जाए ताकि श्रद्धालु और संगत बिना परेशानी दर्शन कर सके।