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Punjab New Liqour Policy: पंजाब में सस्ती हुई इम्पोर्टेड विदेशी शराब, नई आबकारी नीत‍ि पर कैब‍िनेट ने लगाई मुहर

प्रसिद्ध गजल गायक पंकज उधास आज हमारे बीच में नहीं हैं लेकिन उनकी गाई गजल हुई महंगी बहुत शराब कि थोड़ी थोड़ी पिया करो... वाली शिकायत को आज पंजाब सरकार ने दूर कर दिया है। राज्य सरकार ने अपनी नई आबकारी नीति में विदेशी आयातित शराब को सस्ता कर दिया है। अब प्रति बोतल लगभग सौ से दो सौ रुपए प्रति बोतल सस्ती हो जाएगी।

By Inderpreet Singh Edited By: Prateek Jain Updated: Sun, 10 Mar 2024 04:00 AM (IST)
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राज्य सरकार ने अपनी नई आबकारी नीति में विदेशी आयातित शराब को सस्ता कर दिया है।

इन्द्रप्रीत सिंह, चंडीगढ़। प्रसिद्ध गजल गायक पंकज उधास आज हमारे बीच में नहीं हैं, लेकिन उनकी गाई गजल, हुई महंगी बहुत शराब कि थोड़ी थोड़ी पिया करो... वाली शिकायत को आज पंजाब सरकार ने दूर कर दिया है।

राज्य सरकार ने अपनी नई आबकारी नीति में विदेशी आयातित शराब को सस्ता कर दिया है। अब प्रति बोतल लगभग सौ से दो सौ रुपए प्रति बोतल सस्ती हो जाएगी।

पंजाब की कैबिनेट ने नई आबकारी नीति पर मुहर लगा दी है, जिसमें विदेशी आयातित शराब को सस्ती हो ही जाएगी लेकिन साथ ही पंजाब में बनने वाली शराब की कीमतों में भी कोई वृद्ध‍ि नहीं की गई है। पंजाब में सबसे ज्यादा खपत इसी की है।

काबिले गौर है कि इससे पहले पंजाब की जो भी आबकारी नीति रही है उसमें शराब महंगी होने के कारण हरियाणा और चंडीगढ़ से भारी मात्रा में तस्करी होने की शिकायतें आती रही हैं। इन दोनों राज्यों के साथ लगने वाले इलाकों के ठेके या तो नीलाम ही नहीं होते थे या फिर घाटे में रहते थे। अब शराब सस्ती करने के कारण असर उलटा गया है। इस नीति के कारण ही पंजाब की आमदनी में भी काफी इजाफा हुआ है।

'नई आबकारी नीति से 622 करोड़ रुपए की आमदनी बढ़ेगी'

पूर्व सरकार के दौरान जो आमदनी 6200 करोड़ रुपए तक ही अटकी हुई थी वह दो सालों में ही दस हजार करोड़ का आंकड़ा छू गई है। वित्तमंत्री हरपाल चीमा ने कहा कि नई आबकारी नीति से 622 करोड़ रुपए की आमदनी पिछले साल के मुकाबले बढ़ेगी। हरपाल चीमा ने यह भी कहा कि नीति में ज्यादा बदलाव नहीं किया गया है।

पंजाब सरकार ने पिछले साल ही हरियाणा, चंडीगढ़ प्रशासन के लिए चुनौती पेश कर दी थी । शराब का कोटा असीमित कर दिया था जिस कारण भारत में बनी विदेशी शराब (आईएमएफएल) और देशी शराब की कीमत चंडीगढ़ और हरियाणा से सस्ती हो गई। साथ ही देसी शराब का कोटा भी तीन फीसदी बढ़ा दिया है।

नीति में बदलाव करते हुए सरकार निविदा प्रक्रिया के बजाय ड्रॉ के आधार पर दुकानें आवंटित करने का फैसला लिया है । हरपाल चीमा ने कहा कि इससे अधिक लोगों को इस कारोबार में आने का मौका मिलेगा और कीमतों और प्रतिस्पर्धक होंगी।

मौजूदा रिटेल बिजनेस को संतुलित करने और बेहतर और व्यापक भागीदारी सुनिश्चित करने का अवसर प्रदान करने के लिए ल-2/एल-14ए दुकानों का ताजा आवंटन ड्रा के माध्यम से किया जाएगा। वर्ष 2024-25 के लिए समूह का आकार घटाकर /- 15 प्रतिशत भिन्नता के साथ 35 करोड़ रखा गया है।

अतिरिक्त राजस्व जुटाने और पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए देशी शराब, वित्तीय वर्ष 2024 में देशी शराब का कोटा-पिछले वर्ष की तुलना में 8.286 करोड़ प्रूफ लीटर की वृद्धि हुई है।

केंद्रीय पुलिस संगठनों को राहत देते हुए एल-1 की लाइसेंस फीस में छूट दी गई है। यह फीस 5 लाख रुपये से घटाकर 25000 रुपये कर दी है। खुदरा विक्रेताओं को शुरू में ही ज्यादा फीस न देनी पड़े इसको लेकर भी राहत दी गई है। निवेश पर सुरक्षा राशि 17% से घटाकर 15% कर दी गई है।

नकली शराब की समस्या पर अंकुश लगाने के लिए मैरिज पैलेसों में इस्तेमाल होने वाली शराब की बोतलों की कीमत एक्साइज में डाली गई है। सभी मैरिज पैलेसों में इस्तेमाल की गई शराब की बोतलें तोड़ी जाएंगी ताकि इनका दुबारा उपयोग न हो सके।

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