Punjab News: पटवारियों की हड़ताल को लेकर सरकार ने कहा- अगले सप्ताह से नियंत्रण में आने लगेगी स्थिति
पटवारियों और कानूनगो की हड़ताल को लेकर सरकार ने इन पर अनिवार्य सेवाएं मेंटेन कानून एस्मा लगाने की बजाए बीच का रास्ता निकाल लिया है। सरकार का दावा है कि अगले सप्ताह से स्थिति नियंत्रण में आने लगेगी। काबिले गौर है कि पटवािरयों की हड़ताल को लेकर सरकार ने धमकी दी कि अगर किसी ने भी ऐसा किया तो उस पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
By Jagran NewsEdited By: Nidhi VinodiyaUpdated: Fri, 01 Sep 2023 08:04 PM (IST)
चंडीगढ़, इन्द्रप्रीत सिंह। पटवारियों और कानूनगो की हड़ताल (Patwari and Kanungo Strike) को लेकर सरकार ने इन पर अनिवार्य सेवाएं मेंटेन कानून एस्मा लगाने की बजाए बीच का रास्ता निकाल लिया है। सरकार का दावा है कि अगले सप्ताह से स्थिति नियंत्रण में आने लगेगी। काबिले गौर है कि पटवािरयों की हड़ताल को लेकर सरकार ने धमकी दी कि अगर किसी ने भी ऐसा किया तो उस पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। पटवारियों ने पलटवार करते हुए कहा कि वे केवल अपने उन सर्किलों में ही काम करेंगे जहां पर उनकी ड्यूटी है।
कर्मचारी काम पर लौट आए हैं, एस्मा लगाना मुश्किल
जिन सर्किलों का उनके पास अतिरिक्त चार्ज है उन पर वे काम नहीं करेंगे। काबिले गौर है कि पंजाब में कुल 3660 सर्किल हैं जिनमें 1623 पटवारी रेगुलर तौर पर काम कर रहे हैं। यानी 2037 सर्किल खाली हैं। अगर इनमें पटवारी काम नहीं करते तो कामकाज काफी प्रभावित हो सकता है। चूंकि पटवारी काम पर लौट आए हैं इसलिए सरकार के लिए एस्मा लगाना मुश्किल है । इसका बीच का रास्ता निकालने के लिए 537 रिटायर्ड पटवारियों की सेवाएं लेने जा रही है।
ये है मांग...
आरंभिक तौर पर इन्हें एक से अधिक सर्किल देने पर भी विचार किया जा रहा है क्योंकि राजस्व विभाग के पास 741 ऐसे पटवारी हैं जिन्होंने ट्रेनिंग लेनी शुरू की हुई है। यह ट्रेनिंग 18 महीनों की होती है लेकिन सरकार यह पीरियड कम करके 15 महीने करने पर विचार कर रही है। दरअसल इन सभी को अभी केवल 5000 रुपए स्टाइफन के रूप में मिलते हैं इनकी मांग है कि इन्हें यह 19 हजार रुपए किया जाए। सरकार इनका प्रोबेशन का पीरियड कम करके इन्हें रेगुलर करने पर विचार कर रही है।हड़ताल के सामने झुकना नहीं चाहती सरकार
इसके अलावा 710 नए पटवारियों को भर्ती किया जा रहा है । उन्हें केवल नियुक्ति पत्र देने बाकी है। विभाग इस बात पर विचार कर रहा है कि रिटायर्ड पटवारियों के साथ इन्हें लगाकर पहले फील्ड ट्रेनिंग पूरी करवा ली जाए। इससे उन्हें सहयोग भी हो जाएगा और दूसरा ये ट्रेंड भी हो जाएंगे। अगर ऐसा होता है तो ज्यादातर खाली पड़े हुए सर्किलों में काम शुरू हो जाएगा। साफ है कि पटवारियों की हड़ताल के सामने सरकार झुकना नहीं चाहती है।