फरीदकोट पंचायत चुनावों के लिए प्रचार रविवार शाम 6 बजे समाप्त हो गया है। डीसी विनित कुमार ने चुनाव प्रचार पर रोक लगाने सहित कई आदेश जारी किए हैं। मतदान केंद्रों के आसपास प्रतिबंध लगाए गए हैं। 15 अक्टूबर को सुबह 8 बजे से शाम 4 बजे तक मतदान होगा। इस चुनाव में महिलाओं की भी काफी अहम भूमिका होगी।
जागरण संवाददाता, फरीदकोट। 15 अक्टूबर को होने वाल पंचायत चुनावों के लिए किया जा रहा चुनाव प्रचार जहां रविवार की शाम 6 बजे बंद हो गया। वहीं दूसरी ओर डीसी विनित कुमार द्वारा पंचायत चुनावों को लेकर विभिन्न आदेश भी जारी किए गए।
रविवार को शाम छह बजे जहां चुनाव प्रचार समाप्त हो गया, वहीं दूसरे जिलों से प्रचार के लिए इस जिले में आए पार्टी कार्यकर्ता अथवा नेताओं को भी वापस लौटना होगा।इस संबंध में डीसी विनीत कुमार ने बाहरी जिलों से प्रचार के लिए आए लोगों को वापिस लौटने के आदेश जारी किए हैं। यदि कोई इन आदेशों का उल्लंघन करता हुआ पाया गया तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
इसके अतिरिक्त डीसी विनीत कुमार ने मतदान केंद्रों के 100 मीटर के दायरे में चुनाव प्रचार करने, किसी भी संबंधित व्यक्ति द्वारा सेल्युलर फोन, कॉर्डलेस फोन, वायरलेस सेट, लाउड स्पीकर, मेगाफोन आदि का उपयोग करने, चुनाव के दिन प्रचार करने, पोस्टर, बैनर लगाने आदि पर प्रतिबंध लगाया है।
चुनाव के दौरान शांति-व्यवस्था भंग होने की आशंका
उन्होंने कहा कि इससे चुनाव प्रक्रिया के दौरान शांति एवं व्यवस्था भंग होने की संभावना है। जिससे कानून लागू करने के लिए तैनात सुरक्षा बलों का काम बाधित हो सकता है और कानून एवं व्यवस्था की स्थिति बिगड़ने का खतरा हो सकता है। निजी एवं सरकारी संपत्ति तथा मानव जीवन को क्षति पहुंच सकती है।
इसलिए चुनाव कार्य को सुचारु, शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने तथा चुनाव के दौरान कानून एवं व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के लिए तत्काल आवश्यक कदम उठाना आवश्यक है।
15 अक्टूबर शाम तक रहेगी पाबंदी
इसके अलावा कोई भी राजनीतिक दल, चुनाव लड़ रहा अभ्यर्थी मतदान केन्द्र के 200 मीटर की परिधि में अपना मतदान केन्द्र, तम्बू नहीं लगाएगा तथा जिला चुनाव अधिकारी या ग्राम पंचायत निर्वाचन क्षेत्र रिटर्निंग अधिकारी द्वारा अधिकृत व्यक्ति को छोड़कर कोई भी व्यक्ति किसी भी मतदान, बूथ स्टेशन के 200 मीटर के भीतर अपना निजी वाहन नहीं चलाएगा।
इसी तरह शांतिपूर्ण मतदान के लिए 13 अक्टूबर सायं छह बजे से 15 अक्टूबर की शाम मतदान होने तक लाउडस्पीकर, मेगा फोन बजाने पर भी प्रतिबंध लगाया गया है।
पंचायत चुनाव के लिए 688 बूथ तैयार
पंजाब में पंचायतों के लिए चुनावी बिसात बिछ चुकी है और मतदान की सारी तैयारियां पूरी कर ली गईं। इन तैयारियों को सोमवार को आखिरी दिन अमलीजामा पहनाया जाएगा और पोलिंग पार्टियां तीन सेंटरों से बैलेट पेपर लेकर मतदान केंद्र की तरफ रवाना होंगी।
इस बार सरपंच व पंच चुनाव के लिए कुल 5805 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं, जबकि 47 सरपंचों व 1,107 पंचों के निर्विरोध चुने जाने के चलते और दो पचायतों में चुनाव बाद में होने के चलते सरपंच पद के लिए 386 पंचायतों का चुनाव होगा। इसके लिए कुल 688 पोलिंग बूथ बनाए गए हैं, जिनमें जिले के 5.50 लाख वोटर मतदान करेंगे।
हर बूथ पर चार कर्मचारियों की ड्यूटी
फाजिल्का जिले के अंतगर्त आते पांच ब्लाकों में ग्रामीण क्षेत्र के 5,50,158 वोटर हैं। इनमें से पुरुष वोटरों की संख्या 2,90,664 और महिला वोटरों की संख्या 2,59,487 है, जबकि सात थर्ड जेंडर के वोटर हैं। वैसे तो यहां 435 पंचायतें हैं, लेकिन इनमें दो पंचायतों के लिए वोटरों की सूची को लेकर समस्या के चलते उनके चुनाव बाद में होंगे।
इसके अलावा 30 के करीब पूरी पंचायतें ही सर्वसम्मति से चुनी गई हैं, जिसके चलते विभाग बच गई पंचायतों की लिस्टें तैयार कर वहां कर्मचारियों की ड्यूटियां लगाने में जुटा है। अधिकारियों के अनुसार हर एक बूथ पर चार कर्मचारियों की ड्यूटी रहेगी, जिनमें से एक प्रोजाइडिंग अफसर होगा, जोकि वोटों की गिणती के समय एआरओ की भूमिका निभाएगा।
शाम चार बजे तक होगा मतदान
इसके तहत लगभग दो हजार के करीब अमला इस चुनाव को शांतिपूर्वक करवाने के लिए तैनात रहेगा। जलालाबाद के गांवों का चुनाव अमला सरकारी कालेज लड़कियां जलालाबाद से, फाजिल्का का चुनावी अमला सरकारी स्कूल लड़के फाजिल्का से और अबोहर व बल्लूआना का अमला डीएवी कालेज अबोहर से बैलेट पेपर लेकर रवाना होगा।
15 अक्टूबर को चुनाव सुबह आठ से शाम चार बजे तक होगा, जबकि उसी दिन मतगणना केंद्र पर ही मतों की गिणती करने के बाद परिणाम बता दिए जाएंगे। इस चुनाव में महिलाओं की भी अहम भूमिका होगी, क्योंकि इनकी संख्या पुरूषों के मुकाबले 47 प्रतिशत है।
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