CIA स्टाफ के अधिकारियों को फंसाने के लिए DSP व SHO ने रची साजिश, CCTV से सामने आई करतूत
सीआइए स्टाफ के अधिकारियों को फंसाने में खुद पंजाब पुलिस के डीएसपी रैंक के एक अधिकारी व सब डिवीजन डेराबस्सी में आते एक एसएचओ की साजिश थी।
By Vikas KumarEdited By: Updated: Sat, 23 Nov 2019 03:24 PM (IST)
मोहाली, जेएनएन। सीआइए स्टाफ खरड़ के अधिकारियों पर वीरवार रात को एक व्यक्ति को अवैध रूप से कस्टडी में रखने व उसे झूठे मामले में फंसाने की धमकी देते हुए उससे मोटी रकम वसूलने का खुलासा हुआ है। पुलिस सूत्रों के अनुसार सीआइए स्टाफ के अधिकारियों को फंसाने में खुद पंजाब पुलिस के डीएसपी रैंक के एक अधिकारी व सब डिवीजन डेराबस्सी में आते एक एसएचओ की साजिश थी। हालांकि इस बारे में आलाधिकारी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है।
डीएसपी व एसएचओ को समन जारीसूत्रों से मिली जानकारी अनुसार जिस डीएसपी का नाम इस मामले में जोड़ा जा रहा है, उसे मोहाली जिले की रेंज से बाहर बताया जा रहा है। जबकि सूत्रों के अनुसार मामले में जुड़े डीएसपी व एसएचओ मोहाली जिले के अंतर्गत ही हैं और उनमें से संबंधित एसएचओ को लाइन हाजिर कर दिया गया है जोकि डेराबस्सी सब डिवीजन की हद में एक थाने या चौकी का इंजार्ज था। दूसरी तरफ डीएसपी व एसएचओ को एसएसपी मोहाली की ओर से समन जारी कर दिए गए हैं जिनके खिलाफ डिपार्टमेंटल इन्क्वायरी खोल दी गई है।
वारंट अफसर ने की थी रेड
दरअसल वीरवार रात को हाई कोर्ट के आदेश पर वारंट आफसर ने सीआइए स्टाफ मोहाली के खरड़ स्थित ऑफिस में रेड की थी। डेराबस्सी निवासी गुरप्रीत सिंह नामक युवक ने वीरवार को हाई कोर्ट में सीआइए मोहाली इंचार्ज सुखबीर सिंह व एएसआइ गुरप्रताप सिंह के खिलाफ याचिका दायर की थी। आरोप यह लगाया था कि उक्त अधिकारियों द्वारा उसके जानकार विनीत गुलाटी को अवैध हिरासत में रखा हुआ है। झूठा मामला दर्ज करने की धमकी देकर मोटी रकम मांगी जा रही है। हाई कोर्ट ने इस मामले में विजय गुप्ता को वारंट ऑफिसर नियुक्त करते हुए जांच के लिए भेजा। परंतु ऑफिसर जिसकी जांच के लिए पहुंचा, वह शख्स वारंट ऑफिसर को धोखा देकर उस समय सीआइए स्टाफ में दाखिल हो गया। इसका खुलासा तब हुआ जब सीसीटीवी की फुटेज सामने आई।
जिसने हाई कोर्ट को गुमराह कर सीआइए स्टाफ के अधिकारियों को झूठा फंसाने की कोशिश की है। उनके खिलाफ जांच के बाद मामला दर्ज किया जाएगा। दूसरी तरफ एक डीएसपी व एसएचओ रैंक के अधिकारी का नाम सामने आ रहा है। जिसकी जांच की जा रही है।
-कुलदीप सिंह चाहल, एसएसपी, मोहाली।
वारंट अफसर ने की थी रेड
दरअसल वीरवार रात को हाई कोर्ट के आदेश पर वारंट आफसर ने सीआइए स्टाफ मोहाली के खरड़ स्थित ऑफिस में रेड की थी। डेराबस्सी निवासी गुरप्रीत सिंह नामक युवक ने वीरवार को हाई कोर्ट में सीआइए मोहाली इंचार्ज सुखबीर सिंह व एएसआइ गुरप्रताप सिंह के खिलाफ याचिका दायर की थी। आरोप यह लगाया था कि उक्त अधिकारियों द्वारा उसके जानकार विनीत गुलाटी को अवैध हिरासत में रखा हुआ है। झूठा मामला दर्ज करने की धमकी देकर मोटी रकम मांगी जा रही है। हाई कोर्ट ने इस मामले में विजय गुप्ता को वारंट ऑफिसर नियुक्त करते हुए जांच के लिए भेजा। परंतु ऑफिसर जिसकी जांच के लिए पहुंचा, वह शख्स वारंट ऑफिसर को धोखा देकर उस समय सीआइए स्टाफ में दाखिल हो गया। इसका खुलासा तब हुआ जब सीसीटीवी की फुटेज सामने आई।
जिसने हाई कोर्ट को गुमराह कर सीआइए स्टाफ के अधिकारियों को झूठा फंसाने की कोशिश की है। उनके खिलाफ जांच के बाद मामला दर्ज किया जाएगा। दूसरी तरफ एक डीएसपी व एसएचओ रैंक के अधिकारी का नाम सामने आ रहा है। जिसकी जांच की जा रही है।
-कुलदीप सिंह चाहल, एसएसपी, मोहाली।
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