Punjab Politics: BJP व शिरोमणि अकाली दल को तगड़ा झटका, चार पूर्व मंत्रियों सहित नौ नेता कांग्रेस में लौटे
नेता शुक्रवार को दिल्ली पहुंचे जहां पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग व नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा ने इनकी राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल से मुलाकात कराई। शनिवार को कांग्रेस अध्यक्ष खरगे विधिवत रूप से पार्टी की सदस्यता दिलाएंगे। पूर्व मंत्री राजकुमार वेरका बलबीर सिद्धू उनके भाई अमरजीत सिंह जीती सिद्धू के दामाद करणवीर ढिल्लों और गुरप्रीत कांगड़ ने जून 2022 में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे।
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। पंजाब में भाजपा और अकाली दल को कांग्रेस ने बड़ा झटका दिया है। चार पूर्व मंत्रियों सहित नौ नेताओं ने शुक्रवार को कांग्रेस में वापसी की। इनमें पूर्व मंत्री राजकुमार वेरका, बलवीर सिंह सिद्धू, गुरप्रीत कांगड़, हंसराज जोसन सहित कमलजीत सिंह ढिल्लों व करणवीर ढिल्लों, मोहाली के मेयर अमरजीत सिंह जीती शामिल हैं।
शिरोमणि अकाली दल में रहे बठिंडा के तलवंडी साबो से पूर्व विधायक जीत महिंदर सिद्धू और महिंदर रिणवा भी कांग्रेस में शामिल हो गए हैं। इससे पहले अकाली दल ने इन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया था। यह नेता शुक्रवार को दिल्ली पहुंचे, जहां पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग व नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा ने इनकी राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल से मुलाकात कराई।
खरगे विधिवत रूप से पार्टी की सदस्यता दिलाएंगे
शनिवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे इनको विधिवत रूप से पार्टी की सदस्यता दिलाएंगे। पूर्व मंत्री राजकुमार वेरका, बलबीर सिद्धू, उनके भाई अमरजीत सिंह जीती, सिद्धू के दामाद करणवीर ढिल्लों और गुरप्रीत कांगड़ ने जून 2022 में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे।
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वेरका जालंधर लोकसभा उप चुनाव में टिकट चाहते थे, लेकिन पार्टी ने उन्हें टिकट नहीं दिया। विजय सांपला के राष्ट्रीय एससी कमीशन के चेयरमैन पद से इस्तीफा देने के बाद वेरका इस पद की दौड़ में थे, लेकिन यहां पर भी उनकी सुनवाई नहीं हुई। वेरका ने भाजपा में शामिल होने को सबसे बड़ी राजनीतिक भूल बताया। कहा कि वह घर वापसी कर रहे हैं।
दो अक्टूबर को राहुल गांधी के अमृतसर दौरे के बाद ही घर वापसी का फैसला लिया। उन्होंने स्वीकारा कि इस बारे में उनकी राहुल गांधी से बात हुई थी। वहीं, तलवंडी साबो से तीन बार विधायक रहे जीत मोहिंदर सिद्धू ने भी अकाली दल छोड़ कर कांग्रेस में वापसी हो गई है।
फाजिल्का से दो बार विधायक रहे डा. महिंदर कुमार रिणवा और जलालाबाद से दो बार विधायक व एक बार मंत्री रहे हंस राज जोशन ने कांग्रेस छोड़कर अकाली दल ज्वाइन कर ली थी। इनकी भी कांग्रेस में वापसी हो गई। भाजपा महासचिव अनिल सरीन का कहना है कि राजकुमार वेरका को पार्टी ने उचित मान सम्मान दिया। फिर भी हो सकता है कि उनकी महत्वाकांक्षा पूरी न हुई हो।