Punjab News: 2030 तक पंजाब में नवीकरणीय ऊर्जा की हिस्सेदारी 30 फीसदी तक बढ़ेगी
नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा स्रोत मंत्री अमन अरोड़ा ने कहा कि- पंजाब विजन डाक्यूमेंट 2030 रणनीति के अंतर्गत राज्य द्वारा नवीकरणीय ऊर्जा की हिस्सेदारी साल 2030 तक मौजूदा 15 फीसदी से 30 फीसदी तक बढ़ाने के लिए सक्रियता से सहृदय यत्न किये जा रहे हैं। इस विजन के अंतर्गत न केवल ऊर्जा पैदा करने की तरफ ध्यान दिया जा रहा है बल्कि अलग-अलग क्षेत्रों में ऊर्जा की मांग संबंधी उचित कदम उठाने पर भी ज़ोर दिया जा रहा है।
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा स्रोत मंत्री अमन अरोड़ा ने आज यहां पंजाब ऊर्जा विकास एजेंसी (पेडा) द्वारा ‘ऊर्जा दक्षता के लिए निवेश बाजार’ विषय पर करवाई गई एक दिवसीय कांफ्रेंस-कम-प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। जिसका उद्देश्य ऊर्जा दक्षता प्रोजेक्टों से संबंधी उद्योगों और एमएसएमइज में निवेश की संभावनाओं के बारे में विचार-चर्चा करना था।
कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए मंत्री ने बताया कि पंजाब विजन डाक्यूमेंट 2030 रणनीति के अंतर्गत राज्य द्वारा नवीकरणीय ऊर्जा की हिस्सेदारी साल 2030 तक मौजूदा 15 फीसदी से 30 फीसदी तक बढ़ाने के लिए सक्रियता से सहृदय यत्न किये जा रहे हैं। इस विजन के अंतर्गत न केवल ऊर्जा पैदा करने की तरफ ध्यान दिया जा रहा है, बल्कि अलग-अलग क्षेत्रों में ऊर्जा की मांग संबंधी उचित कदम उठाने पर भी ज़ोर दिया जा रहा है।
उन्होंने राज्य में उद्योगों और एमएसएमइज में ऊर्जा दक्षता और नवीन ऊर्जा कुशल तकनीकों को लागू करने के महत्व पर भी ज़ोर दिया। उद्योगों और एमएसएमइज में निवेश की संभावनाएं, जो राज्य स्तर पर बुनियादी ढांचे को मजबूत कर सकती हैं, पर ध्यान केंद्रित करते हुए कैबिनेट मंत्री ने कहा कि ऊर्जा ऊर्जा धीरे-धीरे आपूर्ति संचालित के बजाय मांग संचालित हो रही है।
उन्होंने उद्योगों और एमएसएमइज में ऊर्जा कुशल गतिविधियों को लागू करने के लिए प्रोजैक्ट लागू करने वालों और फंडिंग एजेंसियों के दरमियान जानकारी और संचार के अंतर को खत्म करने की ज़रूरत पर भी ज़ोर दिया। उन्होंने उद्योग, ट्रांसपोर्ट, बिल्डिंग और कृषि सैक्टरों की महत्ता पर भी ज़ोर दिया, जो नये अवसर पैदा कर रहे हैं।
पेडा के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. अमरपाल सिंह ने कहा कि स्वच्छ और कार्बन की कम निकासी वाले उपायों को लागू करने और नवीकरणीय खरीद जिम्मेदारियों को पूरा करने के लिए देश में ऊर्जा परिवर्तन में अग्रणी भूमिका निभाने के लिए पंजाब के नाम पर विचार किया जा रहा है।