Move to Jagran APP

Punjab Politics: सीएम मान पर आगबबूला हुए सुखबीर बादल, भेज दिया नोटिस; कहा- पांच दिनों के भीतर बिना शर्त मांगे माफी

पंजाब में शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने शुक्रवार को पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को कानूनी नोटिस भेजा है। उन्होंने सीएम मान को नोटिस भेजते हुए कहा कि उन्होंने बादल परिवार पर दुर्भावनापूर्ण आरोप लगाए है और इसके लिए पांच दिनों के भीतर वह बिना शर्त माफी मांगे। बता दें कि ये नोटिस बादल के वकील अर्शदीप सिंह कलेर ने भेजा था

By AgencyEdited By: Nidhi VinodiyaUpdated: Fri, 17 Nov 2023 03:38 PM (IST)
Hero Image
सीएम मान पर आगबबूला हुए सुखबीर बादल, File Photo
पीटीआई, चंडीगढ़। पंजाब में शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने शुक्रवार को पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को कानूनी नोटिस भेजा है। उन्होंने सीएम मान को नोटिस भेजते हुए कहा कि उन्होंने बादल परिवार पर दुर्भावनापूर्ण आरोप लगाए है और इसके लिए पांच दिनों के भीतर वह बिना शर्त माफी मांगे।

बता दें कि ये नोटिस बादल के वकील अर्शदीप सिंह कलेर ने भेजा था। नोटिस के अनुसार यदि सीएम मान माफी नहीं मांगते हैं तो बादल उनपर मानहानि करने का केस करेंगे।

फार्म हाउस के लिए बनाई थी सिंचाई शाखा

नोटिस के अनुसार मान ने बादल और उनके परिवार को बदनाम करने का आरोप लगाया है। मान ने कहा था कि हरियाणा के बालासर गांव में बादल फार्म तक नहर का पानी ले जाने के लिए एक सिंचाई शाखा बनाई गई थी।

बता दें कि सीएम मान ने ये आरोप 1 नवंबर को पीएयू में आयोजित "मैं पंजाब बोलदा हां" बहस के दौरान लगाए थे। इस डिबेट में कांग्रेस, शिअद और भाजपा के विपक्षी नेता शामिल नहीं हुए थे।

सुखबीर बादल को किया जा रहा बदनाम

बदल के वकील ने कहा कि केवल अपने लिए सस्ता राजनीतिक लाभ हासिल करने के लिए मुख्यमंत्री ने मेरे मुवक्किल (सुखबीर बादल) की व्यक्तिगत, सामाजिक और राजनीतिक प्रतिष्ठा को खराब किया। सीएम ने जानबूझकर, गलत इरादे से मेरे मुवक्किल को बदनाम करने के इरादे से झूठे आरोप लगाए। सीएम ने आरोप लगाए कि पंजाब का कीमती पानी सुखबीर बादल ने हरियाणा में अपने बालासर फार्म में ले लिया है।

पंजाब का पानी बचाने के लिए बादल ने किया संघर्ष

वकील ने कहा कि सुखबीर बादल ने पंजाब के पानी की हर बूंद को बचाने के लिए अथक संघर्ष किया है। सीएम मान ने डिबेट में कहा था कि विपक्षी नेताओं के पूर्वज सतलुज यमुना लिंक (एसवाईएल) नहर के निर्माण के अक्षम्य अपराध में शामिल थे। मान ने कहा था कि अपने स्वार्थों के लिए राजनीतिक नेताओं ने नहर के निर्माण की योजना बनाई थी।

प्रकाश सिंह बादल पर लगाए थे आरोप

मान ने दावा किया था कि 1978 में तत्कालीन मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने एसवाईएल नहर के लिए 3 करोड़ रुपये की अतिरिक्त राशि की मांग की थी और मार्च 1979 में हरियाणा सरकार से 1.5 करोड़ रुपये ले लिए थे।

Also Read: Amritsar: 'ED से चाहे जितना बचने का प्रयास कर लें, गिरफ्तारी है तय'; BJP प्रदेश अध्‍यक्ष सुनील जाखड़ ने केजरीवाल पर किया वार

जमीन अधिग्रहण के लिए एक पत्र जारी किया था

सीएम मान ने दावा किया था कि प्रकाश सिंह बादल ने एसवाईएल नहर के लिए जमीन अधिग्रहण के लिए एक पत्र जारी किया था और हरियाणा के तत्कालीन मुख्यमंत्री देवीलाल ने विधानसभा में बयान दिया था कि प्रकाश सिंह बादल के साथ उनके व्यक्तिगत संबंधों के कारण पंजाब सरकार ने जमीन का अधिग्रहण किया था। 

हरियाणा से लिए थे 45 करोड़ रुपये 

मान ने यह भी दावा किया था कि 1998 में तत्कालीन मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने हरियाणा को अधिक पानी देने के इरादे से भाखड़ा मेन लाइन नहर के किनारों की ऊंचाई औसतन एक फुट बढ़ा दी थी और पड़ोसी राज्य से 45 करोड़ रुपये लिए थे। ।

बालासार नहर के लिए पंजाब को दिया धोखा

मान ने आरोप लगाया था कि प्रकाश सिंह बादल ने केवल बालासर नहर के लिए यह सब किया है, जिसका निर्माण हरियाणा सरकार ने पंजाब के साथ उनके विश्वासघात के इनाम के रूप में उनके फार्म हाउस तक किया था। 

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।