Punjab में डेंगू के मिले 440 मामले, प्रदेश में 114 एक्टिव केस; स्वास्थ्य मंत्री बोले- काबू में है स्थिति
स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह ने कहा कि वैकटर- बोर्न बीमारियों के संबंधित स्थिति इस समय पूरी तरह काबू में है। राज्य में अब तक डेंगू के कुल 440 मामले सामने आए हैं जिनमें से डेंगू के एक्टिव मामलों की संख्या 114 है। अब तक डेंगू के कारण किसी की भी मौत नहीं हुई। विभाग ने पंजाब में 10 हॉटस्पाट की शिनाखत की है। जहां निगरानी रखी जा रही है।
By Jagran NewsEdited By: Rajat MouryaUpdated: Mon, 31 Jul 2023 11:07 PM (IST)
चंडीगढ़, राज्य ब्यूरो। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डा. बलबीर सिंह ने राज्य में पानी और वैकटर- बोर्न बीमारियों के फैलाव को रोकने के लिए उचित कदम उठाने के लिए आज यहां अंतर- विभागीय तालमेल बैठक की अध्यक्षता की। इस मौके पर उनके साथ पंजाब के जल सप्लाई और सेनिटेशन मंत्री ब्रम शंकर जिम्पा, परिवहन मंत्री लालजीत सिंह भुल्लर और स्थानीय निकाय मंत्री बलकार सिंह भी मौजूद थे।
बलबीर सिंह ने डेंगू, मलेरिया और अन्य वैकटर-बोर्न बीमारियों के बढ़ रहे खतरे से निपटने लिए अलग-अलग विभागों की तरफ से जा रही गतिविधियों का जायजा लेते हुये सभी विभागों को इन बीमारियों के फैलने को रोकने के लिए मिलकर काम करने के निर्देश दिए। उन्होंने लोगों को फ्रिजों की ट्रेओं, कूलर, कंटेनरों, गमलों, छतों आदि समेत पानी खड़ा न होने की सलाह दी। क्योंकि मच्छरों के अंडे एक सप्ताह में विकसित हो जाते है। इसलिए जरूरी है कि मच्छरों के प्रजनन चक्र को तोड़ा जाए।
'स्थिति पूरी तरह से काबू में है'
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि पंजाब में वैकटर- बोर्न बीमारियों के संबंधित स्थिति इस समय पूरी तरह काबू में है। राज्य में अब तक डेंगू के कुल 440 मामले सामने आए हैं, जिनमें से डेंगू के एक्टिव मामलों की संख्या 114 है। बताने योग्य है कि अब तक डेंगू के साथ किसी की भी मौत नहीं हुई। विभाग की तरफ से पंजाब में 10 हॉटस्पाट की शिनाखत की है। जहां स्वास्थ्य टीमों को निगरानी के लिए तैनात किया गया है और राज्य के अधिकारियों द्वारा रोज़मर्रा के आधार पर इसकी निगरानी की जा रही है।स्वास्थ्य मंत्री ने दिए अहम निर्देश
इसके इलावा, 855 ब्रीडिंग चैकरों की सेवाएं भी ली जा रही हैं। स्वास्थ्य मंत्री ने मच्छरों के लार्वे पर नजर रखने के लिए स्वास्थ्य, स्थानीय निकाय, जल सप्लाई और सेनिटेशन, परिवहन और ग्रामीण विकास विभागों को अलग-अलग क्षेत्रों और रिहायशों की चैकिंग के लिए ग्राम स्वास्थ्य, सेनिटेशन और पोषण समितियों ( वी. एच. एस. एन. सीज) और महिला अरोग्या समिति ( एम. ए. एस.) के साथ तालमेल के ज़रिये काम करने की अपील की और किसी भी उल्लंघना के लिए चालान करने के भी निर्देश दिए।
उन्होंने सभी सम्बन्धित विभागों के दरमियान बेहतर तालमेल के लिए राज्य और ज़िला स्तर पर नोडल अफ़सर नियुक्त करने पर अधिक ज़ोर दिया। डा. बलबीर सिंह ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की तरफ से डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया के मामलों में विस्तार होने की सूरत में किसी भी तरह की एमरजैंसी से निपटने के लिए 1300 बैडों वाले विशेष वार्ड बनाऐ गए हैं।
उन्होंने कहा कि सभी सरकारी स्वास्थ्य सहूलतों में डेंगू और मलेरिया का टैस्ट और इलाज बिल्कुल मुफ़्त है। इसके इलावा आई फ्लू और स्किन इन्फ़ेक्शन के मामलों में वृद्धि को देखते हुये स्वास्थ्य मंत्री ने लोगों को इस इन्फ़ेक्शन से बचाव के लिए किसी के साथ हाथ मिलाने या सार्वजनिक स्थानों पर किसी चीज़ को छूने के बाद अपनी आंखें को हाथ न लगाने की सलाह दी।
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