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चंडीगढ़ में सेवानिवृत कर्मचारियों पर शिक्षा विभाग मेहरबान, रिटायरमेंट के बाद कांट्रेक्ट पर दोबारा की ज्वाइनिंग

शिक्षा के कई कर्मचारियों को सेवानिवृत हुए दो से तीन साल का समय हो चुका है लेकिन न तो उनका विभाग बदलता है और न ही उन्हें हटाने की हिम्मत कोई रखता है। कर्मचारी रेगुलर रहते हुए सेवानिवृत हुए थे जिसके कारण इन्हें विभाग पेंशन भी दे रहा है।

By Vikas_KumarEdited By: Updated: Fri, 30 Oct 2020 07:22 PM (IST)
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चंडीगढ़ में 58 साल की उम्र में अधिकारी और कर्मचारी की सेवानिवृति होती है। (फाइल फोटो)

चंडीगढ़, [सुमेश ठाकुर]। शिक्षा विभाग में कांट्रेक्ट पर काम करने वाले कर्मचारी एक से दूसरे साल तक रेगुलर एक ही पोस्ट पर काम नहीं कर सकते। वहीं विभाग के कई आला अधिकारियों के पास ऐसे कर्मचारी है, जोकि विभाग से रेगुलर सेवानिवृत हुए और उन्हें दोबारा उसी पद पर कांट्रेक्ट के जरिए नियुक्त किया गया और वह अभी सेवाएं दे रहे हैं। ऐसे कर्मचारियों को सेवानिवृत हुए दो से तीन साल का समय हो चुका है, लेकिन न तो उनका विभाग बदलता है और न ही उन्हें हटाने की हिम्मत कोई रखता है। कर्मचारी रेगुलर रहते हुए सेवानिवृत हुए थे जिसके कारण इन्हें विभाग पेंशन भी दे रहा है। ऐसे में कई युवा रोजगार का रास्ता देख रहे हैं।  

पंजाब सर्विस रूल्स के तहत 58 साल है सेवानिवृति की उम्र

चंडीगढ़ केंद्र शासित प्रदेश और पंजाब की राजधानी होने के नाते दोनों ही तरफ के नियमों को अपनाता रहा है। मार्च 2020 में प्रशासन की तरफ से पंजाब सर्विस रूल्स को अपनाया है, जिसके तहत 58 साल की उम्र में अधिकारी और कर्मचारी की सेवानिवृति होनी है। इससे पहले तक केंद्र के नियमों का भी पालन होता रहा है। जिसके कारण ड्राइबर त्रिलोचन सिंह, निजी सहायक शिव कुमार, पियून महिंदर सिंह की सेवानिवृति 60 साल की उम्र में हुई है। वहीं डॉ. दलीप को 58 साल की उम्र में सेवानिवृत किया है लेकिन उसके बाद भी उन्हें दोबारा कांट्रेक्टर पर नियुक्ति दी हुई है।

समग्र शिक्षा अभियान में केंद्र के इस्तेमाल हो रहे है नियम

शिक्षा विभाग में पंजाब सर्विस रूल्स होने के बावजूद भी अभी तक दो तरह के नियम इस्तेमाल किए जा रहे है। समग्र शिक्षा अभियान में सेवा दे रहे सुपरीडेंट रामपाल यादव और मिशन कोडीनेटर डॉ. मंजीत कौर को केंद्र के नियमों के अनुसार सेवाएं देने के लिए नियुक्त किया गया है।

यह दे रहें है सेवाएं 

नाम-                    पद का नाम -                              सेवानिवृति का साल

1.शिव कुमार--- निजी सहायक डायरेक्टर स्कूल एजुकेशन --  वर्ष 2019

2.त्रिलोचन सिंह- ड्राइबर डायरेक्टर स्कूल एजुकेशन  -          वर्ष 2017

3. डाॅ. दलीप शर्मा-  अस्सिटेंट स्टेट प्रोजेक्ट रूसा-                वर्ष 2020

4. महिंदर सिंह      - पियून                -                            वर्ष 2018

5. रामपाल यादव - सुपरीडेंट समग्र शिक्षा अभियान-            वर्ष 2010

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