पंजाब कांग्रेस में दोफाड़ की नौबत, कैप्टन अमरिंदर बोले- सिद्धू ने नहीं मांगा समय, माफी मांगने तक नहीं मिलूंगा
पंजाब में कांग्रेस में दाेफाड़ होने की नौबत पैदा हो गई है। प्रदेश अध्यक्ष बनाए गए नवजाेत सिंह सिद्धू और मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के बीच विवाद कम होने की बजाए बढ़ता ही दिख रहा है। कैप्टन ने फिर कहा है कि सिद्धू के माफी मांगने तक उनसे नहीं मिलूंगा।
By Sunil Kumar JhaEdited By: Updated: Thu, 22 Jul 2021 07:28 AM (IST)
चंडीगढ़, राज्य ब्यूरो। Rift In Punjab Congress: पंजाब कांग्रेस में नवजोत सिंह सिद्धू के प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद भी विवाद शांत होने का नाम नहीं ले रहा है। पंजाब मेें कांग्रेस में दोफाड़ की नौबत पैदा होती जा रही है। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और सिद्धू के बीच विवाद कम होने की बजाए बढ़ती ही जा रही है। कैप्टन अमरिंदर अब भी नवजोत सिंह सिद्धू मिलने को तैयार नहीं है। सिद्धू कैंप की ओर से यह कहा गया कि उन्होंने कैप्टन से मिलने का समय मांगा है। इसके तुरंत बाद कैप्टन अमरिंदर की ओर से कहा गया कि सिद्धू ने कोई समय नहीं मांगा है और उनके सार्वजनिक रूप से माफी मांगने के बिना मुलाकात का कोई सवाल नहीं है।
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह उन रिपोर्टस को गलत बताया है जिनमें कहा गया है कि नवजोत सिंह सिद्धू ने उनसे मुलाकात के लिए समय मांगा है। कैप्टन ने कहा कि सिद्धू ने उनसे मिलने के लिए समय नहीं मांगा है। कैप्टन ने उन सभी नेताओं की अपील यह कहते हुए दरकिनार कर दी कि वह उस समय तक नवजोत सिंह सिद्धू से मुलाकात नहीं करेंगे जब तक वह (सिद्धू) अपने ट्वीट और बयानों के लिए सार्वजनिक रूप से माफी नहीं मांग लेते।
दूससी ओर, सिद्धू के विधायकाें, मंत्रियों और कांग्रेस नेताओं से मुलाकात के बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह का खेा भी सक्रिय हो गया है। एक बार फिर राज्य के तीन वरिष्ठ कैबिनेट मंत्रियों ब्रह्म मोहिंदरा, ओपी सोनी और विजय इंदर सिंगला ने मुख्यमंत्री से मुलाकात की। इसके साथ ही कैप्टन अमरिंदर सिंह आज राज्य के कांग्रेस सांसदों काे लंच भी देंगे।
कैप्टन के करीबी मंत्रियों व नेताओं के भी सिद्धू के प्रति कड़ा स्टैंड
मुख्यमंत्री अमरिंदर के सिद्धू से माफी मांगने के स्टैंड का उनके करीबी मंत्रियों और नेताओं ने भी समर्थन किया है। सीएम के साथ मुलाकात करने से पहले पंजाब कैबिनेट में नंबर दो का दर्जा रखने वाले वरिष्ठ कांग्रेस नेता ब्रह्म मोहिंदरा भी कैप्टन के रास्ते पर ही आगे बढ़े। उन्होंने सिद्धू को प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने का स्वागत तो किया लेकिन साथ ही कहा कि जब तक सिद्धू कैप्टन के साथ अपने मुद्दों को नहीं सुलझा लेते तब तक वह भी उनसे (नवजोत सिंह सिद्धू से) व्यक्तिगत रुप से मुलाकात नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि सिद्धू को अध्यक्ष बनाने का फैसला हाईकमान का है और यह स्वागत योग्य है।
यह भी पढ़ें: प्रशांत किशाेर मिटा सकते हैं कैप्टन अमरिंदर व नवजोत सिद्धू की दूरियां , पंजाब कांग्रेस के दो ध्रुवाें को मिलना बड़ी चुनौतीमोहिंदरा ने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह कांग्रेस विधायक दल के नेता हैं और कैबिनेट का नेतृत्व करते हैं। कैप्टन का साथ देना उनका कर्तव्य है। इसलिए जब तक सिद्धू व कैप्टन के बीच मुद्दों का समाधान नहीं होता तब वह नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष से मिलने से परहेज करेंगे। उल्लेखनीय है कि सिद्धू अध्यक्ष बनने के बाद अभी तक कैप्टन से नहीं मिले हैं। वह चार दिन से राज्य में लगातार मंत्रियों व विधायकों से मुलाकात कर रहे हैं।
यह भी पढ़ें: पंजाब की ब्यूरोक्रेसी पर ज्यादा भरोसा कैप्टन अमरिंदर को पड़ा भारी, झेलना पड़ा साथियाें का भी विरोधगौरतलब है कि मंत्री तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा ने मुख्यमंत्री से अपील की थी कि वह बड़ा दिल दिखाते हुए सिद्धू की ओर से किए गए ट्वीट को भूल जाएं, जैसा कि सुखपाल सिंह खैहरा के मामले में किया है। सिद्धू ने तो खैहरा की तरह उन पर कोई व्यक्तिगत हमला नहीं किया है। वहीं मंत्री सुखबिंदर सिंह सरकारिया ने भी कहा कि जब कैप्टन ने प्रताप सिंह बाजवा और खैहरा को माफ कर दिया तो सिद्धू के मामले में भी उन्हें बड़ा दिल दिखाना चाहिए।
यह भी पढ़ें: नेताओं और 62 विधायकाें के साथ सिद्धू ने दरबार साहिब में टेका माथा, जाखड़ और वड़िंग भी पहुंचे, कैप्टन खेमा पड़ा कमजोर
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।