शिअद ने राज्यपाल को सौंपा कैबिनेट मंत्री बलकार सिंह का आपत्तिजनक वीडियो, केंद्रीय एजेंसियों से जांच का किया आग्रह
शिअद के प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित को स्थानीय निकाय मंत्री बलकार सिंह का एक आपत्तिजनक वीडियो सौंपा। राज्यपाल से तत्काल मंत्री की बर्खास्तगी की मांग के अलावा केंद्रीय एजेंसी से इसकी जांच का आग्रह किया है। मंत्रिमंडल से मंत्री की आपराधिक गतिविधियों में शामिल होने के आरोपित अन्य सभी आप मंत्रियों को गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रीय ध्वज फहराने से रोकने का भी आग्रह किया है।
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित को स्थानीय निकाय मंत्री बलकार सिंह का एक आपत्तिजनक वीडियो सौंपा। राज्यपाल से तत्काल मंत्री की बर्खास्तगी की मांग के अलावा केंद्रीय एजेंसी से इसकी जांच का आग्रह किया है। मंत्रिमंडल से मंत्री की आपराधिक गतिविधियों में शामिल होने के आरोपित अन्य सभी आप मंत्रियों को गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रीय ध्वज फहराने से रोकने का भी आग्रह किया है।
प्रतिनिधिमंडल में पूर्व कैबिनेट मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया और डा दलजीत सिंह चीमा के अलावा कई पदाधिकारी मौजूद रहे।
पीड़ितों को डराया-धमकाया गया
शिअद नेताओं ने राज्यपाल को पूरे प्रकरण से अवगत करवाया। राज्यपाल को बताया गया कि पीड़ितों को डराया-धमकाया गया, जिसके कारण वह मंत्री के खिलाफ मामला दर्ज कराने के लिए आगे नही आई है। पार्टी के पूर्व विधायक अमरजीत संदोआ के कनाडा से निर्वासन को रोकने के लिए पुलिस क्लीयरेंस प्रमाण पत्र कैसे प्राप्त किया गया था। संदोआ, जो आप नेता हिम्मत सिंह शेरगिल की शादी में शामिल होने गए थे को उनके खिलाफ यौन शोषण की शिकायत के कारण कनाडाई अधिकारियों से पूछताछ के लिए रोक दिया गया था।
स्पीकर ने संदोआ को कनाडा जाने के लिए पुलिस क्लीयरेंस दिलाने में की मदद
विधानसभा स्पीकर कुलतार संधवां ने पुलिस क्लीयरेंस सर्टिफिकेट प्राप्त करने और संदोआ को कनाडा में जाने की सुविधा प्रदान करने में मदद की। जिससे दुनिया भर में पंजाब और इसके मूल्यों के बारे गलत संदेश गया है। नेताओं ने राज्यपाल से मामले में कार्रवाई का आग्रह करते हुए कहा कि संदोआ को जारी किया गया पुलिस क्लीयरेंस प्रमाण पत्र वापिस लिया जाना चाहिए। उनके खिलाफ कानून के अनुसार कार्रवाई की जानी चाहिए।
सीएम से नहीं कराई कोई बातचीत
मजीठिया ने कहा कि मंत्री बलकार सिंह के मामले में तीन महीने पहले मुख्यमंत्री को सूचित किया था कि उनके पास मंत्री का एक आपत्तिजनक वीडियो है और वह इसे उन्हे सौंपना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री आवास से भी संपर्क किया और मुझे बताया गया कि मुझे मुख्यमंत्री से जोड़ा जाएगा, लेकिन ऐसा नही हुआ। बलकार सिंह के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय मेरे खिलाफ बदलाखोरी की कार्रवाई शुरू की गई। जब वह सफल नही हुए तो मुझे कहा गया कि आरोपी अपने कृत्य के लिए माफी मांगेगा।