मेरे लिए संगीत कभी व्यापार नहीं बना : सरताज
देखिए संगीत मेरे लिए हमेशा से इबादत का हिस्सा रहा है। इसने मुझे चुना है। यह कहना है गायक सतिंदर सरताज का।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : देखिए संगीत मेरे लिए हमेशा से इबादत का हिस्सा रहा है। इसने मुझे चुना है, इसलिए मेरा संगीत भी अलग है। पहले जब मै एलबम रिलीज करने की सोचता था तो लोग कहते थे कि ऐसे गीत कौन सुनेगा। मगर लोगों ने इसे पंसद किया। मेरा कहना बस यही है कि जो चीज आप पसंद करते है उसे अपना प्रोफेशन जरूर बनाए, मगर बिजनेस नही। इसलिए मेरे लिए संगीत कभी बिजनेस नही बना। गायक सतिंदर सरताज अपने संगीत पर कुछ इस तरह से बोले। वीरवार को वह सेक्टर-34 मे एक कार्यक्रम के लिए पहुंचे। इस दौरान उन्होंने 21 जनवरी को होने वाले टैड एक्स मे शामिल होने की जानकारी भी दी।
पहली बार सुना है टैड एक्स के बारे मे
सरताज पंकूला स्थित इंद्रधनुष मे होने वाली टैड एक्स मे हिस्सा लेगे। उन्होंने कहा कि इससे पहले मैने कभी इसके बारे मे नही सुना। पहली बार इससे जुड़ने जा रहा हूं। मुझे जुड़ने से पहले म्यूजिक और शायरी पर विषय दिया था। मगर यह काफी गहरा विषय है, जिसे 15 मिनट मे समझाना मुश्किल है। इसलिए मै इसमे केवल संगीत से जुड़े अपने अनुभव ही साझा करुंगा।
लोग आराम से सुने तो सब अच्छा लगेगा
आपके गीत काफी रुहानी होते हैं, जिसमे शब्द को समझना और फिर उसे गीत से जोड़ना मुश्किल होता है? इस पर सतिंदर बोले कि हां, ऐसा इसलिए क्योकि मैने सूफीजम पढ़ा है। गायिकी की असली परख तो वह भी होती है। मगर लोगो को आजकल सबकुछ एकदम चाहिए। वे समय नही लगाना चाहते। वे नही चाहते कि एक गीत पर उन्हे ज्यादा समय लगे। अगर वे थोड़ा समय लेकर कुछ गाएंगे तो यकीनन उन्हे गाना समझ भी आएगा और अच्छा भी लगेगा।
अरिजीत के गीत भी पसंद है
सतिंदर बोले कि लोग मुझे अलग गायक समझते है तो मै भी अरिजीत को अलग गायक समझता हूं। उनके हर गीत की पहचान आपको एक बोल से ही हो जाती है। वह भी अलग गायिकी है। मै अपने गीत खुद लिखता हूं तो चाहता हूं कि वैसा ही गहरापन मेरे गीत मे हो।
जहांगीत सिंह भी हिस्सा लेगी टैड एक्स मे
मोहाली की युवा ढोली जहांगीत सिंह भी टैड एक्स मे शामिल होंगी। वह सबसे युवा ढोली है और कई प्लेटफॉर्म मे ढोल के साथ परफॉर्मेस दी है।