खालिस्तान समर्थक व भगोड़े अमृतपाल सिंह के 11 साथियों को गुरुवार की दोपहर भरी सुरक्षा के बीच बाबा बकाला की अदालत में पेश किया गया। कोर्ट ने सभी 11 आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। अमृतपाल सिंह से संबंधित एक मामले में अमृतसर के बाबा बकाला कोर्ट ने 11 अभियुक्तों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा है। पुलिस ने अमृतपाल सिंह के 11 साथियों को अवैध हथियार रखने के आरोप में गिरफ्तार किया था।
इन 11 लोगों को भेजा गया जेल
पकड़े गए अमृतपाल के साथियों में हरमिंदर सिंह, गुरवीर सिंह, अजयपाल सिंह, बलजिंदर सिंह, अमनदीप सिंह, स्वरीत गुरलाल सिंह,संगरूर निवासी गुरप्रीत सिंह, अमृतसर के शहीद उधम सिंह नगर निवासी भूपिंदर सिंह, सुखमनप्रीत सिंह और हरप्रीत सिंह (चालक) शामिल है।
कोर्ट में किया गया था पेश
वारिस पंजाब दे के प्रमुख और खालिस्तान समर्थक अमृतपाल के खिलाफ लगातार कार्रवाई जारी है। भगोड़े अमृतपाल को पकड़ने के लिए पंजाब पुलिस लगातार दबिश दे रही है और साथ ही उसके साथियों को हिरासत में ले रही है। अमृतपाल के साथियों को रिमांड पर लिया गया था आज गुरुवार को उन्हें एक बार फिर से कोर्ट में पेश किया गया है।
भारी पुलिस बल की मौजूदगी के बीच 'वारिस पंजाब दे' प्रमुख
अमृतपाल सिंह के सात साथियों को अमृतसर के बाबा बकाला कोर्ट लाया गया। आज इन सबको फिर से पेश किया गया। इससे पहले कोर्ट ने इन्हें 23 मार्च तक पुलिस हिरासत में भेज दिया था।
आज 23 मार्च है और इनकी रिमांड खत्म हो रही है, जिसके बाद इन्हें एक बार फिर से कोर्ट में पेश किया गया है।
शनिवार को हुई थी गिरफ्तारी
बता दें कि अमृतपाल के इन सात साथियों की गिरफ्तारी शनिवार को हुई थी। 18 मार्च को ये अवैध हथियारों के साथ पकड़े गए थे। पुलिस ने सातों के खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज की है। एफआईआर में अमृतपाल सिंह मुख्य आरोपी है।
बता दें कि 18 मार्च को पंजाब पुलिस ने इन अमृतपाल को पकड़ने के लिए पूरा जाल बिछाया था। भारी पुलिस बल ने अमृतपाल के काफिले का पीछा किया था लेकिन खालिस्तान समर्थक मौके से फरार होने में कामयाब रहा था। इसी दौरान पुलिस ने अमृतपाल के इन सात साथियों को गरिफ्तार किया था। इनके पास से बंदूकें और गोला-बारूद बरामद हुए थे।
फरार है अमृतपाल
पंजाब पुलिस खालिस्तान समर्थक अमृतपाल के सभी समर्थकों और उसको सहयोग करने वालों के खिलाफ पिछले शनिवार से ही कार्रवाई कर रही है। पंजाब में हाई अलर्ट है, कहीं धारा 144 लागू है तो कहीं इंटरनेट सेवा बंद है। अमृतपाल लगातार पुलिस से बचने के लिए अपना हुलिया बदल रहा है। कभी कार.. तो कभी बाइक और कभी ठेले पर बैठ कर वो अपनी जान बचा रहा है। सूत्रों की मानें तो अमृतपाल सिंह अभी पंजाब में ही कहीं छुपा है।
अजनाला थाने पर किया था हमला
अमृतपाल सिंह के खिलाफ प्रशासन और पुलिस ने जो ऑपरेशन चलाया, वह अजनाला थाने पर किए गए हमले के बाद चलाया गया। दरअसल खालिस्तान समर्थक संगठन 'वारिस पंजाब दे' के प्रमुख अमृतपाल की अगुआई में उसके हजारों समर्थकों ने 23 फरवरी 2023 को अमृतसर के अजनाला थाने पर हमला कर दिया था। इनके हाथों में बंदूकें और तलवारें थीं। ये लोग अमृतपाल के करीबी लवप्रीत सिंह तूफान की गिरफ्तारी का विरोध कर रहे थे।
हमले से दबाव में आई पंजाब पुलिस को लवप्रीत सिंह तूफान को रिहा करने का एलान करना पड़ा था। इस हमले में पंजाब पुलिस के कई जवान जख्मी भी हो गए थे। अमृतपाल और उसके समर्थकों ने थाने के अंदर घुसकर प्रशासन को चुनौती दी थी।
अमृतपाल को भगाने में इस्तेमाल की गई 2 बाइक बरामद
अमृतपाल की फरारी में इस्तेमाल होने वाली दो और मोटरसाइकिल को पुलिस ने बरामद किया है। यह मोटरसाइकिल शाहकोट और फिल्लौर के पास से बरामद की गई हैं। बता दें कि नंगल अंबिया गांव से ब्रेजा कार छोड़ने के बाद जिस बाइक से अमृतपाल फरार हुआ था उसे कल पुलिस ने दारापुर गांव की नहर से बरामद किया था।
इसी बाइक के साथ अमृतपाल की खराब होने पर एक ठेले पर लाद कर ले जाने की सीसीटीवी सामने आई थी। उसके बाद अमृतपाल की एक और सीसीटीवी शेखूपुर गांव की पुलिस को मिली। अब गुरुवार को पुलिस ने उन मोटरसाइकिल को भी बरामद कर लिया है, जो अमृतपाल के दोस्त लेकर फरार हुए थे। ये दोनों बाइक का इस्तेमाल अमृतपाल को पुलिस से बचाने के लिए किया गया था।
इन जिलों में इंटरनेट सेवा हुई बहाल
तरनतारन और फिरोजपुर को छोड़कर पंजाब के बाकी सभी जिलों में इंटरनेट सेवाएं बहाल। तरनतारन और फिरोजपुर में कल 12 बजे तक इंटरनेट सेवाएं रहेंगी प्रतिबंधित।
तीन दिन कुरुक्षेत्र के लाडवा में रुका था अमृतपाल
खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह फरार होने के बाद 19 मार्च को कुरुक्षेत्र के शाहाबाद कस्बे के सिद्धार्थ कॉलोनी में आकर रुका था। वह यहां 22 मार्च की रात को ही निकल गया। एसटीएफ को जैसे सूचना मिली सिद्धार्थ कालोनी में उस मकान में छापा मारा जहां वह रुका था। हालांकि, एसटीएफ को वह नहीं मिला। यह मकान लाडवा एसडीएम कार्यालय में क्लर्क के रूप में कार्य कर रहे हरजिंदर का है। हरजिंदर ने एसटीएफ के सामने बुधवार को ही सरेंडर कर दिया था। इसके बाद एसटीएफ ने हरजिंदर की बहन को अपनी हिरासत में ले लिया है।
जब एसटीएफ ने मकान पर छापा मारा उस समय हरजिंदर की बहन बलजीत कौर और पिता गुरनाम सिंह वहां पर मिले थे। सूत्रों की मानें तो बलजीत कौर ने पूछताछ में बताया कि अमृतपाल उत्तराखंड की ओर निकल गया है। पंजाब एसटीएफ तीनों को अपने साथ पंजाब ले गई है। बताया जा रहा है कि बलजीत कौर पहले से ही अमृतपाल के संपर्क में थी। हरजिंदर के जिस मकान में अमृतपाल रुका था उसमें अभी काम चल रहा है।
अमृतपाल का गनर गिरफ्तार
भगोड़े अृतपाल के समर्थकों के खिलाफ लगातार कार्रवाई जारी है। आज गुरुवार को खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह के खिलाफ पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। गुरुवार को अमृतपाल के गनर तजिंदर सिंह गिल को पंजाब पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। अमृतपाल के गनमैन तेजिंदर सिंह की गिरफ्तारी खन्ना पुलिस ने की है। तजिंदर सिंह अमृतपाल की सुरक्षा में तैनात था। तजिंदर सिंह भी अमृतपाल के गायब होने के बाद से फरार चल रहा था।