'पार्टी केवल धर्म और पंथिक एजेंडे...', उपचुनाव के दिन पूर्व मंत्री अनिल जोशी ने दिया इस्तीफा, अकाली दल को बड़ा झटका
पूर्व भाजपा नेता अनिल जोशी ने शिरोमणि अकाली दल से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने कहा कि पार्टी केवल धर्म और पंथिक एजेंडे में उलझी हुई है। पंजाब के वास्तविक मुद्दों से कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने कहा कि अकाली दल केवल धर्म और पंथिक एजेंडे में उलझा हुआ है। मुझे इस पंथिक राजनीति में मेरे लिए कोई जगह नहीं दिख रही है।
पीटीआई, चंडीगढ़। शिरोमणि अकाली दल (शिअद) को एक और बड़ा झटका लगा है। पूर्व मंत्री अनिल जोशी ने बुधवार को शिअद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि पार्टी केवल 'धर्म' और 'पंथिक' एजेंडे में उलझी हुई है। पंजाब के वास्तविक मुद्दों से कोई लेना-देना नहीं है।
बता दें कि अनिल जोशी ने 2024 का लोकसभा चुनाव शिरोमणि अकाली दल के टिकट पर अमृतसर सीट से लड़ा था लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा। वह 2007 और 2012 में भाजपा के टिकट पर अमृतसर उत्तर से विधायक थे।
पार्टी विरोधी गतिविधि के चलते BJP ने किया था निष्कासित
2021 में किसान आंदोलन के दौरान पार्टी विरोधी बयानबाजी के बाद बीजेपी ने निष्कासित कर दिया था। इसके बाद वह शिअद में शामिल हो गए थे। लेकिन बुधवार को उन्होंने शिअद के कार्यकारी अध्यक्ष बलविंदर सिंह भूंदड़ को अपना इस्तीफा भेज दिया।भूंदड़ को सौंपा इस्तीफा, छलका दर्द
इस्तीफा में उन्होंने लिखा कि मैं शिअद में शामिल हुआ, क्योंकि मुझे हमेशा लगता था कि प्रकाश सिंह बादल पंजाब की एकता, अखंडता और आपसी भाईचारे के ध्वजवाहक हैं। पांच बार मुख्यमंत्री के रूप में उन्होंने हमेशा हर धर्म का सम्मान किया।
यही सोच मैंने सुखबीर सिंह बादल में देखी। लेकिन पार्टी में हो रहे घटनाक्रम से उन्हें लगता है कि पंजाब के असली मुद्दों के बारे में कुछ नहीं कहा जा रहा है और न ही उस भाईचारे के बारे में कुछ कहा जा रहा है जिसके लिए वह पार्टी में शामिल हुए थे।
उन्होंने लिखा कि अकाली दल केवल धर्म और पंथिक एजेंडे में उलझा हुआ है। मुझे इस 'पंथिक' राजनीति में मेरे लिए कोई जगह नहीं दिख रही है, क्योंकि मैं हमेशा धर्मनिरपेक्षता और सर्वांगीण विकास का समर्थक रहा हूं।
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