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अकाली दल ने CM मान से मांगा इस्तीफा ‘सिद्धू मूसेवाला’ के बाद शुभकरन की मौत का ठहराया कसूरवार, केजरीवाल को दी ये नसीहत

शिरोमणि अकाली दल के नेता व पूर्व कैबिनेट मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया ने आरोप लगाया है कि खनौरी बार्डर पर हुई शुभकरन सिंह की मौत Punjab Crime News) के लिए मुख्यमंत्री भगवंत मान को जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि 13 फरवरी को बॉर्डर पर जो हालात बने थे उसी समय इस बात की आशंका थी कि कोई बड़ी घटना हो सकती है।

By Jagran News Edited By: Monu Kumar JhaUpdated: Thu, 22 Feb 2024 02:02 PM (IST)
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Chnadigarh News: शुभकरन की मौत के लिए मुख्यमंत्री भगवंत मान जिम्मेदार, इस्तीफा दें: मजीठिया।
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। शिरोमणि अकाली दल (Shiromani Akali Dal) के नेता व पूर्व कैबिनेट मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया (Bikram Singh Majithia) ने आरोप लगाया है कि खनौरी बॉर्डर (Khanauri border) पर हुई शुभकरन सिंह (Shubhkarans Deaths) की मौत के लिए मुख्यमंत्री भगवंत मान (Bhagwant Mann) को जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि 13 फरवरी को बॉर्डर पर जो हालात बने थे, उसी समय इस बात की आशंका थी कि कोई बड़ी घटना हो सकती है।

इसके बावजूद मुख्यमंत्री ने कानून व्यवस्था को संभालने व हरियाणा सरकार के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। जबकि हरियाणा पुलिस (Haryana Police) पंजाब के हद में घुस कर किसानों पर आंसू गैस के गोले, रबड़ की गोलियां चलाते रहे। मजीठिया ने कहा कि मुख्यमंत्री को अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए नहीं तो केजरीवाल (Arvind Kejriwal) उनसे इस्तीफा लें।

पार्टी दफ्तर में वरिष्ठ नेता डा. दलजीत सिंह चीमा व पार्टी प्रवक्ता अर्शदीप कलेर के साथ पत्रकारों से बातचीत करते हुए मजीठिया ने कहा कि मुख्यमंत्री अब कह रहे हैं कि शुभकरन की मौत पर पोस्टमार्टम के बाद पर्चा दर्ज किया जाएगा। अगर यह एफआईआर 13 फरवरी को दर्ज की जाती तो आज यह हालात नहीं बनते और शुभकरन की मौत न होती।

मजीठिया ने कहा कि मुख्यमंत्री के कारण पहले शुभदीप सिंह ‘सिद्धू मूसेवाला’ की मौत (Sidhu Moose Wala Murder Case) हुई और अब शुभकरन की। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ‘टाउट’ की भूमिका अदा कर रहे है। एक तरफ वह केंद्र के साथ बातचीत में किसानों के साथ है तो दूसरी तरफ वह हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के साथ।

अगर ऐसा नहीं होता तो हरियाणा सरकार कैसे पंजाब के किसानों को अपनी राजधानी में जाने से रोक सकती है। इस मौके पर डा. चीमा ने कहा कि मुख्यमंत्री कह रहे हैं कि वह पंजाब के लिए सौ कुर्सियां कुर्बान कर सकते है। अगर ऐसा है तो फिर वह छोड़ क्यों नहीं देते। उनके पांव क्यों कांप रहे हैं।

मुख्यमंत्री को प्रधानमंत्री या गृह मंत्री के पास जाना चाहिए था कि हरियाणा कैसे बैरीगेट्स लगाकर पंजाब के लोगों को रोक सकता है। सरकार अभी तक सुप्रीम कोर्ट क्यों नहीं है। मुख्यमंत्री का मुख्य लक्ष्य लोगों के जज्बातों को भड़का कर राजनीतिक लाभ लेना है। नौजवान सीमा पर मरते रहे और मुख्यमंत्री अपनी कुर्सी से चिपके रहे।

वहीं, मजीठिया ने कहा, मुख्यमंत्री कह रहे हैं कि एमएसपी का मुद्दा केंद्र के साथ जुड़ा हुआ है। भगवंत मान व अनमोल गगन मान की वीडियो शेयर करते हुए मजीठिया ने कहा कि जब आप सरकार में नहीं थे तो यही लोग कैप्टन अमरिंदर सिंह से कहते थे के वह कुर्सी छोड़े नहीं तो एमएसपी का बिल पंजाब सरकार लाए।

आज आप की सरकार है। फिर वह एमएसपी का बिल क्यों नहीं लाते हैं। उन्हें कौन रोक रहा है। अनमोल गगन मान तो कहा करती थी आप सरकार आएगी तो 5 मिनट में 23 फसलों को एमएसपी पर खरीदा जाएगा। अब ऐसा क्यों नहीं हो रहा।

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