'मुख्यमंत्री आखिर क्या छिपाना चाहते हैं, अगर उनके मन में...'; राज्यपाल-CM मान के विवाद पर बोले सुनील जाखड़
Punjab Politics पंजाब बीजेपी प्रधान सुनील जाखड़ ने मुख्यमंत्री भगवंत मान और राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित के बीच चल रहे विवाद पर टिप्पणी की है। सुनील जाखड़ का कहना है कि राज्यपाल द्वारा मांगी गई जानकारी मुख्यमंत्री भगवंत मान को देनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री आखिर क्या छिपाना चाहता हैं। उनके मन में चोर नहीं है तो विवाद को खत्म करें।
चंडीगढ़, राज्य ब्यूरो। Sunil Jakhar On Bhagwant Mann राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित और मुख्यमंत्री भगवंत मान के बीच चल रहे विवाद में भाजपा के प्रदेश प्रधान सुनील जाखड़ भी कूद पड़े हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि भगवंत मान वहीं नीति अपना रहे हैं जो दिल्ली में अरविंद केजरीवाल की सरकार अपनाती है। मुख्यमंत्री खुद को 'बेचारा' साबित कर पंजाबियों की भावनाओं से खिलवाड़ कर रहे हैं।
पंजाब बीजेपी प्रधान जाखड़ ने कहा कि राज्यपाल जो जानकारी मुख्यमंत्री से मांग रहे हैं, वह तो कोई भी आम आदमी सूचना के अधिकार के तहत मांग सकता है। मुख्यमंत्री जानकारी न देकर केवल विवाद खड़ा करना चाहते हैं। ताकि वह अन्य मुद्दों पर से लोगों का ध्यान भटका सकें।
'जिस संविधान ने मुख्यमंत्री को ताकत दी है...'
सुनील जाखड़ ने कहा कि जिस संविधान ने मुख्यमंत्री को ताकत दी है, उसी संविधान ने राज्यपाल को भी मुख्यमंत्री से सवाल पूछने की ताकत दी है। मुख्यमंत्री 'मैं न मानू' की नीति पर चल रहे हैं। वह डॉ. भीम राव अंबेडकर को तो मानने की बात करते हैं। लेकिन उनके संविधान को मानने से इनकार करते हैं।
'मुख्यमंत्री भागने की कोशिश में लगे रहते हैं'
भाजपा के प्रदेश प्रधान ने कहा कि भगवंत मान चुनौतियों का सामना करने की बजाए भागने की कोशिश में लगे रहते हैं। मुख्यमंत्री ने तो खुद कहा था कि दिल्ली सरकार की तर्ज पर किसानों की फसल खराब होने पर 20,000 रुपये प्रति एकड़ मुआवजा देंगे लेकिन जब देने की बात आई तो वह भागते नजर आ रहे हैं। मुख्यमंत्री ने तो गिरदावरी से पहले मुआवजा देने की बात कही थी, अब वह केंद्र पर बात को डाल रहे हैं।
सुनील जाखड़ ने कहा कि इस तरह के विवाद पंजाब के लिए अच्छे नहीं हैं। मुख्यमंत्री को राज्यपाल के साथ अपने संबंध सुधारने चाहिए। क्योंकि राज्यपाल जो सवाल पूछ रहे हैं, उन सवालों का जवाब जानने का अधिकार सभी पंजाबियों को है। फिर मुख्यमंत्री आखिर क्या छिपाना चाहते हैं। क्योंकि अगर उनके मन में चोर नहीं हैं तो वह जवाब दें और विवाद को खत्म करें।