Swachh Survekshan 2022: चंडीगढ़ की रैकिंग सुधरने पर विपक्ष के हाथ से खिसका मुद्दा, भाजपा ने लिया क्रेडिट
Swachh Survekshan 2022 स्वच्छ सर्वेक्षण में पिछले साल से रैकिंग सुधरने पर भाजपा के हौसले बुलंंद हाे गए हैं। पिछले साल जब रैकिंग 66 वें नंबर पर आई थी तो इसका भाजपा को नुकसान भी झेलना पड़ा था।
By Rajesh DhallEdited By: Vipin KumarUpdated: Mon, 03 Oct 2022 09:05 AM (IST)
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। Swachh Survekshan 2022: स्वच्छ सर्वेक्षण में पिछले साल से रैकिंग सुधरने पर भाजपा के हौसले जहां बुलंंद हुए हैं वहीं शहर में उनकी किरकिरी होने से बची है। जबकि 12वें नंबर पर रैकिंग आने पर विपक्ष के हाथ से भाजपा को घेरने का मुद्दा खिसक गया है। जबकि पिछले साल जब रैकिंग 66 वें नंबर पर आई थी तो इसका भाजपा को नुकसान भी झेलना पड़ा। विपक्ष ने इसे मुद्दा बनाया और दिसंबर माह में हुए नगर निगम चुनाव में भाजपा को उम्मीद से कम सीटें हासिल हुई। उस समय भाजपा ने 35 में 12 सीटें जीती थी। पहली बार आम आदमी पार्टी लड़ी और 14 सीटें जीती।
डंपिंग ग्राउंड के साथ जुड़े वार्ड में भाजपा के पार्षद चुनाव हार गए। लेकिन अब रैकिंग सुधरने पर भाजपा के नेता इसका क्रेडिट लेने का प्रयास कर रहे हैं। अगले दिनों में भाजपा इसका क्रेडिट लेने के लिए लोगों के बीच जाएगी।भाजपा नेताओं का दावा है कि डड्डूमाजरा के डंपिंग ग्राउंड के कचरे को प्रोसेस करने का काम शुरू हो गया है।अगले साल तक शहर से डंपिंग ग्राउंड से मुक्ति मिल जाएगी।इसका फायदा साल 2024 के लाेकसभा चुनाव में भी मिलेगा।
नया प्लांट लगाकर इसका फायदा लिया जाएगा लोकसभा चुनाव में
इस समय गारबेज प्रोसेसिंग प्लांट भी बंद पड़ा है जिसको अपग्रेड किया जा रहा है।साल 2024 तक नगर निगम का नया गारबेज प्लांट लगाने की योजना है।कचरे से बिजली बनाने का प्लांट लगाया जाएगा।भाजपा नेता एवं पूर्व मेयर रविकांत शर्मा का कहना है कि स्वच्छ सर्वेक्षण के मुद्दें पर हमेशा कांग्रेस ने राजनीति की है।उनका कहना है कि पिछले साल स्वच्छ सर्वेक्षण के तहत कई काम शुरू किए गए थे जिनका प्रभाव अब दिखाई दे रहा है।उनका कहना है कि स्वच्छ सर्वेक्षण में 12 वीं रैकिंग आने पर अधिकारी और वर्तमान मेयर बधाई के पात्र है।कांग्रेस के समय में लगा गारबेज प्लांट के कारण डंपिंग ग्राउंड का कचरा भरा।
पूर्व कमिश्नर केके यादव ने स्वच्छता को लेकर किए कई काम
कांग्रेस की गलतियों का खामियाजा पूरे शहर ने भुगता है। कांग्रेस नेता एवं पूर्व डिप्टी मेयर सतीश कैंथ का कहना है कि पिछले साल पूर्व कमिश्नर केके यादव ने स्वच्छता को लेकर कई काम किए।अधिकारियों की ओर से किए गए कामों का ही असर दिखाई दिया जबकि भाजपा पार्षदों की गुटबाजी और राजनीति के कारण डंपिंग ग्राउंड में कचरे का पहाड़ बना है। कैंथ का कहना है कि करोड़ों रुपये खर्च किए जा रहे हैं।
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