Punjab News: चुनाव में सबसे ज्यादा दलबदल झेला, जीत ने बढ़ाया मनोबल; वड़िंग के हाथों में ही रहेगी कांग्रेस पार्टी की कमान
पंजाब में लोकसभा चुनाव में बेहतर प्रदर्शन करने के बाद कांग्रेस पार्टी का मनोबल बढ़ गया है। कांग्रेस हाईकमान पंजाब के प्रदर्शन से खासी खुश ही। एसे में प्रदेश प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग का सांसद पद के साथ-साथ प्रदेश कांग्रेस की कमान भी संभालते रहेंगे। पहले यह माना जा रहा था कि वड़िंग के सांसद बनने के बाद पार्टी नया प्रदेश प्रधान लगा सकती है।
कैलाश नाथ, चंडीगढ़। लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election 2024) में कांग्रेस ही ऐसी पार्टी थी जिसने सबसे ज्यादा दलबदल का दंश झेला। लुधियाना के सांसद रवनीत बिट्टू, होशियारपुर के विधायक डॉ. राजकुमार चब्बेवाल पूर्व विधायक गुरप्रीत जीपी समेत दर्जनों नेता पार्टी छोड़ कर चले गए तो पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए कांग्रेस को अपने विधायक चौधरी विक्रम सिंह को निलंबित करना पड़ा।
कांग्रेस ने पार्टी हाईकमान की नजर में बनाई पहचान
इन सबके बावजूद कांग्रेस ने राज्य की 13 में से 7 सीटों को जीत कर पार्टी हाईकमान की नजर में अपनी पहचान बनाई है। इस जीत से न सिर्फ पार्टी का मनोबल बढ़ा है बल्कि प्रदेश प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग का कद भी। लुधियाना से रवनीत बिट्टू को शिकस्त देकर सांसद बने राजा वड़िंग को पार्टी इसका इनाम भी देगी। माना जा रहा है कि वह प्रदेश प्रधान की कुर्सी पर बने रहेंगे।
पार्टी ने जा जिम्मेदारी सौंपी वह निभाई: वड़िंग
यह पहला मौका नहीं है जब पंजाब कांग्रेस की कमान कोई सांसद संभाले। इससे पहले प्रताप सिंह बाजवा और कैप्टन अमरिंदर सिंह भी सांसद रहते हुए पार्टी की कमान संभाल चुके हैं। राजा वड़िंग कहते हैं ‘पार्टी ने जो जिम्मेदारी सौंपी हमने वह निभाई। पार्टी ने बठिंडा की जगह लुधियाना से चुनाव लड़वाया। यह सीट जीत कर पार्टी की उम्मीदों पर खरा उतरा।’ वड़िंग कहते हैं ‘एक सीट का नुकसान जरूर हुआ लेकिन श्री आनंदपुर साहिब और होशियारपुर में हमारे प्रत्याशी अच्छा लड़े।यह भी पढ़ें: Punjab News: सीएम भगवंत मान ने सभी जिलों के डीसी के साथ की बैठक,इन कामों को लेकर हुई समीक्षा
खडूर साहिब और फरीदकोट में तो एक आंधी सी चली।’ अहम बात यह है कि कांग्रेस के लिए यह जीत इसलिए भी महत्वपूर्ण रही क्योंकि पंजाब ईकाई के विरोध के कारण ही राज्य में कांग्रेस और आप का गठबंधन नहीं हो हुआ। आईएनडीआईए का घटक दल होने के बावजूद पंजाब कांग्रेस गठबंधन का विरोध करता रहा।
2022 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को झेलना पड़ा था नुकसान
वहीं, 2022 के विधान सभा चुनाव में कांग्रेस को ही सबसे ज्यादा नुकसान का सामना करना पड़ा था। कांग्रेस 77 से 18 विधान सभा सीटों पर सिमट कर रह गई थी। लोक सभा चुनाव में जीत से उत्साहित कांग्रेस की नजर अब नगर निगम व नगर काउंसिल के चुनावों पर है। माना जा रहा है कि लोक सभा चुनाव में शानदार प्रदर्शन के कारण पार्टी अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग पर ही भरोसा जताएगी।
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