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अनसेफ बेटियां... चंडीगढ़ सेक्टर-16 क्रिकेट स्टेडियम में लड़कियों के लिए नो एंट्री

चंडीगढ़ जैसे शिक्षित शहर में सुरक्षा का हवाला देकर महिला क्रिकटेर से भेदभाव हो रहा है। सुरक्षा का हवाला देकर लड़कियों को सेक्टर-16 क्रिकेट स्टेडियम में ट्रेनिंग नहीं मिलती है। लड़कियों को ट्रेनिंग के लिए स्कूल के ग्राउंड पर जाना पड़ता है।

By Edited By: Updated: Thu, 07 Apr 2022 05:33 PM (IST)
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चंडीगढ़ सेक्टर-16 क्रिकेट स्टेडियम की फाइल फोटो।
डा. सुमित सिंह श्योराण, चंडीगढ़। शहर के सेक्टर-16 स्थित क्रिकेट स्टेडियम में लड़कियों की एंट्री पर रोक है। यह सुनने में अजीब लगे लेकिन यह सच है। इसका कारण भी क्रिकेट स्टेडियम से जुड़े अधिकारी बड़ा रोचक बताते हैं। उनका कहना है कि क्रिकेट स्टेडियम में लड़कियां को कोचिंग देना सुरक्षित नहीं है। यहां पर लड़कियों के साथ कभी भी अप्रिय घटना हो सकती है।

चंडीगढ़ जैसे शिक्षित शहर में यह एकमात्र ऐसा कोचिंग सेंटर है, जहां पर खुद वहां कोचिंग देने वाले बेटियों के लिए इस जगह को असुरक्षित मानते हैं। क्रिकेट में इंटरनेशनल स्तर पर रोशन करने वाली तानिया भाटिया, हरलीन कौर चंडीगढ़ से ही निकली हैं। स्टेडियम में बेटियों की कोचिंग पर रोक को लेकर न तो यूटी स्पोर्ट्स विभाग और न ही यूटी क्रिकेट एसोसिएशन (यूटीसीए) की ओर से कोई कार्रवाई की जा रही है।

सेक्टर-16 क्रिकेट स्टेडियम में सिर्फ लड़कों को ही प्रैक्टिस और कोचिंग लेने का अधिकार है, जबकि लड़कियों को यहां पर ट्रैनिंग दिलाने के लिए आने वाले अभिभावकों को साफ मना कर दिया जाता है। कुछ अभिभावक सेक्टर-16 क्रिकेट स्टेडियम में बेटियों को ट्रेनिंग की जानकारी लेने के लिए पहुंचे तो वहां पर उपस्थित अधिकारियों का जवाब सुनकर वह भी हक्के बक्के रह गए।

अधिकारियों का तर्क था कि यहां पर लड़कियों की सेफ्टी नहीं है। कई बड़े अधिकारियों के लड़के यहां क्रिकेट की कोचिंग लेते हैं, लड़कों की संख्या भी 300 से अधिक है। ऐसे में लड़कियों की सुरक्षा को देखते हुए यहां पर कोचिंग नहीं दी जा सकती। शहर में सेक्टर-16 क्रिकेट स्टेडियम को छोड़ शायद ही कोई ऐसा स्पोर्ट्स का कोचिंग सेंटर हो जहां लड़कियों की एंट्री को सुरक्षा के नाम पर बंद कर दिया जाता है।

नहीं है महिला क्रिकेट कोच

यूटीसीए को बीसीसीआइ से मान्यता मिल चुकी है। हर साल क्रिकेट के लिए करोड़ों की ग्रांट मिलती है। लेकिन शहर में बेटियों को क्रिकेट की कोचिंग के लिए कोई भी कोच नहीं है। सेक्टर-26 सरकारी स्कूल के अलावा सेक्टर-32 और सेक्टर-24 स्कूल में कोचिंग दी जाती है। सेक्टर-26 स्थित एकेडमी में इन समय करीब चालीस लड़कियां क्रिकेट की कोचिंग ले रही हैं। यहां पर भी यूटी प्रशासन के कोच ट्रेनिंग देते हैं।

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सेक्टर-16 क्रिकेट ग्राउंड में हम आठ अतिरिक्त पिच तैयार करवा रहे हैं। हमें लड़कियों के यहां प्रैक्टिस या कोचिंग को लेकर कोई दिक्कत नहीं है। इस संबंध में यूटी के खिल विभाग को ही फैसला लेना है। इस बारे में स्पोर्ट्स डायरेक्टर ही बेहतर बता सकेंगे। संजय टंडन, प्रेसिडेंट यूटी क्रिक्रेट एसोसिएशन, चंडीगढ़

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लड़कियों की एंट्री पर कोई रोक नहीं हमारे लिए लड़के और लड़कियां दोनों ही बराबर हैं। क्रिकेट स्टेडियम में लड़कियों की कोचिंग और प्रैक्टिस पर कोई रोक नहीं है। मैं कल ही इसे चैक करता हूं कि लड़कियों को यहां पर ट्रैनिंग क्यों नहीं दी जा सकती। लड़कियों की सुरक्षा कोई ईश्यू नहीं है। तेजदीप सिंह सैनी ,स्पोर्ट्स डायरेक्टर यूटी

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