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Punjab News: विजिलेंस ब्यूरो ने की PSIEC के भ्रष्ट अधिकारियों पर कार्रवाई की तैयारी, CM मान की ओर से दिखाई गई हरी झंडी

Punjab News पंजाब विजिलेंस ब्‍यूरो ने की पीएसआइईसी के भ्रष्‍ट अधिकारियों पर कार्रवाई की तैयारी शुरू की है। पूर्व कांग्रेस सरकार में हुए इस घोटाले में मुख्यमंत्री भगवंत मान ने पीएसआइइसी के उन भ्रष्ट अधिकारियों पर मुकदमा चलाने की अनुमति दी है जिन्हें विजिलेंस ब्यूरो की 2018 में की गई जांच दोषी ठहराया गया था। इनमें तीन सेवानिवृत आइएएस अधिकारी भी शामिल हैं।

By Rohit Kumar Edited By: Himani Sharma Updated: Sat, 10 Feb 2024 02:25 PM (IST)
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CM मान की ओर से दिखाई गई हरी झंडी (फाइल फोटो)
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ। पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने करीब छह साल बाद पंजाब स्माल पंजाब स्माल स्केल इंडस्ट्री डेवलपमेंट कार्पोरेशन (पीएसआइइसी) में भ्रष्ट अधिकारियों पर कार्रवाई की तैयारी कर ली है। पूर्व कांग्रेस सरकार में हुए इस घोटाले में मुख्यमंत्री भगवंत मान ने पीएसआइइसी के उन भ्रष्ट अधिकारियों पर मुकदमा चलाने की अनुमति दी है जिन्हें विजिलेंस ब्यूरो की 2018 में की गई जांच दोषी ठहराया गया था।

ट्रांसफर घोटाले की सौंपी गई जांच

इनमें तीन सेवानिवृत आइएएस अधिकारी जो अन्य आरोपितों के साथ पहले ही भाग निकले थे। ध्यान रहे कि विजिलेंस ब्यूरो की जांच को दरकिनार कर पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने फर्जी पत्र के आधार पर हुए प्लॉट घोटाले की विभागीय जांच के लिए आईएएस अधिकारियों की तीन सदस्यीय कमेटी गठित की थी। जिन्हें आवंटन एवं ट्रांसफर घोटाले की जांच सौंपी गई। विजिलेंस ब्यूरो की ओर से जांच के बाद दोषी अधिकारियों पर मुकदमा चलाने की अनुमति मांगी थी जोकि नहीं दी गई थी।

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अपडेट-रिपोर्ट करने को कहा तैयार

वहीं अब मुख्य सचिव अनुराग वर्मा ने उद्योग विभाग को एक अपडेट-रिपोर्ट तैयार करने के लिए कहा। वहीं विजिलेंस ब्यूरो की ओर से तैयार की गई अपडेट रिपोर्ट भी भेजी गई जिस में मुकदमा चलाने की अनुमति मांगी गई है। मुख्य सचिव ने उद्योग विभाग और पीएसआईईसी के अधिकारियों द्वारा तैयार की गई अपडेट-रिपोर्ट पर अपने कवरिंग नोट में आरोपित अधिकारियों और उनसे जुड़े निजी व्यक्तियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने को कहा है।

जांच के दायरे में यह प्लॉट

औद्योगिक क्षेत्र में सी210, सी211, सी209, सी201, 202, सी193, सी195, सी177, इ234, सी166, डी247, डी250 (पाकेट 8a), डी286, इ260a, इ248, इ261, इ209, इ260, इ333,168, इ461, इ462, और एफ510 से एफ520 तक शुरू होने वाली 10 प्लाट संख्याओं की एक श्रृंखला।

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मोहाली के फेज 8-ए में प्लॉट नंबर 318 और फेज 9 में प्लॉट नंबर 659 संदिग्ध लग रहे हैं। खुले बाजार में प्रत्येक प्लाट की कीमत करीब 35 करोड़ रुपये बताई जा रही है। अमृतसर इंडस्ट्रियल एस्टेट के प्लॉट नंबर 426, 294 और 426, 39, मोगा फोकल प्वाइंट के प्लॉट नंबर बी7 भी जांच के दायरे में हैं। खुले बाजार में प्रत्येक प्लॉट की कीमत 20 करोड़ रुपये से अधिक होने का अनुमान है।

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